झूठा प्यार – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

आज बेटे अर्जुन का फोन आया की उसे मां की बहुत याद आ रही है इसलिए वो पूरे परिवार को ले कर मिलने आ रहा है ये सुनकर आरती के पांव जमीं पर नही पड़ रहे थे ।उसे खुश देख उनके पति रवि भी खुश थे लेकिन उन्हें इस बात मैं कुछ दाल मैं काला लग रहा था ।जिस बेटे ने पिछले तीन साल मैं माता पिता की सुध नहीं ली महीनों हो जाते बात किए हुए वो अचानक इतना मेहरबान कैसे ।

उन्होंने अपनी पत्नी से कहा भी आरती ;योगेश का इस तरह अचानक आना मुझे कुछ गड़ बड़ लग रहा है ।आरती बोली आप अपने बेटे के बारे मैं ऐसा कैसे सोच सकते हो अरे वो काम मै व्यस्त होगा नहीं मिल पाया होगा वक्त अब देखो खुद ही आ रहा है ना और वो तैयारी मैं लग गई।

अर्जुन विदेश मैं पढ़ाई करने गया था फिर नहीं नौकरी लग गई साथ मैं पढ़ने वाली लड़की से प्यार हुआ तो भारत शादी करने आया फिर गया तो ऐसा व्यस्त हुआ की माता पिता की जरूरत ही महसूस नहीं हुई अभी  पांच महीने पहले ही बेटी हुई थी तब आरती का बहुत मन था की मिलने जाए लेकिन इतना पैसा उनके पास नहीं था और बेटे ने मना कर दिया ।आरती मन मसोस कर रह गई ।

आज अर्जुन आया बहुत प्यार  से मिला बहू भी दोनों को बहुत प्यार और सम्मान दे रही अपनी बेटी को सास की गोदी मैं देती हुई बोली मम्मी अब आप ही सम्हालो इसे ।इतने दिनों बाद पोती को देख प्यार उमड़ पड़ा दिन भर उसके साथ बीतने लगा इसी तरह पंद्रह दिन निकल  गए कुहू दादी दे हिल गई थी दादाजी को भी अच्छा लग रहा था ।

आज अर्जुन बोला मां मैं चाहता हूं आप भी हमारे साथ चलो । मां बोली नहीं बेटा अब हम क्या करेंगे तुम से मिल लिए क्यों इतना खर्चा करना।

तभी बहू बोली आप यहां अकेले कैसे रहोगे पीछे से कौन देखेगा अब हम साथ रहेंगे कुहू को भी अच्छे संस्कार मिलेंगे ।

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आरती खुश थी की सबके साथ रहेंगे फिर रवि भी राजी हो गए ।आरती तैयारी मैं लग गई रात को कुहू के रोने को आवाज से वो बेटे के कमरे मै जा रही थी तभी बहू की आवाज आई ।चलो अच्छा हुआ तुम्हारे मां -पापा तैयार हो गए अब न घर की चिंता न कुहू की । वहां तो मेड मिलती नही परेशान हो गई थी  ।बस एक बार चलें फिर आने नही देंगे

सुनो उनके पासपोर्ट अपने पास रखना ।

अर्जुन बोला हां  धीरे बोलो ।

सुनकर आरती के पैरों तले जमीन खिसक गई ।बहु तो ठीक है बेटा ऐसा करेगा रवि सही कह रहे थे दाल मैं काला है पर मैं ही ममता मैं अंधी थी।

दूसरे दिन उन्होंने जाने से मना कर दिया ।अर्जुन ने पूछा भी तो उन्होंने रात की घटना बता दी और कहा शर्म आनी चाहिए तुम्हें इतना गिर गए की हमारा इस्तेमाल करने लगे हम तो प्यार से चलने को तैयार थे ।चले जाओ यहां से

अर्जुन  निगाह नीची करके चला गया ।

स्वरचित

अंजना ठाकुर

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