गुड़ गोबर करना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

भारत में क्रिकेट अत्यंत लोकप्रिय खेल है।क्रिकेट  भारत में धर्म की तरह है।लोग यहाँ इस खेल के दीवाने हैं।इस खेल ने लाखों भारतीयों के दिलों पर कब्जा कर लिया है।यह सिर्फ एक खेल नहीं,बल्कि राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक  बन गया है।

प्रत्येक चार साल पर क्रिकेट वर्ल्ड कप का आयोजन होता है।वर्ल्ड कप जीतने का सपना हर देश के खिलाड़ी का होता है।2023 वर्ल्ड कप का आयोजन भारत में 5 अक्टूबर  से 19 नवंबर तक चला।मैच के आगाज से ही भारतीय क्रिकेट टीम विजय रथ पर सवार थी।

एक-एककर 10 मैच जीतकर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को वर्ल्ड कप के सुनहले सपने दिखा चुकी थी।पूरे वर्ल्ड कप में अजेय भारतीय टीम  ट्राफी जीतने से महज एक कदम दूर थी। प्रत्येक  भारतवासी का दिल धक-धक कर रहा था।जीत की कल्पना चरम-सीमा पर थी।

इंतजार की घड़ियाँ काटे नहीं कट रहीं थीं।आखिर वो लम्हा आ ही गया।19 नवंबर 2023 को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में भारत -ऑस्ट्रेलिया का मैच शुरु हो चुका था।पूरे देश में भारत की जीत के लिए  प्रार्थना और दुआ की जा रही थी।

भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद थी कि  रोहित शर्मा की कप्तानी में  20 साल  बाद भारत ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड कप में2003 का बदला लेगा,परन्तु अफसोस!इस बार भी भारत ऑस्ट्रेलिया से नहीं पार पा सका।अहमदाबाद में  कंगारुओं ने  भारतीय  टीम के अश्वमेघ  का घोड़ा रोक लिया।

भारतीय  टीम के मात्र 241 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर 1करोड़ 40लाख भारतीय की उम्मीदों का गुड़ गोबर कर दिया।रिकार्ड छठी बार वर्ल्ड कप जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के जज्बातों का गुड़ गोबर कर दिया।

अब भारतीय को  इस ट्राफी पाने के लिए  एक बार  फिर  से चार साल   लम्बे वक्त का इंतजार करना पड़ेगा।अंत में भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के जज्बे को सलाम करते हुए कह सकती हूँ कि निराश होने की जरूरत  नहीं है,19नवंबर का दिन हमारा नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ियों का था।बस कुछ गलतियों से सबक लेने की जरूरत  है,ताकि अगली बार सारी मेहनत गुड़ -गोबर न हो जाएँ!

समाप्त। 

लेखिका-डाॅक्टर संजु झा (स्वरचित)

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