*”दामिनी का दम”* (भाग-15) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

थोड़ी देर में पुलिस की एक जिप बैंक के पास पहुंच गई ।दामिनी ने उनसे कहा _ बैंक का ताला टूटा हुआ है।फिर कोई चोर लुटेरे बैंक का नुकसान कर सकते हैं।तुम लोग तुरंत बैंक में ताला लगाने का इंतजाम कर वरना सबको रात भर इसकी पहरेदारी करनी पड़ेगी ।

एक जवान ने पूछा आप कौन है ।

राजेश ने तुरंत कहा_  अरे आप लोग मैडम को नहीं पहचाने यही तो आप सबकी नई एसपी दामिनी मैडम है।।

राजेश की बात सुनते ही सबने तुरंत दामिनी को सैल्यूट किया ।

दामिनी ने कहा_ बैंक में अच्छी तरह ताला लगाकर इस बेहोश आदमी को अस्पताल पहुंचाकर इसका इलाज शुरू  करवा देना ।इसे हिरासत में रखना  ।यह भी लुटेरों का साथी है ।

एक हवलदार ने कहा_ मैडम आप के आदेश का  पूरा पालन होगा ।

दामिनी ने राजेश से कहा अब चलो यहां से।

राजेश ने अपनी कार स्टार्ट किया और दामिनी को लेकर निकल गया।

रास्ते में दामिनी ने कहा_

अब तो कुछ ही घंटे बचे है सुबह होने  में ।मेरी कोठी पर ही सो जाना तुम ।

राजेश ने कहा_ नही मैडम  पिछली रात भी घर से आपके साथ बाहर था।घर में सब चिंता कर रहे होंगे।मैं आपको आपकी कोठी पर छोड़कर अपने घर चला जाऊंगा।

दामिनी ने कहा _ ठीक है जैसी तुम्हारी मर्जी।लेकिन आज तो तुमने कमाल कर दिया ।तुमने गोली चलाकर एक मुजरिम को

पकड़वा दिया वाह बहुत खूब ।

जी मैडम आपकी वजह से ये सब करना पड़ा वरना  मुझे तो चाकू छुरी और लाठी डंडा भी चलाना नही आता है।लेकिन मैने देना एक लड़की होकर इतनी बहादुरी और जान जोखिम में डालकर बैंक को लूटने से बचा रही है तो मैं मर्द होकर कैसे पीछे रहता।

जब वे तीनो बाइक सवार भागने लगे तो मुझे लगा अगर ये भाग गए तो आपकी मेहनत बेकार हो जायेगी ।इसलिए मैंने हिम्मत कर तीनो  पर गोलियां चलाई मगर एक की ही बाइक पर लगी ।

मुझे अच्छा लगा  तुम्हारी बहादुरी देख कर ।इसी तरह मेरे साथ रहोगे तो पक्का पुलिस वाला बन जाओगे ।दामिनी ने हंसते हुए कहा।

नही मैडम मुझे पुलिस  वाला नही बनना है। मुझे तो टेक्सी ड्राइवर ही रहना है।पुलिस के काम में बहुत खतरा है।मैं तो कहता हूं आप भी पुलिस की नौकरी छोड़कर कोई और नौकरी कर लो मैडम।राजेश ने भोले पन से कहा ।उसकी बात सुनकर दामिनी ठहाका मारकर हंसने  लगी और बोली बड़े भोले हो तुम ।पुलिस की नौकरी का मतलब धीरे धीरे समझोगे ।

तब तक एसपी कोठी आ चुकी थी ।कोठी को गेट दो पुलिस के जवानों ने खोला । दामिनी ने कार से उतरते हुए उसे ढाई हजार रूपए किराया देते कहा ” _ सावधानी से अपने घर जाना और कल ठीक दस बजे कोठी पर आ जाना । जी मैडम इतना कहकर राजेश अपनी कार लेकर  वापस अपने घर चला गया ।

