*”दामिनी का दम”* (भाग-27) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

राजेश चुपचाप कार में बैठा हुआ था लेकिन उसके दिमाग में हलचल ।मची हुई थी।तभी उसके मोबाइल पर किसी का फोन आया वो चौंक गया।

उसने तुरंत किसी को फोन किया और एक लाठी लाने को कहा।थोड़ी देर में एक आदमी उसके पास लाठी लेकर आया।लाठी मिलते ही वो कार से निकला और उसको बैसाखी की तरफ इस्तेमाल करते हुए झूले की तरफ बढ़ गया।

रास्ते में उसने झूला झूल रही दामिनी को फोन किया और कहा_ मैडम जल्दी से झूला से नीचे उतरे ।कभी भी आपके ऊपर हमला हो सकता है।

दामिनी ने कहा _ ठीक है मैं उतरती हूं और भीड़ भाड़ से दूर चलती हूं ताकि किसी को कोई नुकसान न हो ।

इतना कहकर उसने अपने बॉडी गार्ड को झुला रोकवाने के लिए फोन किया ।

बॉडी गार्ड ने तुरंत झूला रुकवा दिया ।

दामिनी ने राजेश की मां और बहन को मेला घुमाकर कुछ गिफ्ट खरीद कर दे दिया और अपने पांच जवानों से कहा इनको इनके घर सुरक्षित छोड़कर आओ।

पांचों उनको लेकर दूसरी गाड़ी से राजेश के घर की ओर चले गए।

दामिनी ने राजेश को साथ लिया और अपनी गाड़ी में आकर बैठ गई ।उसने अपने ड्राइवर को अस्थाई पुलिस कंट्रोल रूम चलने को कहा ।

पुलिस कंट्रोल में मेला और पूजा पंडाल से थोड़ी दूर था।

वहां जाकर उसने अपने ऑफिसर से विधि व्यवस्था की जानकारी लिया।

दामिनी को देखते ही सबने उसे सैल्यूट किया ।

दामिनी ने कहा _ पूरी मुस्तैदी से निगरानी रखे ।कोई भी अप्रिय घटना घटने न  पाए।

थोड़ी दूर रुक वो फिर दूसरे पंडाल और कंट्रोल रूम का मुआयना करने के लिए निकल गई ।

रास्ते में राजेश ने कहा _ मैडम इससे पहले कि कोई हमला हो आप अपनी गाड़ी बदल लीजिए ।ताकि हमलावरों को धोखा हो जाए ।

दामिनी ने कहा _ यह भी ठीक है।उसने तुरंत सिविल ड्रेस में साथ चल रहे जवानों से एक गाड़ी में बैठ गई और उन सबको अपनी गाड़ी मे बैठाते हुए कहा_ अपने हथियार पूरी तरह तैयार रखना ।हमला हो सकता है।

थोड़ी देर में उनका काफिला एक सुनसान रास्ते से गुजरा ।तभी गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा।

दामिनी और राजेश सावधान हो गए ।

दामिनी ने अपने ड्राइवर से कहा_ गाड़ी तेज चलाओ और आबादी से दूर ले चलो ।उसने ऐसा ही किया ।

हमलावर दो गाड़ियों में सवार थे ।दामिनी ने अपने लोगो को फोन कर कहा _ अपनी अपनी गाड़ियों आगे  भागते हुए ले जाओ ।

सबने ऐसा ही किया ।

उसने अपनी गाड़ी से एक फोर्टी सेवन रायफल निकाली और ड्राइवर को बोली जल्दी से गाड़ी को किसी अंधेरे में खड़ा करो।ड्राइवर ने तुरंत गाड़ी को सड़क के किनारे पेड़ो की आड़ में खड़ा कर दिया ।

वो तुरंत गाड़ी से बाहर निकल गई ।उसने राजेश से कहा _ तुम भी अपना मोर्चा संभाल लो लेकिन गाड़ी से बाहर मत निकलना ।

गाड़ी से अलग हटकर उसने अपना पोजीशन संभाल लिया।

बदमाशो की दोनो गाड़िया तेज रफ्तार भागती हुई से पुलिस की गाड़ियों पर गोलियां चला रहे थे।

