अब तक आपने पढ़ा….
ऋतिका को रोहित से बात करके पता चलता है कि वो एक interior desgner है…. वो अपने बारे में भी बताती है….सुनीता जी फोन करके अपने सपरिवार आने की बात मालती जी को बताती है
अब आगे…..
रोहित के ये कहने पर कि.. …मौसम की तरह कोई उसके दिल में आने लगा है…. ऋतिका मुस्कुराने लगती है
नेहा उसकी मुस्कुराहट को दूर से देख कर ही गुनगुनाती है…
दिल खो गया हो गया किसी का
अब रास्ता मिल गया खुशी का
ऋतिका उसे घूर कर देखती है तो वो अपना काम करने लगती है और सिर नीचे करके मुस्कुराने लगती है
ऋतिका फिर रोहित से बात करने लगती है
ऋतिका : अच्छा…
रोहित : हाँ जी…
ऋतिका : तो क्या आप उनका नाम बताना चाहेंगे?
रोहित उसके इस msg पर मुस्कुराता है और मन में ही बोलता है…..वो आप ही तो है… जिसे ना देखा ना ही आवाज़ सुनी… आपकी बातों से ही प्यार हो गया…..
रोहित : जी नाम तो मैंने आपको बता ही दिया है.
ऋतिका : नही..आपने नाम बताया ही नहीं
रोहित : ज़रा chat पर ग़ौर फरमाये तो आपको नाम पता चल ही जायेगा
ऋतिका अपना नाम देख कर मुस्कुराए जा रही थी
ऋतिका : मुझे नही मिला
रोहित : मुझे पता है… कि आपको पता चल गया है…. और आपकी मुस्कुराहट सारे राज़ खोल भी रही है
ऋतिका : मैं बाद में बात करती हूँ आपसे…..कुछ काम है
रोहित : ज़रूर… वैसे मैंनें तो बता दिया… लेकिन आपने नहीं बताया… उस ख़ास के बारे में.. ?
ऋतिका : फिर कभी
Good night
रोहित : Good night..
ऋतिका मुस्कुराते हुए ही laptop बंद करती है… रोहित के लिखे गए वो शब्द.. कि आपको पता चल गया है नाम वो अभी भी थोड़ा सा शर्मा रही थी.
उसे पता ही नहीं चला कि कब नेहा उसके पास आ कर खड़ी हो गयी और मुस्कुराकर उसे देखे जा रही है..
नेहा ने उसके आगे चुटकी बजाते हुए
कहा – क्या हुआ रोहित जी ने मुहब्बत का इज़हार कर दिया क्या?
उसकी इस बात पर ऋतिका हड़बड़ा कर बोली.. नहीं नही…ऐसा कुछ नही है
नेहा ज़ोर से हँसी… और बोली तुम्हारा चेहरा सब कुछ बता रहा है… ये होंठों की हँसी… ये लाल होता हुआ चेहरा… झुकी हुई कुछ शरमयी सी आँखे…
इतना सुनकर ऋतिका पीछे की तरफ घूम जाती है…
नेहा उसे फिर से अपनी तरफ घुमाते हुए कहती है…. मैं सही हूँ ना
ऋतिका ह्म्म्म कहते हुए उसे गले से लगा लेती है…
नेहा भी उसे कस के गले से लगा लेती है |
अगले ही पल वो उसे अलग करते हुए बोलती है ये तो celebarate करने का time है… Let’s party
ऋतिका अपना हाथ सिर पर मारते हुए कहती है…. मैं क्या करूँ इसका
नेहा तो बस अपने में ही मस्त हो कर ऋतिका की खुशी में खुश हो रही थी…
कुछ देर बाद दोनो यूँ ही हँसते बातें करते ख्वाबों की दुनिया में खो जाती है
उधर रोहित भी ऋतिका की बात पर मुस्कुराए जा रहा था… उसे ऋतिका के समझ के भी ना समझने वाली बात पर हँसी आ रही थी… ….वो अपना गिटार लेकर खिड़की के पास जाता है…. और उस पर एक धुन छेड़ देता है..
