एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -3) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा…

ऋतिका ने रोहित से पूछा कि उसने कैसे उसको ढूँढा… रोहित ने उसे पूरी बात बतायी…

अब आगे…

रोहित ने ऋतिका से उसका फोन नंबर माँगा..

ऋतिका ने नेहा की तरफ देखा.. दोनों ही रोहित के इस तरह नंबर मांगने से क्या करे ये सोचने लगी.|

तभी रोहित का msg फिर आया

रोहित : Are you there ?

ऋतिका  : जी…..

रोहित : अगर आप अपना नंबर नहीं देना चाहती तो कोई बात नहीं…

Aunty का नंबर दे दीजिए.. मैंने घर में बताया कि आपसे बात हुयी तो..मम्मी बहुत खुश हुयी उन्हें aunty से  बात करनी थी |

अब ऋतिका के पास ना कहने की कोई वजह नहीं थी उसने अपनी मम्मी का नंबर रोहित को दे दिया |

रोहित : Thanks… मम्मी को बहुत खुशी होगी.. Aunty से बात कर के.

ऋतिका : ….जी मुझे थोड़ा काम है..

रोहित  : जी ज़रूर आप करें काम अपना

Have a nice day

Byee

ऋतिका : same to you

Byee

नेहा ने ऋतिका से कहा… यार ऐसा होता है?.. मतलब इस तरह…. एक कहानी जैसा लग रहा है…. किसी flim की story… हक़ीकत में ऐसा होते हुए पहली बार देख रही हूँ ….और ये रोहित बातें भी बड़ी अच्छी करता है…. मुझे तो ये कोई दूसरे planet का लगता है……

ये सच में तुम्हारे घर आए थे…?

ऋतिका ने कहा  –  हाँ सच में आए थे.. सब तुम्हारे सामने की

ही तो बात है |

मुझे ना लग रहा है कि मैं कोई सपना देख रही हूँ….. चलो मान भी लें कि वो तुम्हारे घर आए थे… बहुत पुरानी बात हो गयी.. कौन याद रखता है ये सब. .. ?

हाँ… सही कहा याद कौन रखता है.

अरे मैं वही तो कह रही हूँ …..तुम तो वहाँ थी नहीं तो बात वहीं पर ख़तम कौन search करता है ऐसे…मुझे तो कोई connection type लगता है वो क्या कहते है…. किस्मत कनेक्शन और हँस दी..

ऋतिका भी हँस दी…तुम ना अपने दिमाग के घोड़ों को लगाम दो और अब चलो नाश्ता करने घर नहीं जाना तुम्हें और कल स्कूल भी है |

जाना है छुट्टी ख़तम.. कह कर थके हुए पैरों से वो बाहर आ करे नाश्ता करने लगी |

जाते वक़्त नेहा ने ऋतिका से कहा वैसे मेरा मन नहीं कर रहा जाने का …..

क्यों ?? ऋतिका ने पूछा

मैं चली गयी और रोहित का msg आया फिर तुम बात करोगी तो मैं कैसे देखूँगी? उसने उदास जैसा मूँह बना लिया |

तो मैं उनको  तुम्हारा introduction दे देती हूँ और फोन नंबर भी  तुम करती रहना बात …..ऋतिका ने कहा

अरे नहीं नहीं मैंने तो ऐसे ही बोला… तुम ही करो बात मुझे बताती रहना बस |

उसकी इस बात पर ऋतिका हँस दी |

फोन नंबर रोहित को  दिया ये बात उसने अपनी मम्मी को बता दी थी…

अगले दिन से ऋतिका फिर अपने routine में  व्यस्त हो गयी | उसके स्कूल में exams थे तो वो काफी busy थी…

रोहित की मम्मी का कोई call नहीं आया ना ही उसकी इस बीच रोहित से कोई बात हुयी |

एक शाम ऋतिका जब स्कूल से आयी तो उसकी मम्मी किसी से video call पर बात कर रही थी | वो fresh हुयी उसने कपड़े change किए तब तक उसकी मम्मी बात कर ही रहीं थी |

ऋतिका ने उनसे हाथ के इशारे से पूछा कौन है… तो उसकी मम्मी ने उसको बुलाया…

वो गयी तो उसने फोन में देखा.. वो उनको पहचानी नहीं….

