वो कुछ नहीं करता है…
वो कौन..!मेरा बेटा सूरज …!
हां वो कुछ ऐसा नहीं करता जो आज कल की दुनिया में कुछ करने लायक की परिभाषा में फिट हो सके..मसलन मेरे भाई का लड़का पूरी यूनिवर्सिटी में टॉप किया है और अभी विदेश में जॉब ऑफर मिला है….करोड़ों का ऑफर है….अब वो वहीं सेटल हो गया है…. वहीं शादी भी कर ली है उसने ….उसके बच्चे वहीं पड़ते है विदेश में….मेरा भाई और भाभी कितना गर्व करते हैं अपने बेटे पर पूरे समाज परिवार में अपने माता पिता का नाम रोशन कर दिया उसने…!कल ही भाई को अचानक हार्ट अटैक आ गया….तुरंत हेलीकॉप्टर से देश के बेस्ट हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया है उसके बेटे ने…. यहां आने की छुट्टी उसे कैसे मिलेगी इतनी बड़ी कंपनी में जॉब है उसका! बहुत ज्यादा व्यस्त रहता है वो!भाभी हैं हॉस्पिटल में उन पर भी अब बुढ़ापे का असर हो रहा है …उनके भी वहीं रहने की व्यवस्था डॉक्टर से कह कर उसने करवा दी है….दो तीन नौकरों को भी लगा दिया है उनकी परिचार्य में….मैं कल गई थी भाई को देखने ….अपने बेटे का महिमा गान करते गदगद हो रहे थे…!मेरे बेटे सूरज को लानत भेज रहे थे कि काश वो किसी लायक बन जाता तो तुम्हारे भी ऐसे ही ठाट होते..!!
मेरा बेटा नकारा है दुनिया की नजरों में…..थोड़ा मानसिक कमज़ोर लोग उसे कहते हैं…..पढ़ाई लिखाई में बेहद मामूली रहा….नौकरी कैसे मिल पाती!!आज कल के हिसाब का नहीं है वो…!व्यस्त तो वो भी बहुत रहता है…..कल उसके पिता के पैर में हल्की मोच सी आ गई थी…परेशान हो गया था…डॉक्टर को दिखाने ले गया….घर लेकर आया तब से उन्हीं की सेवा में जुटा रहा….कभी अपने हाथों से फल का जूस बनाता है कभी उनकी पसंद का हलवा…अपने हाथों से सहारा देकर उठाता बिठाता है….उनके सोने के बाद सोने जाता है और उनके उठने के पहले ही उठकर उनकी सभी आवश्यक तैयारियों में लग जाता है..!है ना एकदम अलग एकदम खाली बेकार ..!तभी तो जो काम हॉस्पिटल में नर्स कर सकती हैं उन सारे कामों को खुद कर रहा है!!
उसके पिता हर पिता की तरह अपने बेटे को पढ़ा लिखा कर बाहर भेजना चाहते थे सारे यत्न भी किए उन्होंने ताकि अपने पिता होने के कर्तव्यों की और समाज परिवार में अपनी और अपने पुत्र की अच्छी इमेज स्थापित कर सकें…!लेकिन वो निरा गधा निकला….किसी तरह बाहर पढ़ने भेजने का जुगाड़ करने पर भी ठेल धकेल गया भी तो दो दिनों के बाद वापिस आ गया ….मां पिता के बिना नहीं रह सकता बोल रहा था…!अरे सारी जिंदगी मां बाप रहेंगे क्या तुम्हारे साथ फटकारने पर हंसकर बोलता है …जब तक हैं तब तक तो साथ रहेगा ही…!खाने लायक तो कमा ही लेता हूं मां आप लोगों के साथ रहकर जो अतुलित स्नेह की दौलत मिल रही है उतनी दौलत तो मैं कही भी बाहर जाकर नहीं कमा सकता हूं…!
कल कई लोग उसके पिता का हाल चाल लेने घर आए थे…..काफी देर हो गई तो वहां बैठकर अपने पिता के पैर सहलाने लगा .. जबरदस्ती पकड़ के लिटा दिया और कमर दबाने लगा…..उसके पिता उसे डांटते भी जा रहे थे ….राम किशोर जी ने तो ताना भी मार दिया था ….अरे किसी मालिश वाले को लगा क्यों नहीं लेते इतना बीबी बच्चों वाला होकर कोई पिता के पैर दबाता है क्या.!!तो हंसकर बोलने लगा….क्यों क्यों मालिश वाला मैं हूं तो…क्यों पिताजी क्या मैं अच्छी मालिश नही कर पाता…..!अरे काका ये भी तो मैने अपने पिता जी से ही सीखा है …याद है एक बार स्कूल में बिही के पेड़ पर चढ़ने उतरने में मेरा पैर मुड़ गया था ….तब पिता जी अपने हाथों से बड़े प्यार से मेरी रोज मालिश करते थे और उन्ही के ऊपर नाराज होता था कि आप ठीक से नहीं कर रहे हैं..!
है ना एकदम गंवार ..!आजकल के बच्चे तो अपने पिता के पैर छूने में शर्म महसूस करते हैं और सूरज है कि पिता के पैर की मालिश कर रहा है…!
इतना बड़ा बीबी बच्चों वाला हो गया है फिर भी अभी मेरे आंचल में सिर घुसाकर लेट जाता है …..मां मेरी चंपी कर दो..थोड़ा सा नारियल तेल गरम करके ले आना अपनी पत्नी से कहता है……जब मैं कुनकुने तेल को अपनी उंगलियों में लगा उसके बालों में आहिस्ता से लगाने लगती हूं तब वो आंखें बंद करके मेरी पसंद का कोई मीठा सा गीत गुनगुनाने लगता है ….मां तुम भी गाओ ना….और मै भी उसके साथ गाने लगती हूं….फिर तुरंत उठकर वही तेल अपनी उंगलियों में लगा मेरे सिर की चंपी करने लगता है….!उसके पास भी टाइम कहां रहता है बहुत व्यस्त रहता है….!!मां को क्या अच्छा लगेगा पिता जी को क्या पसंद है इसी उधेड़बुन में मगन रहता है….!
क्या कहूं जानती हूं वो कभी मुझे हेलीकॉप्टर में नहीं ले जा पायेगा पर उसके ख्याल उसके लाड़ के हवाईजहाज मुझे जन्नत की सैर करा देते हैं….उसकी पत्नी के हाथों से बनाया खाना जब वो पास बिठा कर साथ में खिलाता है तो मुझे फाइव स्टार का शानदार डिनर भी फीका लगता है….रोज सुबह जब वो अपनी पत्नी के साथ मेरे और अपने पिता के पैर छूता है …वो सम्मान मुझे देश के प्रधानमंत्री से मिलने वाले सम्मान से भी बड़ा लगता है…!
सब मुझसे कहते हैं ईश्वर ऐसी औलाद किसी को ना दे पर मैं जानती हूं कि उनके अंदर दबा हुआ दिल भी मेरे दिल की दुआ के साथ यही दुआ देता होगा ….,ईश्वर ऐसी औलाद सबको दे..!!
#औलाद
लतिका श्रीवास्तव