तभी उसके कमरे में राशि और रजत knock करके आते है….. रोहित जो धुन
गिटार पर बजा रहा था… उसमे सुर मिलाते हुए… रजत गाने लगता है और राशि को dance करने के लिए अपना हाथ बढ़ता है
नीले नीले अम्बर पर चाँद जब आए
प्यार बरसाए हमको तरसाए…
राशि , रोहित और रजत तीनों मस्ती में गाना गाने लगते है…
थोड़ी देर के बाद जब गाना ख़तम हो जाता है तो तीनों ताली बजाते है…
रजत रोहित से पूछता है….. भाई क्या बात है आप बड़े खुश लग रहे है… राशि भी उसे से यही पूछाती है…
रोहित मुस्कुराते हुए कहता कुछ नहीं.. बस ऐसे ही..
ऐसे ही…. रजत फिर पूछता है
रोहित उसकी तरफ pillow फेकते हुए कहता है catch
रजत pillow catch कर लेता है और राशि से कहता है… दी पिछले कुछ दिनो आपको नही लगता कि भाई कुछ बदले बदले से लग रहे हैं |
राशि मुस्कुराते हुए कहती …….. हाँ लग तो रहा है…. क्या बात है रोहित?
कुछ भी तो नहीं है दी…. मैं तो हमेशा खुश ही रहता हूँ
कुछ है तो बता सकते हो… राशि ने कहा
क्या आप दोनो भी…. ये सब बातें ले कर बैठ गए…..
अच्छा ये बताओ आप दोनो कि दिल्ली का plan है
बस हम लोग function attend करेंगे और फिर मालती aunty के घर जायेंगे…
मैं सच कहूँ तो मुझे function attend करने से ज़्यादा…. ऋतिका से मिलने की जल्दी है… राशि ने कहा
Same here रजत ने कहा मैं तो जा ही इसीलिए रहा हूँ…
मुझे भी… रोहित ने मन में ही कहा
अच्छा भाई आपकी बात होती है ऋतिका दी से
हाँ….. हो जाती है कभी – कभी
Ok
चलो बहुत देर हो गयी.. कल सबको जाना है.. Good Night
कह कर रजत और राशि रोहित के कमरे से बहार निकल जाते है |
सबके busy routine के साथ हफ्ते के पाँच दिन निकाल गए थे….
Friday के दिन शाम को घर से निकलते वक़्त सुनीता जी ने मालती को फोन करके बता दिया कि हम सब दिल्ली के लिए निकाल गए है….. मालती ने भी उन्हें happy journey wish किया और जल्दी ही मिलेंगे कह कर बात ख़तम की
ऋतिका और नेहा दोनो मालती जी के कहने पर स्कूल से छुट्टी ले ली थी… उन्होंने . अपनी बहन को भी सारी बात बतायी और आने को बोल दिया |
अपनी तरफ से मालती जी और सबने मिल कर सारी तैयारी कर ली थी… अब बस इंतज़ार था तो सुनीता जी के परिवार सहित आने का |
सुनीता जी शाम 4 बजे फ्री हो गयी थी… उन्होंने मालती से घर का address लिया और वो सब गाड़ी में बैठ कर मालती जी के घर जाने के लिए निकाल गए |
क़रीब डेढ़ घंटे बाद वो सब मालती जी के घर पहुँच गए…
मालती ने गाड़ी का होर्न अपने घर के आगे सुना तो मुस्कुराते हुए बोली – वो लोग आ गए
मालती , ऋतिका, नेहा उनकी बहन, जीजाजी और शिवम सब लोग बाहर उन सबको लेने के लिए गए |
मुस्कुराते हुए पहले मुकेश जी बाहर निकले… फिर सुनीता जी, राशि और रजत
गाड़ी से बाहर आ गए |
मुकेश जी ने मालती को हाथ जोड़ कर नमस्ते किया और बोले….. लीजिए हम एक बार फिर आपके घर आ गए
मालती ने भी हाथ जोड़ कर नमस्ते किया और मुस्कुरा कर बोली… स्वागत है आपका
सुनीता जी ने आगे आ कर मालती जी को गले से लगा लिया |
राशि ने भी सबको नमस्ते की और रजत ने मालती के पैर छुए…
सुनीता जी की नज़र जब ऋतिका पर गयी तो उन्होंने बड़े प्यार से उसके गाल पर हाथ रखा उसे गले से लगा लिया और बोली कैसी हो गुड़िया रानी
ऋतिका ने कहा – मैं अच्छी हूँ… आप कैसी है? उन्होंने उसके गले लगे हेर ही कहा… हम ठीक है
राशि ने भी कस के ऋतिका को गले से लगा लिया |
रजत ने मुस्कुरा कर ऋतिका को hello बोला तो ऋतिका ने भी उसे hello बोला
सब अंदर जाने लगे… लेकिन ऋतिका को जिसका इंतज़ार था… वो तो कहीं नही था
उसने एक बार पीछे मुड़ करे देखा……लेकिन उसे और कोई दिखा नही राशि ऋतिका से बातें किए जा रही थी ल ऋतिका बस मुस्कुरा रही थी….