फोन के दूसरी तरफ सुनीता जी थी (रोहित की मम्मी )

ऋतिका उनको पहचानने की कोशिश कर रही थी

तभी वो बोली – ऋतिका हो ना तुम ?

ऋतिका ने  जी कहा और हाथ जोड़ कर नमस्ते कहा

मैं रोहित की मम्मी

ऋतिका के चेहरे पर मुस्कान तैर गयी.

उसकी मम्मी ने फोन उसे ही दे दिया

कैसी हो बेटा ?

जी अच्छी हूँ…और आप ?

हम भी बढ़िया हैं

दूसरी तरफ से सुनीता जी के साथ एक लड़की और दिखायी दी

इनसे मिलो… ये राशि

Hi  … ऋतिका

हैलो… दी   ….क्या  मैं आपको दी बुला सकती हूँ ?

अरे बिल्कुल क्यों नहीं ….राशि ने कहा

और बताओ अब तो काफी बड़ी हो गयी हो तुम… पर मुझे तो अभी भी तुम छोटी सी ..याद हो..

आपको मैं याद हूँ ? ऋतिका ने हैरानी से पूछा

हाँ बिल्कुल… हम सबको याद है… और आप यकीन नही करोगी कि हमारे घर में आपकी बातें अक्सर होती रहती है…. पापा तो अक्सर याद करते है… बस जा नहीं पाए कभी

लेकिन रोहित ने ढूँढ ही लिया आपको..

ऋतिका बस मुस्कुरा रही थी

Uncle के बारे जानकर बहुत दुख हुआ ….

ह्म्म्म ऋतिका ने छोटा सा जवाब दिया

और आप तो दिल्ली में ही है  … देखो कभी आना हुआ तो ज़रूर मिलेंगे सुनीता जी ने कहा

बिल्कुल aunty

लो पापा से बात करो… राशि ने फोन मुकेश जी को देते हुए कहा

ऋतिका ने नमस्ते किया तो मुकेश जी ने उसे बहुत प्यार से आशीर्वाद दिया… और हाल – चाल पूछे

उन्होंने ऋतिका की मम्मी से भी बात की और अगर दिल्ली आना हुआ तो ज़रूर मिलेंगे कह कर फोन राशि को दे दिया

अरे आप इनसे भी तो मिलो …. जब राशि ने ये कहा तो ऋतिका के दिल की धड़कन तेज़ हो गयी…. उसको लगा रोहित होगा

उसने अपने बालों को ठीक किया और अपने दिल को थाम लिया

ये रजत… राशि ने कहा

Hi… रजत ने कहा

Hello ….ऋतिका ने मुस्कुरा कर कहा

कैसे हो आप ?

बढ़िया.. आप बताए?

आपकी इतनी बातें होती हैं हमारे घर में कि लगता ही नही कि हम लोग सिर्फ एक बार मिले है वो भी कुछ देर के लिए | वैसे मुझे ज़्यादा कुछ याद नही… मैं तब छोटा ही था |

ऋतिका फिर मुस्कुरा दी..

आपकी smile बहुत प्यारी है रजत ने कहा

चलो smile वाले अब मुझे बात करने दो ….राशि ने कहा

ऋतिका अपना फोन नंबर दे दो ये तो मम्मी का फोन है

ठीक है दी मैं… भेज देती हूँ ….आप Aunty के फोन से ले लेना

बात करते हुए वो किसी और को भी ढूंढ रही थी और वो था रोहित

राशि ने कहा.. ठीक है… चलो अब bye

बात  करके अच्छा लगा…. और हाँ तुम बहुत प्यारी हो… बिल्कुल गुड़िया जैसी.