जैसे ही दोनों गाड़िया दामिनी के करीब से गुजरी उसने निशाना लगाकर ट्रेंगर दबा दिया।।गोली सीधे जाकर तेज रफ्तार से भागती हुई दोनो गाड़ियों के पहियों में बारी बारी से जाकर धंस गई ।जोरदार धमाके के साथ दोनों गाड़ियों के पहिए फट गए और दोनों गाड़िया सड़क पर लहराने लगी ।राजेश ने भी गाड़ी में बैठे बैठे ही निशाना लगा दिया गोली पीछे का सीसा तोड़ते हुए अंदर गुजरती चली गई।एक जोरदार चीख सुनाई दिया।

दोनो गाड़िया जाकर सड़क छोड़कर इधर उधर लहराने लगी ।एक गाड़ी एक पेड़ से ठहरा गई दूसरी गाड़ी गड्ढे में जाकर फैंस गई।

गोलियां चलने की आवाज सुनते ही पुलिस की गाड़िया तुरंत रुक गई  और सभी जवान अपनी अपनी बंदूके लिए पीछे की तरफ दौड़ने लगे ।

बदमाशो की गाड़ियों में कई बदमाश जख्मी हो गए थे।एक राजेश की गोली से मार चुका था।

जो बचे हुए थे वे गाड़ियों के अंदर से पुलिस पर गोलियां चलाने लगे।

दामिनी ने पुलिस का माइक मांगकर कहा,_ तुम लोगो के बचने की कोई उम्मीद नहीं है।अपनी जान बचाना चाहते हो तो चुपचाप खुद को पुलिस के हवाले कर दो ।

थोड़ी देर शांति रही ।उधर से कोई आवाज नहीं आई।तभी फिर गोलियां चलने लगी ।

दामिनी ने तुरंत सर्च लाईट लाने को कहा _ लाइट आते ही उसने उसे उन दोनो गाड़ियों की तरफ लाइट डालने को कहा।

सर्च लाईट में दोनों गाड़िया नहा उठी। उसने देखा बदमाश गाड़ियों की ओट लेकर हमला कर रहे थे।।दामिनी ने जवानों से कहा,_ इनपर हमला करो लेकिन ख्याल रहे कोई मरने न पाए ।केवल घायल करना है।

थोड़ी देर में सारे बदमाश घायल हो कर गिरफ्तार कर लिए गए ।सबने पूछताछ में बता दिया हमला पप्पू सिंह ने करवाया था।

दामिनी ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर अतिरिक्त पुलिस बल मंगवा लिया और उसी रात पप्पू सिंह के बंगले पर हमला कर दिया ।उसके कई गुंडे मारे गए।

पप्पू सिंह को अंदाजा ही नहीं था दामिनी अचानक उसपर हमला कर सकती है ।

आखिर में पप्पू सिंह बुरी तरह घायल हो गया।पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

उसके घर से कई गैर कानूनी हथियार , नशीले पदार्थ, दस्तावेज,जमीन के पेपर ,सोने चांदी,हीरा मोती और करोड़ों रुपयों के नोट बरामद किए गए ।

पप्पू सिंह सहित सारे गुंडे गिरफ्तार कर लिए गए ।घायल और मारे गए बदमाशो को अस्पताल भेज दिया गया।विधायक चरणदास को जैसे ही पप्पू सिंह के बारे में पता चला वो अपना सिर पकड़कर बैठ गया।

उसे अपनी गर्जन भी फंसती नजर आ रही थी।

हाजत में ले जाकर दामिनी ने पप्पू सिंह की कड़ाई से पूछ ताछ किया।उसने कुछ नहीं बोला । उल्टा दामिनी को देख लेने की धमकी देता रहा।

अंततः दामिनी ने उसपर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया.उसने बता दिया कि उसके सभी गुनाहों में विधायक चरणदास भी बराबर का हिस्सेदार रहा है।

दामिनी बहुत ही गुस्से में थी ।उसने उसी रात विधायक के आवास पर भी धावा बोल दिया। उसने साथ में पप्पू  सिंह को भी ले लिया था।पप्पू ने उसके सारे ठिकानों के बारे में बता दिया।

विधायक के घर से भी करोड़ों रुपए ,और अवैध हथियार पकड़े गए।

दर्जनों गुंडे हिरासत  में  लिए गए।

गनीमत रही कि विधायक ने बिना कोई हमला किए हथियार डाल दिए।

अगला भाग

*”दामिनी का दम”* (भाग-28) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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