नेहा भी बड़ी बेसब्री से रोहित का इंतज़ार कर रही थी….
सब अंदर चले गए…. रजत गाड़ी से समान उतरवा रहा था….. Driver ने उसके साथ मिलकर सारा सामान उतरवा कर रखवा लिया.
नेहा अभी भी दरवाज़े के पास खड़ी हुई थी… रजत ने उसे देखा तो उसके बहुत पास जाकर पूछा….. कोई आने वाला है?
उसने यूँ ही दरवाज़े की तरफ देखते हुए कहा रोहित जी.
भाई…. वो तो वापस चले गए
क्या?? वापस नेहा ने हैरानी से पूछा
हाँ…. उनकी meeting निकाल आयी बहुत important तो उनको जाना पड़ा
कहने के बाद वो अंदर जाने लगा…
नेहा ने अपने मन में ही कहा – लो ये भी कोई बात हुयी … मीटिंग निकाल आयी.. अरे बता तो दिया होता…. वो अपने ही ख़यालों में खोयी थी…. कि आगे चलते हुए रजत से टकरा गयी..
रजत पीछे घूमा और उसे रास्ता देते हुए बोला – जाए आप
नेहा तेज़ कदमों से अंदर की तरफ बढ़ गयी….
अंदर सब hall में बैठे हुए थे…. मुकेश जी ने देखा उमेश जी की बड़ी सी तस्वीर वहाँ रखी थी… वो उसके पास गए.. सुनीता जी भी उनके साथ उस तस्वीर की तरफ बढ़ गयी… मुकेश जी और सुनीता दोनों ने हाथ जोड़ कर उन्हें प्रणाम किया… आँखें दोनो की ही भर आयी थी |
सुनीता ने मुकेश जी के कंधे पर हाथ रखा मुकेश जी ने अपनी नम हुयी आँखों को पोंछा और बैठ गए..
मालती ने अपने बहन नूतन उनके पति महेंद्र और शिवम से उनको मिलवाया
वो सब तो वीडियो call पर मिल ही चुके थे…
तभी मालती जी ने पूछा… रोहित नहीं आए..
सुनीता जी ने कहा – आया था लेकिन उसकी मीटिंग निकाल आयी और उसको पहुँचना ज़रूरी था.. तो वो 2 बजे निकाल गया था |
उनकी ये बात सुनकर ऋतिका थोड़ा सा उदास हो गयी….
मालती जी ने ऋतिका को इशारे से कुछ कहा…. वो किचन की तरफ जाने लगी तो नेहा उसके पास आ गयी… दोनो किचन में गयी तो नेहा ने कहा….. अरे ये क्या बात हुयी कम से कम बता तो देते कि… कितना अच्छा मौका मिला था
कोई बात नही आ गया होगा कुछ important…..
तो तुझसे मिलना important नहीं था ?
शायद कुछ बहुत ज़रूरी हो..
