नवीन रस्तोगी का शहर में अपना एक पुराना मकान था ,,उनकी बीवी नीतू एक पढ़ी-लिखी पत्नी थी ,,वह घर पर ही सारा दिन चूल्हा चौका करती रहती
नवीन रस्तोगी के पास कोई काम नहीं था अपना परिवार चलाने के लिए इधर उधर से हाथ पांव चला कर कुछ रुपए ले आता था रिश्तेदारों में कुछ कर्ज भी हो चुका था
नवीन रस्तोगी ने आज कल एक नया बिजनेस शुरू किया है लोगों की शादियां करवाने का
कुछ रुपए और कपड़े लड़की वालों से कुछ लड़के वालों से मिल जाते हैं ,,अब तक नवीन रस्तोगी तीन शादियां करवा चुके थे
सुबह का समय था नीतू अपने पति नवीन रस्तोगी को बिस्तर पर चाय देते हुए बोली ,,मेरी बुआ की लड़की सरीना के लिए जो तुमने लड़का देखा है शादी के लिए ,, वह लड़का ठीक नहीं है ,, पहले कभी वह हमारे मोहल्ले में रहता था ,, बचपन से ही आवारा है ,,
शराब पीना,, सिगरेट पीना,, और तो और लड़कियों के चक्कर में कई बार तो जेल भी जा चुका है गांजा भी पीता है,, इसी वजह से उसकी अभी तक शादी नहीं हो पाई आज उसकी उम्र 32 वर्ष के आसपास होगी,, नवीन रस्तोगी ने अपनी पत्नी नीतू को आंखें तरेरते हुए कहा ,,
मेरे काम में दखल मत दिया कर,, समझी,,
जिस लड़के की तू बात कर रही है वह पूरे 15 हजार रुपए देने के लिए तैयार है,, तू चाहती है इतनी बड़ी रकम मैं ठुकरा दूं
वैसे भी तेरी बुआ की लड़की को,, किसी न किसी से,, शादी तो करनी ही है,,,
खड़ी खड़ी मेरी शक्ल मत देख,,नए कपड़े पहन ले,,चल तेरी बुआ के घर चलना है,, उस लड़के के लिए अच्छी-अच्छी तारीफ करनी है तुझे,, समझी,, नीतू अपने पति नवीन रस्तोगी के साथ अपनी बुआ के घर दोपहर तक पहुंच चुकी थी
बुआ ने नीतू और उसके पति की खूब चाय नाश्ते से खातिरदारी की नवीन रस्तोगी ने बताया बुआ जी आप चिंता ना करें लड़का पढ़ा लिखा है सरकारी नौकरी तो नहीं है लेकिन प्राइवेट नौकरी भी सरकारी से कम नहीं है
दिल्ली में अपना मकान कुछ ही दिनों में खरीदने वाला है बस तुम पंडित जी से मुहूर्त निकलवा लो शादी का ,,
,,बुआ की लड़की,, हेमा बहुत ही सरल स्वभाव की थी कक्षा बारहवीं के बाद वह स्कूल में न जा सकी
अपनी शादी के रिश्ते की बात सुनकर हेमा फूली ना समाई और मन ही मन सपने सजाने लगी मैं जैसा पति चाहती थी वैसा ही मिला,,ना शराब पीता है,,ना सिगरेट पीता है,, सिर्फ और सिर्फ ईमानदारी से मेहनत करके जो पैसे कमा कर लाता है उन पैसों से शहर में एक नया मकान भी खरीदने वाला है
शाम होने को थी नवीन रस्तोगी अपनी पत्नी नीतू को लेकर अपने घर आ चुके थे
रात करीब 11:00 बजे नीतू अपने कमरे में टहल रही थी उसे नींद नहीं आ रही थी
नीतू ने देखा उनके पति नवीन रस्तोगी गहरी नींद में सो रहे है नीतू ने तुरंत मोबाइल उठाया और कमरे की छत पर पहुंची वहां उसने तुरंत बुआ की लड़की हेमा को फोन मिलाया
और बताना शुरू किया,,हेमा तू तो मेरी बेटी जैसी है मैं तुझे एक बात बताना चाहती हूं,,तेरे लिए जो लड़का देखा है वह एक नंबर का शराबी है,,जुआ खेलना उसका रोज का काम है ,, कई बार तो वह जेल भी जा चुका है
मेरे पति नवीन रस्तोगी ने अब तक तीन लड़कियों की शादी करवाई है,, वह तीनों लड़कियां दुखी हूं
उनका जीवन नर्क बन चुका है,,अब मैं तुम्हारा भी जीवन नर्क नहीं बनने दूंगी आजकल शहरों के अंदर लोग चंद पैसों के लिए लड़कों की अच्छी तारीफ करके भोली भाली लड़कियों की शादी करवा कर उनका जीवन नर्क से भी बदतर बना देते हैं
माता-पिता अपने करीबी रिश्तेदार समझकर उनकी बातों पर यकीन कर लेते हैं,,, तब,, हेमा बोली फिर बताओ मैं क्या करूं,,नीतू ने बताया,, तू कुछ भी कर शादी के लिए इंकार कर दे
और मैं दुनिया को भी नहीं बताना चाहती हूं बिचौलियों पर विश्वास ना करें चाहे वह अपने ही घर के लोग क्यों ना हो ,, लड़के से मुलाकात करें उनका पीछा करें वह कहां नौकरी करते हैं व्यापार करते हैं कहा मकान है या नहीं तब जाकर अपनी बेटियों की शादी करे
नीतू ने फोन रखा और अपने आप से ही बातें करने लगी,,अपने पति नवीन रस्तोगी की वजह से मैं तीन लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुकी हूं,, अब और नहीं
चाहे मेरे पति मुझे तलाक दे दे,,मुझे मंजूर है,,
मुझे घर से निकाल दे,, मुझे मंजूर है,, लेकिन मैं अब किसी भी नारी के साथ ,,धोखा ,, नहीं होने दूंगी
कवि व कहानीकार
नेकराम
स्वरचित रचना दिल्ली से
20 सितंबर 2022