*”दामिनी का दम”* (भाग-28) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

अगले दिन पूरे शहर में हंगामा मच गया।माफिया पप्पू सिंह और दबंग विधायक चरणदास की गिरफ्तारी से जिला से लेकर राजधानी तक तहलका मच गया।सब लोग हैरान परेशान थे कि एसपी दामिनी ने एक ही रात में इन दोनो को कैसे गिरफ्तार कर लिया।सब लोग उसकी हिम्मत और बहादुरी की तारीफ कर रहे थे।कुछ लोग आशंकित भी थे कि पता नहीं अब दामिनी का क्या होगा।क्योंकि दोनो बहुत ही ऊंची पहुंच वाले  शक्तिशाली नेता था ।नेता क्या नेता केवल नाम के थे बल्कि राजनीति के नाम सारे गैरकानूनी काम करने वाले थे।

सारे मीडिया के लोग उस थाना में दौड़ पड़े जहां वे दोनो हाजत में रखे गए थे।

कुछ लोग एसपी कोठी की ओर दौड़े ताकि दामिनी का स्टेटमेंट ले सकें।

जैसे ही खबर मुख्य मंत्री तक पहुंची उनको विश्वाश ही नहीं हुआ ।उसने तुरंत डीजीपी और गृह सचिव को तुरंत पूरी रिपोर्ट देने को कहा।

वैसे सुबह से दामिनी को उसके नाना डीजीपी और उसके पापा केंद्रीय गृह मंत्री और कई अधिकारियों के फोन आ चुके थे।सबने उसकी बहादुरी की तारीफ करते हुए उसे सावधान रहने की सलाह दिया।

मगर दामिनी इन सबसे बेफिक्र गहरी नींद में सोई हुई थी।

रातभर की गोली बारी और धावा बोलने में सुबह हो गई थी ।को काफी थक चुकी थी।राजेश भी उसकी कोठी में ही रुक गया था.।लेकिन वो एक दो घंटे सोने के बाद जग गया था।

इतनी बड़ी घटना घटने के बाद उसकी चिंता दामिनी को लेकर बढ़  गई थी।

उसने सबसे पहले डीएसपी राघव को फोन कर दामिनी की कोठी की सुरक्षा को और बढ़ाने का अनुरोध किया।

राघव ने गंभीरता को समझते हुए तुरंत सेंट्रल पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर अतिरिका सुरक्षा बल तैनात करने को कहा और आदेश दिया कि बिना जांच पड़ताल के किसी को भी एसपी कोठी में दाखिल होने न दिया जाए और अनजान लोगों को दामिनी मैडम से मिलने न दिया जाए।

गृह सचिव ने मुख्य मंत्री को बताया कि खबर सही है।एसपी ने बीती रात को पप्पू सिंह और विधायक चरणदास को गिरफ्तार कर लिया है।इसके बाद रात की सारी घटना बता दिया ।सुनकर मुख्यमंत्री के होश उड़ गए।

दामिनी इतनी फास्ट और दिलेर होगी उनकी समझ से परे था।

आप डीजीपी से बात कर दोनो को जल्दी छुड़वाए मुख्य मंत्री ने कहा।

दोनो मेरे लिए बड़े काम के आदमी हैं।उनका छूटना बहुत जरूरी है।

गृह सचिव ने डीजीपी से कहा _ मुख्य मंत्री जी का आदेश है पप्पू सिंह और विधायक जी को जल्दी छुड़वाए।

मैं कोशिश करता हूं सर लेकिन दामिनी अपने वसूलों की पक्की है सर उसने उन दोनो को पूरे सबूतों सहित गिरफ्तार किया है उसके पास उनके खिलाफ गवाह भी है।वो उनको छोड़ेगी नहीं।अगर सीएम साहब उनकी पैरवी करेंगे और मीडिया में यह सब पता चल गई तो उनकी छवि पर बहुत बुरा  असर पड़ेगा।

नेता को अपनी छवि की चिंता होती तो वो राजनीति में ही क्यों आते ।आपको जितना कहा जा रहा है वो करे ।गृह सचिव ने डीजीपी से कहा और फोन काट दिया।

डीजीपी ने दामिनी को फोन किया और कहा कि क्या वो उन दोनो को छोड़ सकती है।

दामिनी ने कहा _ नानू आपको तो पता है मेरे पास उन दोनो के खिलाफ कई ठोस सबूत और गवाह हैं है ।उनके घर से कई गैरकानूनी सामग्रियां जब्त की गई हैं।

उससे पहले पप्पू सिंह ने मूझ पर जानलेवा हमला करवाया ।कई पुलिस के जवानों को घायल कर दिया।

ऐसे में उन दोनो को छोड़ना बहुत  । मुश्किल है ।

चलो ठीक है मैं ऐसे ही पूछ रहा था।वैसे मुख्य मंत्री जी की तरफ से मुझे संदेश दिया गया था कि मैं तुमसे बात कर उन दोनो को रिहा करवाऊं।

तुमको जो उचित लगे करो ।लेकिन जितना जल्दी हो सके उन दोनो को मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर जेल भेज दो ।किसी भी थाना में रखना खतरे से खाली नहीं है।

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उसके नाना ने उसे समझाते हुए कहा ।

ठीक है नानू मैं वैसा ही करती हूं ।

दामिनी ने उसे थाना के इंचार्ज को फोन कर कहा _ पप्पू सिंह और विधायक को तुरंत जेल भेजने की तैयारी करो मैं तुरंत पुलिस बल लेकर थाना पहुंच रही हूं ।अपने जवानों को पूरे थाना की चौकसी में लगाकर रखो कोई अप्रिय घटना न घटने पाए।

इतना बोलकर उसने तुरंत डीएसपी राघव की पुलिस बल के साथ  तुरंत अपनी कोठी पर आने को ।

कुछ ही देर में डीएसपी राघव और पूरे पुलिस बल के साथ दामिनी थाना रवाना हो गई ।उसके साथ राजेश भी था।राजेश ने कहा _ मैडम आपने एक बाघ और एक लकड़बग्घे को गिरफ्तार किया है।आपको बहुत सावधानी से जेल पहुंचाना होगा ।रास्ते में उनके आदमी हमला कर सकते हैं।वे लोग चुप नहीं बैठे होंगे।

मैं सब समझती हूं ।करने दी जिसको जितना जोर आजमाना है सबको देख लेंगे ।दामिनी ने दृढ़ स्वर में कहा।

अगला भाग

*”दामिनी का दम”* (भाग-29) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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