अच्छा तुम ये लो और चलो hall में
नेहा ने बुझे हुए मन से ट्रे को हाथ में पकड़ा और बोली… Msg ही कर दिया होता…क्या पता किया हो… लेकिन तुम्हें कैसे पता चलेगा…. उफ्फ्फ़… वो तुम laptop खोलोगी तब ना… इसलिए मैं कह रही थी की फोन पर download कर लो…
अरे…. अभी ये सब बातें बाद में पहलेे ये दे कर आओ…
नेहा पैरों को पटकती हुयी हॉल की तरफ चली गयी |
ऋतिका फिर चाय बनाने में लग गयी
Hall में से बातों की आवाजे आ रही थी…सभी चलती हुयी बातों के बीच सुनीता जी ने कहा.. अब हम राशि की शादी करेंगे तब आप ज़रूर आइयेगा…
राशि ये सुनकर थोड़ा सा शर्मा गयी… और बोली मम्मी मैं ऋतिका के पास जा रही हूँ…. और उठ कर बाहर चली गयी…. सब मुस्कुरा दिये..
राशि जब किचन के पास आयी तो उसने सुना नेहा बोली रही थी.. क्यों नही आए यार… ऐसा भी क्या था
तभी राशि कितच में आते हुए बोली… कौन नहीं आया?
उसकी ये बात सुनकर नेहा ऋतिका का मुह देखने लगी..
ऋतिका मुस्कुराई और बोली कुछ नही दी….. आज वो चाट वाला नहीं आया ना रोज़ आता है इसी time… इसलिए बस
अच्छा….. राशि ने कहा
तभी उसका फोन बजा…
हाँ रोहित …. जैसे ही उसने कहा…. ऋतिका ने उसकी तरफ देखा
हाँ हम पहुँच गए आराम से
तुम ?
उधर से आवाज़ आयी हाँ मैं भी पहुँच गया
अभी मीटिंग है बाद मे बात करता हूँ |
Ok कह कर राशि ने फोन cut किया और बोली रोहित था… पहुँच गया वो भी..
नेहा ने मन में कहा…. हाँ ….जहाँ आना चाहिए था… वहाँ तो पहुँचे ही नही..
रजत भी बड़ों के बीच से उठ कर शिवम के साथ किचन की तरफ आए रहा था कि फिर से नेहा अपने ही ख़यालों में गुम उसे से टकरा गयी और गिरने को हुयी तो रजत ने उसे थाम लिया
शिवम ने कहा दी संभल के.. …
वो ठीक से खड़ी हो गयी
रजत ने कहा…… क्या हुआ आपको .. आप बार – बार टकरा रही हैं ?
ऐसी कोई बात नही मैं तो सही जा रही थी आपने ही नही देखा होगा…कह कर आगे बढ़ गयी
वो ऋतिका के कमरे में गयी और बोली – एक तो रोहित जी आए नही…. मेरा दिमाग़ वैसे ही खराब हो रहा उपर से ये बार – बार टकराए जा रहा है
नेहा शांत कर अपने को.. उसने दो तीन दीप breath ली और फिर बाहर आ गयी
सबने खाना खाया.. फिर नेहा ने सबसे बोला चले ice cream खाने चलते है… सब बड़ों ने मना कर दिया… और बोले तुम सब जाओ…
सब कुछ ही दूरी पर मिल रही ice – cream के ठेले के पास आ गए..
रजत नेहा को देख रहा था…. नेहा ने उसे देखा तो मुह बना लिया रजत हँस दिया |
नेहा ने ice cream वाले से कहा – भईया सबके पसंद की ice cream de दो… और मेरे लिए strawberry
अच्छा कह कर सबको उसने ice cream cone बना कर दिए
नेहा बड़ी मस्ती से ice – cream खाते हुए चल रही थी… कुछ इस cream उसकी नाक पर भी लग गयी थी
ऋतिका, राशि और शिवम कुछ आगे बढ़ गए थे…. रजत और नेहा thoda पीछे थे… रजत ने नेहा को ऐसे देखा तो उसको हँसी आ गयी…
नेहा ने इशारे से पूछा क्या हुआ… तो उसने बताया की ice – cream आपकी नाक पर भी लग गयी है
नेहा ने जल्दी से ice cream tissue से हटाई और आगे बढ़ गयी … उसने रजत को पीछे मुड़ कर देखा तो रजत हँस रहा
था |
ऐसे ही अगला दिन भी बीत गया…. मुकेश जी और सुनीता जाने के लिए दरवाज़े पर खड़े थे… सुनीता जी ने मालती से कहा बहुत अच्छा लगा सबसे मिल कर..
