*”दामिनी का दम”* (भाग-30) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

राघव ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर अविलंब सशस्त्र पुलिस बल भेजने को कहा।

राजेश ने अपने टेक्सी ड्राइवर एसोसिएशन के अध्यक्ष ,अपनी बहन रागिनी को कॉलेज के छात्र संघ और अपनी मां से महिला एकता समिति के अध्यक्ष को सारी स्थिति बताकर कहा _ सबको तुरंत दामिनी मैडम की जान का खतरा बताते हुए तुरंत थाना के पास पहुंचने के लिए कहा।

उसका फोन जाते ही सब लोग हरकत में आ गए । क्योंकि दामिनी सबके लिए बहुत ही लोक प्रिय हो चुकी थी।उसके कार्यों से सभी प्रभावित थे।

दामिनी ने कहा _ अगर वे लोग मुझसे मिलना चाहते हैं तो मैं बाहर जाकर उनके नेता से जरूर बात कर उनको समझाऊंगी ।

राजेश ने कहा _ हमलोग आपको अकेले नहीं जाने देंगे मैडम ।आप बुलेट प्रूफ जैकेट और सिर पर हेमलेट पहनकर तैयार हो जाए हम तीन लोग भी आपके साथ थाना से बाहर जाएंगे ।

सबकी जिद पर दामिनी ने कहा ठीक है चलो मगर सब सावधान रहना ।बाजार जाने से पहले उसने राजेश ,राघव और प्रभा से धीरे से कुछ कहा ।उसकी बात सुनकर सभी चौंक गए।दामिनी ने कहा _ जैसे ही मैं इशारा करूं तुम सब हरकत में आ जाना।

राजेश ने तुरंत कई जगह फिर फोन किया था दामिनी के साथ बाहर निकल गया।

दामिनी ने आई हुई भीड़ के नेता कालीचरण से कहा_ देखिए पुलिस को आपके दोनों नेताओं के खिलाफ पुख्ता सबूत और गवाह मिले है ।इन दोनो के घर से काफी गैरकानूनी सामग्रियां मिली है जो उन्हें गुनाहगार साबित करती है ।हमे शांति से उन दोनो को जेल ले जाने दे।यह हमारी ड्यूटी है ।यही नियम भी है ।

अगर आप।लोगो को उन्हें छुड़वाना है तो अपने वकील से बात कर उनकी जमानत कराकर कोर्ट से ले जा सकते हैं।

लेकिन कालीचरण ने चिल्ला कर हम किसी कीमत पर अपने नेताओं को जेल नहीं जाने देंगे।आप उन्हें अभी इसी वक्त रिहा करे तभी हमलोग यहां से जायेंगे।वरना यहां से कोई नहीं हिलेगा।फिर वे लोग अपने नेताओं के नाम का जयकारा लगाने लगे ।

दामिनी ने उन्हे शांत करते हुए कहा_ देखिए आप लोग जो भी हरकत करेंगे वो कानून के खिलाफ होगा और आप लोग भी मुजरिम हो जाएंगे ।

इसलिए आप लोग मेरी बात मानिए और वकील को लेकर कोर्ट जाए उन दोनो को वहां से जमानत पर ले जाए

।अभी हमे उन्हें लेकर जाने दे ।

लेकिन कालीचरण पर दामिनी की बातों का कोई असर नहीं पड़ा।वो उन दोनो को तत्काल रिहा करने की जिद पर अड़ा रहा ।

दामिनी ने कहा _ मैं आखिरी बार आपको समझा रही हूं मेरी बात मान लीजिए वरना आप कानून के काम में बाधा डालने के आरोपी बन जाएंगे।आप लोग तुरंत शांति से वापस चले जाएं।

तभी किसी ने एक बड़ा सा पत्थर दामिनी के सिर पर जोर से मारा। तड़ाक की आवाज के साथ पत्थर उसके सिर पर टकराया।झटका इतना जोर का था कि वो दो कदम पीछे हट गई ।राजेश ने लपक कर उसे थाम लिया वरना वो पीठ के बल गिर गई होती ।लेकिन उसने संयम से काम लेते हुए कहा_ मैं इस गलती को भी माफ कर सकती हूं आप लोग वापस चले जाएं और हमें अपना काम करने दे।लेकिन जवाब में एक गोली उसके कानो को छूती हुई पीछे चली गई और धाय की आवाज हुई ।अब राजेश ,राघव और प्रभा के संयम से बाहर हो गया।सबने अपनी अपनी बंदूके निकाल लिया।

