*”दामिनी का दम”* (भाग-16) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

बैठक में चाय पीने के बाद दामिनी ने सभी ऑफिसर से अपनी बात रखने को कहा

एक डीएसपी ने खड़ा होकर कहा _ मैडम हम तो पूरी इमानदरी और कर्मठता से काम करना चाहते हैं लेकिन जब जान जोखिम में डालकर किसी मुजरिम को पकड़िए और हमारे ही बड़े अधिकारी किसी नेता के दबाव में उसे छोड़ने या मामला रफा दफा करने को बोलते है तब हमें बहुत बुरा और दुख लगता है।

एक थाना प्रभारी ने कहा _ मैडम  हम अपने थाने के अंदर बिलकुल कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरुस्त करना चाहते हैं लेकिन गुंडों और बदमाशो का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है की वे पुलिस बल पर हावी होने लगते हैं ऊपर से कुछ ऑफिसर अपराधियों से ही मिले हुए हैं जिससे काम करने में बहुत मुश्किल होती है।

एक थाना प्रभारी ने कहा _ मैडम हमारे थाने में ऊपर के अधिकारियों ने महीना बांध रखा था।चाहे जो हो जाए उनको हर महीने तय राशि देनी पड़ती थी ।अब आप ही बताए ऐसे में हम क्या करे।

सबकी बात सुनकर दामिनी ने अपना सिर पकड़ लिया और बोली _ अब तक जो हुआ वो हुआ लेकिन अब सिर्फ कानून का राज होगा ।किसी को भी किसी गुंडा बदमाश या नेता के दबाव में काम नहीं करना है सबको ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभानी है।बाकी हो होगा मैं देख लूंगी ।

अपनी बात खत्म कर उसने उस  थाना के  प्रभारी से पूछा _ कल रात को जब पीएनबी बैंक में डकैती की खबर आपको मिली तब आप मौका ए वारदात पर क्यों नही पहुंचे ।

उससे कोई जवाब नही सुझा ।

आप कोई जवाब नहीं दे पाएंगे क्योंकि इस डकैती में आपका भी हिस्सा था ।आप पुलिस के नाम पर धब्बा है।गिरफ्तार किए गए अपराधी कोर्ट में आपके खिलाफ गवाही देंगे की आपकी मिली भगत से बैंक में डकैती की योजना बनाई गई थी ।आप बचने वाले नही है।

इसके बाद उसने तीन थानों में प्रभारियों को पंद्रह _ पन्द्रह दिनों के लिए सस्पेंड करने  का आदेश दे दिया साथ ही उनका स्थानांतरण जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में करने का भी आदेश दे दिया।

नए प्रभारीयो  को आदेश दिया की आप सब के थाना अंतर्गत जितने भी अपराधी मेरे द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं वे किसी भी कीमत कर छूटने नही चाहिए ।सब पर संबंधित अपराध के तहत दफा लगाकर जेल भेज दे ।

सबने उसकी बात का समर्थन किया ।

अंत में दामिनी ने कहा आप सभी जल्द से जल्द अपनी अपनी डिमांड मुझे भेज दे ताकि पुलिस प्रशासन को आधुनिक और सुविधा संपन्न बनाने हेतु सरकार से मदद मांगी जा सके ।

इसके बाद बैठक समाप्त हो गई ।

शाम को चार बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में दामिनी ने पिछली सारी घटनाओं का खुलासा किया और बताया किस तरह उसने सारे अपराधियों को अपनी पहचान बताए बिना गिरफ्तार किया ।सबको जेल भेजा जाएगा ।उनपर केस चलेगा और उनको सजा भी मिलेगी ।

प्रेस के माध्यम से मैं जिले के सभी गुंडो बदमाशो और माफियाओं को सावधान करते हुए कहना  हूं की कोई भी अपराधी अब बच नहीं पाएगा।वे लोग खुद को सेपुलिस के सामने आत्म समर्पण और दे ,अपना गैर कानूनी धंधा बंद कर दें या जिले से बाहर चले जाएं।वरना पुलिस मूठ भेड़ में उनका एनकाउंटर भी हो सकता है।कोई सहानुभूति नहीं बरती जाएगी।

जिले की आम जनता को मैं आश्वासन देना चाहती हूं की आप सभी को अब अपराधियों से डरने की जरूरत नहीं है ।पुलिस हमेशा आपके साथ खड़ी रहेगी ।

साथ ही जनता से भी अनुरोध है आप सभी जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करे ।

बहुत जल्दी ही पुलिस अब हर गांव और मुहल्ले तक जाएगी और उनकी परेशानियों को सुनेगी ।

दामिनी की बात खत्म होते ही कई प्रेस रिपोर्टरों ने कई तरह के सवाल किए जिसका उसने जवाब दिया ।

प्रेस कांफ्रेंस के बाद जैसे ही दामिनी अपने ऑफिस में आकर बैठी तभी उसके सहायक ने आकर बताया _ मैडम बैंक मैनेजर साहब आए है ।

दामिनी ने कहा _ उनको भेज दो ।

मैनेजर ने आते ही हाथ जोड़कर  दामिनी का आभार प्रकट किया और कहा _ मैडम आपने मेरी नौकरी और बैंक दोनो को बचा लिया।

आज आपकी वजह से बैंक लूटने से बच गया और लुटेरे भी पकड़े गए।हमारा बैंक आपका सदा ऋणी रहेगा।आपका कोई भी काम हो तो मैडम हमे बेहिचक हमे आदेश करे।

दामिनी ने कहा _ आपको इतना भयभीत होने की जरूरत नही मैनेजर साहब यह तो हमारी ड्यूटी है ।

आप थाना से जाकर अपने बैंक की चाबी ले ले।अब दिन के अलावा रात में भी पुलिस आपके बैंक की गस्ती करेगी ।

मैनेजर ने कहा _ मैडम डकैतो ने हमारे केसियर के बेटे को किडनैप कर   जान मारने की धमकी देकर उसे भी बैंक डकैती में ले गए थे।

जो अभी अस्पताल में भर्ती है।

अनलोगो ने उससे बैक के केस की जानकारी लेकर बेहोश कर दिया था।

ओह अच्छा तो वो चौथा आदमी आपके बैंक का केसीयर था।दामिनी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा।

ठीक मैं थाना प्रभारी को बोल देती हूं वो आपके केसियर को छोड़ देंगे और लुटेरो से उसके बच्चे का पता पुछकर उसे भी रिहा करवाती हूं ।आप जाएं और बाकी प्रक्रिया पूरी करके कल से अपना बैंक खोल सकते हैं।

मैनेजर दामिनी का आभार करता हुआ चला गया।

उसके जाते ही उसके मोबाइल पर किसी का फोन आया।उधर से बताया गया आज रात मैं कुछ लड़कियों को अगवा कर उनको बेचने के लिए बाहर भेजा जायेगा।

दामिनी ने सब डिटेल पुछ कर अपने निजी सचिव नितिन को बुलाया और कहा _ सभी थानों से तुरंत एक रिपोर्ट मांगो को अब तक कितनी लड़कियों के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज की गई है।और डीएसपी राघव ठाकुर को बोलो अपने दल बल के साथ आज रात में तैयार रहेंगे ।

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*”दामिनी का दम”* (भाग-17) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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