इल्जाम –  वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  सबको खिला कर किचन समेट रही थी.. बच्चों का स्कूल सुबह सुबह होता है, किचन साफ रहने से लंच बनाना आसान हो जाता है.. फुरसत से थोड़ी देर टीवी पर बिग बॉस मे होने वाले झगड़े का आनंद लूंगी.. तभी डोर बेल बजी.. सामने सोना मेरी कामवाली अपनी सात साल की बेटी रिंकी के साथ खड़ी थी.. इतनी रात में… अरे ये खून क्यों निकल रहा है.. फूटे होंठ माथे पर बड़ा सा गोला.. हाथ पर चोट के निशान पूरी अस्त व्यस्त हालत में सोना मेरे सामने थी.. रिंकी लगातार रोए जा रही थी..

            अंदर लाकर बैठाया.. किराए में रहने वाले लड़के को जो किसी डॉक्टर का कंपाउंडर था उसे फोन कर बुलाया… उसने बीटाडीन कॉटन में लगाकर चोट से निकले खून को साफ किया.. एक इंजेक्शन दिया और कुछ दर्दनाशक गोली दी… जाते जाते कह गया दीदी थोड़ा हल्दी दूध गुड़ डालकर दे देना..

                रिंकी को बिस्किट दे कर चुप कराया… सोना को हल्दी दूध और ब्रेड जबरदस्ती खिलाया.. शाम को काम करके गई है और अभी इस हाल में…

                   सोना का पति दिनभर ठेला चलाता और शाम को जो पैसे मिलते शराब में खर्च कर देता… झारखंड में ये निम्नवर्गीय परिवार के लिए आम बात है.. सोना जो घर का काम कर कमाती उसी से उसका घर चल रहा था… मेरी पहल पर रिंकी का एडमिशन स्कूल में इसी साल हुआ था… ड्रेस पहन कर जब रिंकी स्कूल जाती तो सोना की आंखों में अजीब सी चमक आ जाती..

                                अब रिंकी का स्कूल फीस भी हर महीने सोना को देना पड़ता था.. कभी कभी सोना का हाथ तंग होता तो मैं रिंकी की फीस जमा कर देती पर अपने बच्चों की जिम्मेदारियां पढ़ाई के खर्चे पिक पर थे इसलिए हर महीने देना संभव नहीं था..

              सोना अब अपने पति किशन पर राशन खरीदने के लिए कुछ रकम मांगने लगी. और यहीं से लड़ाई और मार पीट की शुरुआत हो गई..

             सोना पैसे के लिए किसी की मालिश कर देती , किसी का गेहूं धोकर सुखा कर आटा चक्की में पिसवा देती, और भी छिटपुट काम अपने रोज के काम से समय निकालकर कर देती…

            ये सब करते करते सोना काफी थक जाती.. रात में किशन पीकर आता तो सोना से जबरदस्ती करने की कोशिश करता पर थकी हारी सोना कभी झिड़क देती कभी मन मारकर मनमानी करने देती.. जिस दिन किशन के मन के उल्टा होता उस दिन सोना को गाली और मार दोनो मिलता…

                  आज भी कुछ ऐसा हीं हुआ.. सोना किशन को खाना खिला कर थाली उठाते उठाते कुछ पैसे मांगे, फिर क्या था किशन वही थाली सोना के हाथ से लेकर जितना हो सका पीटा.. दुबली पतली सोना बेदम हो गई.. रिंकी रोते रोते पड़ोस में भाग गई..

                    आज सोना पुलिस के पास जाने की सोच कर आई थी… अगले दिन मैंने पति के एक परिचित से बात की जो ऐसी संस्था से जुड़े थे को औरतों को जरूरत पड़ने पर थाना पुलिस से भी मदद करते थे.. उन्ही के साथ सोना थाना गई रिपोर्ट लिखवाया…

         किशन को पुलिस थाने ले गई.. किशन पुलिस से बोला मुझे मेरी पत्नी से एक बार बात कर लेने दो साहब.. क्योंकि उसकी मालकिन उसे दिन रात के लिए काम पर रखना चाहती हैं और मैं इसका विरोध करता हूं, दिनभर जितना काम करो पर शाम होते अपने घर आ जाओ.. पता नही इसकी मालकिन की क्या मंशा है, कौन सा काम इससे करवाने के लिए रात में भी रखना चाहती हैं…. ऐसा #घिनौना इल्जाम #उफ्फ….

                   थानेदार सोना को भी बुलाया… किशन ने क्या पट्टी पढ़ाई सोना बिल्कुल मुकर गई… पुलिस दोनो को साथ भेज दी… और मेरे घर में सोना के कारण मुझे जो सुनना पड़ा मैं हीं जानती हूं… एक सप्ताह बाद सोना अचानक से मेरे घर आई.. मैं मुंह फेरकर जाने लगी.. उसने जल्दी से मेरा हाथ पकड़ कर रोका और मेरे पैरों पर गिर पड़ी…. उसने कहा मैं जिस वर्ग से आती हूं उस वर्ग में पति के बिना पत्नी और बेटी का अस्तित्व जीरो है…. एक परदा तो है भले हीं शराबी है पर पिता और पति का नाम हम मां बेटी के साथ जुड़ा तो है.. समाज की घिनौनी नजरों से बचने के लिए… और मेरा पति बोला जेल हो गया तो तेरे मालिक और मालकिन को भी मैं अच्छे से बदनाम कर दूंगा.. फिर तू कहां जायेगी बेटी को लेकर.. सोच ले सोना.. मालकिन पूरी जिंदगी का ठीका लेंगी मां बेटी का…

            हमारे जैसी औरतों की जिंदगी ऐसी हीं होती है.. मुझे माफ कर दीजिए.. मैं निः शब्द थी.. थके कदमों से सोना रिंकी का हाथ पकड़े जा रही थी….

 

#स्वलिखित सर्वाधिकार सुरक्षित #

# इल्जाम #

Veena singh


 

 

 

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