माजी सुनती है 12:00 बज गए हैं मैं जा रही हूं अब सोने के लिए । बस 2 मिनट रुक जाओ मैं ब्रश करके आ रही हूं । फिर थोड़ा मेरे पैरों में तेल लगा देना आज बहुत दर्द हैं।
मीना – सासू माँ के इंतजार में तेल लेकर बैठ जाती है ।
2 मिनट से कब 10 मिनट हो गए पता ही नहीं चला ।
सासूमाँ – बस आ गई मीना…. आज बहुत दर्द है ।
मीना- कोई बात नहीं माँ जी मैं अभी तेल लगा देती हूं ।
12:00 से 1:00 बजते देर ना हुई ।
सासू माँ- जा मीना जा सो जा अब…… सुबह जल्दी उठना है , दफ्तर भी तो जाना है तुझे ।
जा किशोर भी तो सो गया होगा …. आराम से जाना उसका नींद खराब ना हो…. ध्यान रखना ।
मीना- हा माँ जी ठीक है …… जा रही हूं मैं ।
मीना सुबह जल्दी से उठकर घर के सभी कार्य को पूरा कर…. दफ्तर चली जाती है ।
दफ्तर से लौटकर मीना जब घर आती है ……..
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सासु माँ-मीना तू आ गई …?
मीना – हा माजी …….
मीना सोफे पर आंख बंद करके बैठ जाती हैं ।
सासू माँ- क्या हुआ मीना ……??? उठ जा बैठ मत पानी वानी पी ले …..आज कामवाली भी नहीं आई है।
मीना यह सुनकर उदास हो जाती है ।
सासू माँ — उठ मीना जा चाय वाय पीले थोड़ी सी चाय मुझे भी दे देना और किशोर के पापा को भी दे देना ।
मीना -यह आशा (कामवाली) बहुत छुट्टी करती है । ऐसे काम नहीं चलेगी , इससे बात करनी पड़ेगी ।
सासू माँ-हां उठ जा समय क्यों बर्बाद करती हैं कल दफ्तर भी तो जाना हैं तुझे।
मीना— हा माजी जा रही हूं । दफ्तर में आज काम ज्यादा होने की वजह से सर में दर्द है ।
सासू माँ -हां मीना…… जा जल्दी काम करके जल्दी से सो जाना, तेरे ही तो बच्चे हैं , खाना नहीं बनाएगी तो बच्चे क्या खाएंगे ..???
किशोर क्या खाएगा……????
हमारा क्या है , हम दोनों बूढ़े, बुढियो को कुछ भी दे देना ।
इनके लिए जो बनाएगी उन्ही में से हम दोनों को दे देना ।
मीना —-हां- हां माँ जी आप कैसी बातें करती है ……क्या मैं आपके लिए खाना नहीं बना सकती हूं ।
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सासू माँ —जा पहले थोड़ी सी चाय पी लेना किशोर भी आकर बैठा है उसे भी दे देना ।
मीना जैसे तैसे किचन में जाकर पहले चाय बनाती है और भोजन पकाती है । दिन भर के परे हुए बर्तन साफ करती है ।
सब खाना खाकर सोने चले जाते हैं ।
किशोर -जल्दी आ जाना तुम रोज लेट आती हो ।
मीना- हां हां मैं आ रही हूं आप चलिए ।
किशोर – पक्का ना
मीना हां बाबा आ रही हूं मेरे भी सर में बहुत दर्द है ।
फिर वहीं रोज के जैसे मीना काम खत्म करके ।
माँ जी 11:30 हो गए मैं जा रही हूं सोने के लिए । आपको कुछ चाहिए तो नहीं …???
सासु माँ -हां मीना जा .. जा कर सो जा …… मुझे कुछ नहीं चाहिए…. मेरा क्या मेरे तो पैरों में रोज का दर्द है । मुझे तो नींद आएगी नहीं , जा तू जा सो जा आराम कर ले । मैं दो चार बार पैरों को पटक कर सो जाऊंगी ।
अगर नींद आएगी तो …
मीना अपने सर दर्द को ध्यान में रखते हुए, सोने को जाने लगती है ।
सासु माँ – हे भगवान…… इस दर्द का क्या करूं …. ?? आज कैसे भी करके नींद आ जाए ।
मीना जैसे ही जाने लगती है , तो मीना की सास खुद ही तेल लगाने लगती है । यह सब मीना देखकर रुक जाती है और सासू माँ को तेल लगाने लगती है ।
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सासू माँ – अरे मीना जा …… जा तू सो जा । तुझे तो खुद ही सर में दर्द है ।
मीना चुपचाप तेल लगाने लगती है ।
सासू माँ -जा मीना मैं सो जाऊंगी जैसे तैसे …..
मीना तब भी चुपचाप तेल लगाने लगती है ।
सासु माँ – ले जब लगा रही है तो जल्दी-जल्दी दो चार बार तेल लगाकर तू चली जा । सो जा … मेरा तो यह रोज का दर्द है ।
मीना तब भी चुपचाप तेल लगाते हुए , सर दर्द को भूल जाती है ।
#बहू
कामिनी मिश्रा कनक