जिस घर में बुज़ुर्ग हंसते मुस्कुराते हुए रहते है | उस घर में भगवान का वास होता है – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

दीपा और रवि  की शादी बहुत ही अच्छे से हो गई | दोनों का प्रेम विवाह हुआ था | एक ही कम्पनी में दोनो काम करते थे |रवि के मम्मी पापा , बहू के घर आने से बहुत खुश थे | दीपा सुबह जल्दी उठ जाती और  घर का काम करती | फिर ऑफिस जाती | शाम को जब  ऑफिस से आई तो ,देखा की मम्मी जी ने रात का खाना बना के रखा था  |

उसने बोला  मम्मी आपने क्यों खाना बनाया ? मैं  बना लेती |  मम्मी जी ने बोला जब तक कर पा रही हु कर देती हु | बाद मे तो तुमको ही करना  हैं | दीपा मन ही मन खुश होती ओर सोचती की मम्मी कितनी अच्छी है | मेरा कितना ख्याल रखती है | बस सब ऐसे ही चल रहा  था |परिवार में पूरा खुशी का माहौल था | रवि  ने नई कार ले लिया | धीरे धीरे कुछ ही महीनों में नया ,बड़ा घर भी ले लिया |

रवि  बहुत ही  ज्यादा  खुश था | उसके सब सपने सच हो रहे थे | बहुत सालों से वो नया घर का सपना देख रहा था | जो अब पूरा हुआ था | दीपा को बोलता की ,तुम मेरे लिए  बहुत ही  लकी हो ,देखो तुम्हारे आते ही  मेरे जीवन में सब  कुछ कितना अच्छा हो रहा है |

रवि को कनाडा जाने का ऑफर मिला ऑफिस से | जब दीपा को पता चला तो दीपा ने बोला रवि तुम मना कर दो , तुम नही जाओगे | पागल हो गई हो क्या? मैं जरूर जाऊंगा | तुम भी चलो मेरे साथ , दीपा ने बोला मम्मी पापा कैसे रहेंगे अकेले ? रवि ने बोला उनका भी कुछ इंतजाम कर देंगे, पास में ही वृद्धा आश्रम है  | मम्मी पापा को वही रख देगे | मैं इतना अच्छा मौका छोड़ नहीं सकता | 

दीपा को बहुत बुरा लगा |  उसने रवि से बोला रवि, सब कुछ तो है अपने पास , किसी चीज की कमी नहीं है | हम लोग साथ में  यही रहते हैं | जानते तो हम लोग चले जाएंगे तो मम्मी पापा बहुत दुखी हो जायेगे | वैसे भी ” जिस घर में बुजुर्ग हंसते मुस्कुराते हुए रहते हैं | उस घर में भगवान का वास होता है ” रवि गुस्सा हो गया | बोला बकवास नहीं करो , हमको जाना है , तुमको यहां रहना है तो रहो | मै जाऊंगा |

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रवि कनाडा चला गया | दीपा से  फोन करके बात करता था | बहुत खुश था रवि | खूब पैसा कमा रहा था | रवि को पैसों का  लालच दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा था | कुछ दिनों तक रवि का फोन नहीं आया | दीपा ने  रवि के ऑफिस में कॉल किया तो पता चला की रवि ७ दिनो से ऑफिस आया ही नहीं है | दीपा ने ऑफिस के कर्मचारी से बोला की आप किसी भी तरह से मेरी बात करा दिजिए रवि से | जब ऑफिस कर्मचारी रवि के घर गया तो देखा की रवि बहुत ही ज्यादा बीमार था | उसने दीपा को कॉल करके रवि के बारे में सब कुछ बताया | फिर क्या था | दीपा भी कुछ दिनों में ही कनाडा मम्मी पापा को ले के रवि के पास रहने आ गई |

मम्मी पापा और दीपा को देख के रवि बहुत ही ज्यादा रोने लगा | और बोला “आप लोग हमको माफ कर दीजिए |देखा दीपा ,  मैं अपने मम्मी पापा को वृद्धा आश्रम भेजना चाहता था ,,मै ही बिल्कुल अकेला हो गया |भगवान ने मुझे उसी का फल दिया है |मै  आप लोगो के साथ रहना चाहता हूं |

यहां मैने बहुत पैसा कमाया पर सुकून खो गया ,मेरी खुशियां कही गायब हो गई | ७ दिनों से बीमार था | कोई पानी देने वाला नहीं था | वहां आप दोनों मेरे कितना ध्यान रखती थी | 

मुझे अधिक पैसा नहीं कमाना है , मुझे अपने मम्मी पापा  के साथ रहना है ” दीपा तुमने सही कहा था , ” जिस घर में बुजुर्ग हंसते मुस्कुराते हुए रहते है उस घर में भगवान का वास होता है , | मै आपलोग के बिना नहीं रह सकता | हमको घर के चलो दीपा | दीपा , बहुत खुश थी | बोला ” तुमको लेने ही तो आई हूं,तुम ठीक हो जाओ फिर चलते है ,

और हां जब हम लोग आ ही गए है कनाडा तो , कुछ दिन घूम ही लेते है , सभी जोर जोर से हसने  लगे |दीपा ने रवि की बहुत अच्छे से देख भाल की , रवि अब ठीक हो गया | फिर रवि दीपा ओर उसके मम्मी पापा अपने घर आ गए | अब रवि बहुत खुश था |

रंजीता पाण्डेय

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