अब आप भी आइये…. और राशि की शादी में तो आना ही है
जी ज़रूर.. मालती ने कहा और उनके गले लग गयी |
राशि ने भी जाते हुए ऋतिका और नेहा को गले से लगा लिया
रजत मुस्कुरा कर नेहा को देख रहा था
उसके पास से गुजरते हुए उसने धीरे से कहा…. आपसे मिल कर अच्छा लगा… और गाड़ी में जा कर बैठ गया…
नेहा उसको देख रही थी… रजत ने उसकी तरफ देखा तो हाथ से bye किया और एक आँख मार दी..
नेहा उसे मुह खोल कर देख रही थी.
वो सब चले गए तो…. नेहा ऋतिका को जल्दी से रूम में ले कर गयी और बोली… तुम laptop खोलो और देखो कोई msg आया है क्या?
ऋतिका ने laptop खोला तो देखा…. Rohit का msg saturday 2 बजे का था
रोहित : I am sorry मेरी एक ज़रूरी मीटिंग निकाल आयी ….. इसलिए मैं नहीं आ पाया… Sorry sorry sorry….
मुझे पता है आपको बुरा लगा होगा…
ऋतिका ने एक पल को सोचा फिर लिखा
ऋतिका : अरे…आप sorry मत बोलिए…. कोई बात नही..
रोहित ने जब ऋतिका का msg देखा तो तुरंत relpy किया
रोहित : नहीं… मुझे भी तो मिलना था ना आपसे… अब पता नही कब?
ऋतिका : वो सब रहने दीजिए ये बताइये कि मीटिंग कैसी रही आपकी?
रोहित : मीटिंग बहुत अच्छी रही….. बहुत बड़ा project है….. बस अब उनके appoval का इंतज़ार है
ऋतिका : Good luck..
रोहित : Thanks
ऋतिका : अब ये क्यों….?
रोहित : I am sorry
ऋतिका : एक बात कहूँ..
रोहित : ह्म्म्म
ऋतिका : ऐसा मम्मी कहती है कि अगर हम सोचे वैसा ना तो समझ लेना कि भगवान् ने इस से भी अच्छा कुछ सोच रखा है आपके लिए
रोहित : ह्म्म्म.. सब गए
ऋतिका : हाँ बस थोड़ी देर पहले
रोहित : मैं कुछ पूछूँ?
ऋतिका : ह्म्म्म
रोहित : आपने बताया नहीं वो ख़ास कौन है…
ऋतिका मुस्कुराई
ऋतिका : है कोई….
रोहित : हाँ कोई तो है.. ये मुझे भी पता है.. पर कौन? और आपको तो पता चल ही गया ना मेरे लिए ख़ास कौन है?
ऋतिका :
रोहित :
ऋतिका : byee
रोहित : byee
उधर ट्रेन में जब सब ठीक से बैठ गए तो सुनीता जी ने मुकेश जी से कहा…
सुनिए… मुझे ऋतिका बहुत प्यारी है ना…
हाँ ….
अपने रोहित के लिए बात करे मालती जी से
मुकेश जी ने कहा आपने तो मेरे मन की बात कह दी
राशि तुम क्या कहती हो?
मम्मी मुझे तो ऋतिका शरू से ही पसंद है और उसे से मिलकर तो मुझे सच में ये लगा कि… वो रोहित के लिए ही बनी है
जैसा रोहित है वो बिल्कुल वैसी ही है
तभी रजत ने कहा – I agree with you दी
मुकेश जी बोले – ठीक है…. लेकिन जोड़ियाँ तो उपर से बन कर आती हैं
और अभी तो हमें ये भी नही पता कि रोहित को ऋतिका पसंद भी है या नही
वो तो अभी मिला भी नही है |
और ऋतिका के बारे में भी हमें नहीं पता क्या पता उसे कोई पसंद हो?
हो तो कुछ भी सकता है लेकिन मुझे पता नही क्यों लगता है कि ऋतिका हमारे ही घर की बहू बनेगी – सुनीता ने कहा
मुंबई जाकर सोचते है इस विषय पर… फिलहाल तो हमें राशि के बारे में सोचना है…..
ऐसा कह कर उन्होंने राशि को side से पकड़ लिया |
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धन्यवाद
स्वरचित
कल्पनिक कहानी
अनु माथुर