लेकिन दामिनी ने राघव को इशारा किया उसने तुरंत थाना इंचार्ज और प्रभा के कान में कुछ कहा।

 थोड़ी ही देर में पंद्रह जवान पप्पू सिंह और विधायक चरणदास को बंदूक के घेरे में लेकर दामिनी के सामने हाजिर किए।

दामिनी ने ऊंची आवाज में कहा _ अगर तुम लोग वापस नहीं जाना चाहते हो तो हम तुम्हारे नेताओं को रिहा तो कर देंगे मगर मेरे एक इशारे पर सभी जवान उन्हें इनकाउंटर कर के गोलियों से छलनी कर देंगे फिर तुम सब इनकी क्षत विक्षिप्त लाशों को के जाना ।

दामिनी की धमकी सुनते ही सब लोग चौंक गए।सब तरफ सन्नाटा छा गया।

दामिनी ने राघव से पूछा _ हर घटना की वीडियो बनाई जा रही है या नहीं ।राघव ने कहा _ जी मैडम हर एक घटना की वीडियो बन रही है।

तब ठीक है।

विधायक चरणदास ने चिल्लाकर कहा _ अरे मूर्खो क्यों बेवकूफी करके हमे मरवाना चाहते हो ।एसपी बहुत खतरनाक और निर्दई है ।ये मुजरिमों पर जरा भी दया नहीं करती है।ये जो बोल रही है कर गुजरेगी ।इसलिए सब वापस चले जाओ।

लेकिन पप्पू सिंह ने कहा _ हमारे लोगों के रहते हुए ये और इसकी पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी।इसलिए यहां से कोई नहीं जाएगा।

अभी उसकी बात पूरी भी नहीं हुई थी कि हजारों की संख्या में टेक्सी ड्राइवर ,कॉलेज के स्टूडेंटस , महिलाएं हाथो में लाठी डंडा और हॉकी लिए हुए उन प्रदर्शन कारियो को चारो तरफ से घेर लिया।

तभी पुलिस की दस बसों में पुलिस के जवान पूरी तैयारी के साथ पहुंच गए।फायर बिग्रेड की गाड़िया ,पानी के टैंकर भी पहुंच गए।

इतनी तैयारी और भीड़ को देख कर सारे गुंडों और दोनों नेताओं के होश उड़ गए।

दामिनी ने चिल्लाकर कहा _ सारे प्रदर्शन कारियो को चारो तरफ घेर कर इतना मारो कि इनकी हड्डियां चरमरा जाए कोई बचने या भागने न पाए।

इतना सुनते ही सारे लोग उन गुंडों पर टूट पड़े। थोड़ी ही देर में सभी जख्मी हालत में जमीन पर पड़े नजर आए।

पुलिस ने उनके पास से ढेर सारा गोली बंदूक, घातक हथियार और बम बारूद जब्त किया।

दामिनी ने कहा सबको गिरफ्तार कर अवैध हथियार रखने ,पुलिस पर जान लेवा हमला करने और पुलिस के काम में बाधा उत्पन्न करने के जुर्म में केस दर्ज कर जेल भेज दो ।

पप्पू सिंह को पुलिस ने भीड़ को उपद्रव के लिए उकसाने के जुर्म में एक और केस दर्ज कर जम कर  पुलिसिया थर्ड डिग्री से स्वागत किया गया।

दामिनी ने बिना देर किए बसों में भरकर पुलिस की कड़ी सुरक्षा में जेल भेज दिया।

उनके साथ डीएसपी राघव और प्रभा के अलावा थाना प्रभारी को भेज दिया।

दामिनी राजेश को लेकर उसके घर चली गई।

दूसरे दिन सारे अखबारों और टीवी चैनलों में उस दिन की घटना को प्राथमिकता के साथ दिया गया।

जिला से लेकर राजधानी तक तहलका मच गया।

बड़े बड़े अपराधी भी अब दामिनी के नाम से खौफ खाने लगे।

सभी जिला छोड़कर भाग खड़े हुए ।

शेष अगले भाग _ 31 में

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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