लतिका अपने कमरे में इधर से उधर टहल रही थी।उसका मन किसी अनहोनी की आशंका से बैचेन था। रह –रह कर कभी फोन को देखती तो कभी बाहर गेट की तरफ देखती। उसको मोहित का इंतजार था, जिसका कहीं अता पता नहीं था।
लतिका की ऑनलाइन मैरिज ब्यूरो साइट से मोहित के साथ शादी फिक्स हुई थी। आकर्षक व्यक्तित्व का मालिक मोहित एक सफल बिज़नेस मैन था और उसके कई शहरों में ऑफिस थे। परिवार भी अच्छा था। पैरेंट्स कनाडा में रहते थे।
मोहित के पैरेंट्स भी बड़े सुलझे हुए विचारों के थे। लतिका को तो मोहित की मम्मी बहुत पसंद आईं। हालांकि कनाडा में रहने के कारण वो उनसे मिल तो नहीं पाए, बस फोन पर ही बात हो सकी।
सब कुछ अच्छा जानकर बिना देर किए लतिका और उसके पैरेंट्स ने हां कर दी। क्यों की उनको डर था कि कही लड़का हाथ से ना निकल जाए।
बात पक्की हो जाने के बाद लतिका और मोहित ऑडियो और वीडियो चैट करने लगे। बातों – बातों में मोहित ने कहा कि अभी वो लोग रोका कर लेते हैं और शादी मम्मी –पापा के भारत आने पर कर लेंगे।
लतिका के पैरेंट्स को यह बात अच्छी लगी, क्यों कि मन में उनको भी डर था कि कहीं मोहित की दूसरी जगह बात पक्की न हो जाए। इसलिए वो खुशी – खुशी रोके की तैयारी में लग गए।
कल लतिका और मोहित की बहुत ही साधारण तरीके से घर के सदस्यों के बीच रोके की रस्म हो गई। जिसमें लतिका के पैरेंट्स ने मोहित को डायमंड की अंगूठी, 1 लाख रुपए, कपड़े गिफ्ट में दिए।
मोहित भी लतिका के लिए डायमंड सेट लेकर आया और आज खास पहचान वालों को पार्टी देने का प्रोग्राम बनाया। उसी पार्टी की जानकारी के लिए लतिका बार बार मोहित को फोन कर रही थी। लेकिन मोहित का फोन बंद आ रहा था।
उसने फेसबुक पर उससे बात करने की कोशिश की, लेकिन वहां से वो अपना अकाउंट डिलीट कर चुका था। उसने सारे सोशल नेटवर्किंग साइट्स चैक किए, जहां पर वो था, लेकिन वो कहीं न मिला।
जब लतिका ने उसके मम्मी पापा से कॉन्टैक्ट करना चाहा तो उसने पाया कि वो ब्लॉक हो चुकी है।
दरअसल मोहित ने शादी के नाम पर उनके साथ ठगी की थी। कई बार ऑनलाइन फ्राउडस्टर मैरिज ब्यूरो पर अपनी आकर्षक फैक प्रोफाइल बना लेते हैं और सामने वाली पार्टी को धोखा दे कर ठग लेते हैं।
लतिका के साथ भी ऐसा ही हुआ। हाई प्रोफाइल देखकर उसके पैरेंट्स ने कोई खोज खबर नहीं की और मोहित के द्वारा बताई गई बातों को सच मान लिया। जिसका फायदा मोहित ने उठा लिया।
अगर लतिका के पैरेंट्स मोहित के एड्रेस, बिज़नेस, कॉन्टैक्ट्स की तहकीकात करते तो शायद इस फ्रॉड से बच सकते थे।
अनिता गुप्ता