राशि ने flying kiss  किया उसे

ऋतिका थोड़ा सा शर्मा गयी और बोली आप भी बहुत प्यारी है और सबसे मिलकर बहुत अच्छा लगा |

Bye

फोन कट हुआ तो मुकेश जी ने सुनीता से पूछा – आज बात हुई आपकी…. मालती जी से

हाँ.. सोचा फुर्सत में मैं होंगी  तब बात करूँगी.. बहुत सी बातें करनी थी

इस बारे में बात हुयी कि वो रुद्रपुर से दिल्ली कैसे आए ? या सिर्फ video call पर ही बात हुयी..?

मुकेश जी ने पूछा

नहीं पहलेे तो मैंने normal ही call की थी… उमेश भाईसाहब की सरकारी नौकरी थी.. बैंक में ये तो हमें पता ही है… उनका transfer हो गया दिल्ली…

रुद्रपुर से दिल्ली आ गए.. यहाँ मालती जी की बहन पहले से ही रहती थी…कुछ दिन वो उनके ही साथ रही फिर दूसरे घर में shift किया…

उनकी बहन का एक plot था  जिस पर घर बनवाना था लेकिन वो बहुत बड़ा था ना वो किसी को देना चाहते थे और ना ही इतना बड़ा घर बनवाना चाहते थे… फिर उन्होंने भाईसाहब से बात की तो उन्होंने थोड़ा सोचा और वहीं पर घर बनवा लिया

रुद्रपुर वाला उनका घर आपस में भाईयों ने नहीं बनने दिया… जिसने उसमे जितना खर्चा किया उतना extra सबको चाहिए.. कभी कोई राज़ी तो कभी नहीं इसी वजह से वो यूँ ही रह गया और सबने अपने – अपने घर बनवा लिए |

भाईसाहब की जगह पर मालती जी को जॉब मिल गयी…

ह्म्म्म ….बाक़ी तो जो हुआ ठीक है लेकिन..उमेश जी के जाने का दुःख है….. कभी दिल्ली जाना हुआ तो मिलकर आयेगें … मुकेश जी ने कहा

हाँ बिल्कुल  ” सुनीता ने कहा

कहाँ जाने की बात हो रही है. ?   रोहित घर के अंदर आता हुआ बोला

राशि ने कहा… दिल्ली

दिल्ली… क्यों क्या हुआ है?

हुआ कुछ नहीं है भाई… मालती Aunty से बात हुयी आज… अरे अभी बस कुछ देर पहलेे… तो पापा बोल रहे थे कि कभी जाना हुआ दिल्ली तो मिलेंगे उनसे -रजत ने कहा

अच्छा

राशि ने कहा… हमने video call भी की Aunty और ऋतिका से खूब सारी बात हुयी …. और पता है ऋतिका कितनी प्यारी हो गयी है बिल्कुल गुड़िया जैसी.. है ना मम्मी ?

हाँ… सुनीता ने मुस्कुरा कर कहा

उनकी smlie तो बहुत ही प्यारी है – रजत ने कहा…. भाई आप बस कुछ देर पहलेे आते तो आप भी बात कर लेते |

ऋतिका की इतनी तारीफ सुनकर रोहित मुस्कुराने लगा… और बोला चलो अच्छा है आप सबसे बात हो गयी..

मैं आता हूँ fresh हो कर..

जब रोहित आया तो   राशि ने और भी उसे बतायी.. उमेश जी और मालती के बारे में …. सबने dinner किया.. और अपने अपने कमरे में चले गए |

रोहित ने अपने कमरे में जाने के बाद फोन में मैसेंजर खोला..

ऋतिका के chat पर click किया…

उसने सारे msg फिर से पढ़े और मन में ही बोला ..,.

तो गुड़िया जैसी हैं आप…..मुस्कुराते हुए उसने अपना एक हाथ सिर के पीछे किया और लेट गया.. दूसरे हाथ से वो chat पर  scroll कर रहा था |

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -4)

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -4) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -2)

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -2) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

धन्यवाद

स्वरचित

कल्पनिक कहानी

अनु माथुर

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!