हमारी बेटी की आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है : Moral stories in hindi

अरे ओ रोशनी की मम्मी.. क्या बात है.. सुना है  रोशनी की शादी अभी नहीं करना चाहते तुम? अभी इसे और पढ़ाना चाहते हो? अरे भाई आजकल जमाना खराब है, लड़कियों की समय से शादी हो जाए तो ही अच्छा है! कोई लड़का वड़का देखा हो तो बताओ..! हमारे इनके ऑफिस में अभी एक 27- 28 साल का लड़का क्लर्क की पोस्ट पर आया है,

तुम कहो तो उससे बात चलाएं! अब तुम्हारी रोशनी वैसे भी इस साल 20 वर्ष की हो जाएगी और पढ़ने लिखने में तो इसका दिमाग भी कोई खास नहीं है! हां हां भाभी जी… मैं तो इसे कोई सिलाई का या फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करवाना चाहती हूं, क्योंकि इसमें इसकी रुचि है और हो सकता है आगे चलकर इसमें कुछ अपना नाम रोशन कर ले! हा हा.. अरे.. ऐसा भी कोई होता है क्या..?

मैं तो तुम्हें अपना मांन कर कह रही थी, समय रहते अच्छा लड़का मिल जाएगा वरना फिर पछताते रह जाओगे, और एक कोर्स का क्या है, यह तो शादी के बाद भी कर लेगी, मेरी मानो तो तुम अच्छा सा लड़का देखकर इसका ब्याह कर दो जिससे तुम दोनों पति-पत्नी चिंता मुक्त हो जाओ! किसी के मुंह से ऐसे शब्द सुनकर मेरा खून खौल जाता है,

किंतु घर आए मेहमान को कभी भी अपमानित करना मैंने उचित न समझा, किंतु आज जब वह हाथ धोकर मेरे बेटी के रिश्ते के पीछे पड़ गई तब मुझे भी बोलना पड़ा.. सही कह रही हो रागिनी की मम्मी, हमारी रोशनी इस साल 20 की हो जाएगी,  आपकी बेटी भी तो इस साल 25 की हो जाएगी,

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तो देखा जाए तो आपकी बेटी तो हमारी बेटी से भी 5 साल बड़ी है, तो क्या आपको अपनी बेटी की शादी की चिंता नहीं है..? आप क्यों नहीं अपनी बेटी की शादी उस क्लर्क से कर देते! अरे भाभी जी… जमाना बहुत खराब है, मैं तो कहती हूं रागिनी का तो चट मंगनी पट ब्याह कर दो, कहीं ऐसा ना हो कल को आपका मुंह काला करवा दे

और किसी के साथ उड़न छू हो जाए! यह आप कैसी बातें कर रही है मेरी बेटी के लिए, तुम्हें पता है मेरी बेटी उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली गई हुई है, कितनी होशियार है मेरी बेटी पढ़ने में और मेरी बेटी मेरे लिए कोई बोझ नहीं है! यह आपने बिल्कुल सही कहा, आपकी बेटी आपके लिए बोझ नहीं है

किंतु हमारी बेटी हमसे ज्यादा आपके लिए बोझ हो रही है, कमाल करते हो भाभी जी.. दूसरों की बेटी की उम्र तो आपको खूब दिख जाती है पर खुद की जवान बेटी.. वह नजर नहीं आती, अरे कम से कम जो बेटी के माता-पिता है उन्हें तो दूसरों की बेटी के बारे में बोलने से पहले थोड़ी शर्म करनी चाहिए, शायद मेरी बातें आपको चुभ रही होगी, किंतु मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा,

क्योंकि “ऐसे शब्दों से मेरा खून खौल जाता है”, हमें भी हमारी बेटी की उतनी ही चिंता है जितनी आपको आपकी बेटी की! और हम जानते हैं हमारी बेटी का संबंध कब और किस से करना है, इसलिए कृपया करके भाभी जी इन मामलों में आप सलाह न हीं दे  तो बेहतर है! और रोशनी की मम्मी की  ऐसी बातें सुनकर रागिनी की मम्मी गुस्से में अपने घर आ गई! क्या रोशनी की मम्मी ने रागिनी की मम्मी को सही जवाब दिया…? बताइएगा जरूर!

  हेमलता गुप्ता स्वरचित

(ऐसे शब्द सुनकर मेरा खून खौल जाता है)

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