अगले दिन ठीक साढ़े दस बजे एसपी ऑफिस में पहली बैठक जिला के सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर,सब इंस्पेक्टर,सभी थाना प्रभारी और, ट्रेफिक पुलिस,फायर बिग्रेड,सीआईडी ऑफिसर,साइबर क्राइम ब्रांच आए अन्य पुलिस ऑफिसर मीटिंग हॉल में खचा खच भरे हुए थे।

सबलोग एसपी दामिनी का इंतजार कर रहे थे।थोड़ी ही देर में दामिनी वहा  पहुंची ।सबने खड़ा होकर उसका स्वागत किया।

एसपी का नया सहायक सचिव नितिन राय ने दामिनी का परिचय कराते हुए कहा _ जैसा कि आप सभी अब जान ही चुके हैं की दामिनी मैडम अब हमारी नई एसपी है।सबने  जोरदार तालियों से दामिनी का स्वागत किया । नितिन ने आगे कहा_ अब आप सभी अपने नाम, पद और पोस्टिंग का स्थान बताते हुए बारी बारी से अपना। परिचय दे ।

सबने बारी बारी से अपना परिचय दिया।

जिन पुलिस ऑफिसर का पिछली रात  दामिनी से अमाना सामना हुआ उनके माथे से पसीना छूटने लगा  था।

दामिनी ने सबको देखते ही पहचान लिया था ।मगर कुछ कहा नहीं ।

सबका परिचय होने के बाद दामिनी ने कहा _ मैं ज्यादा भाषण नही देना चाहती हूं बस इतना कहना चाहती हूं की जिस तरह पूरे जिले में अपराधियों का बोलबाला है,माफिया प्रशासन पर भारी पड़ रहे हैं ।जिले में हत्या , अपहरण,बलात्कार, नशीली दवाओं का धंधा, अवैध हथियारों की तस्करी,  काला बाजारी,जमाखोरी,नशा खोरी,हुआ बाजी, महिलाओ और लड़कियों से छेड़छाड़, लड़कियों की तस्करी , चोरी, डकैती, छिनतई आदि अनेक प्रकार के अपराध यहां चरम सीमा पर है।

लेकिन पुलिस लाचार तमासा देख रही है । यहां तक पुलिस भी अपराधियों के साथ मिलकर अपराध कर रही है ।जो पुलिस के लिए बहुत ही शर्म और दुख की बात है।

इसलिए मुझे इस जिले से सारे अपराधो और अपराधियों को जड़ से खत्म करना है ।

इसके लिए मुझे आप सबकी मदद चाहिए।अपराधियों में पुलिस का खौफ और जनता में पुलिस पर विश्वाश होना चाहिए।

जो भी पुलिस ऑफिसर अपने काम में लापरवाही बरतते हुए,भ्रष्टाचार करते हुए , अपराधियों के साथ संलिप्तता या अनुशासन हीनता करते हुए पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।

मैं जब से इस शहर में आई हूं अपनी पहचान छुपाकर शहर के कई जगहों का निरीक्षण किया बहुत बुरा हाल पाया पुलिस ऑफिसरो में घोर लापरवाही  पाई।

मुझे कई लापरवाह  और भ्रष्ट ऑफिसरों पर कार्यवाई करनी है ,कुछ का तबादला करना है।इसके लिए सभी तैयार रहे ।

मुझे जिले में कई अपराधियों  का एनकाउंटर करना है जिसके  लिए एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पुलिस ऑफिसर्स की टीम गठित करनी है।

जहा महिला थाना  नही है वहा महिला थाना बनाना है।

आप सबसे निवेदन है की आप सभी अपने अपने विभाग की जांच कर देख ले की आपको क्या क्या आवश्यक संसाधन चाहिए ।उसकी सूची बनाकर मुझे दे । मैं सरकार से उसे दिलाने का प्रयास करूंगी।

हर हर थाना में साप्ताहिक, हर डीएसपी पाक्षिक और जिला में मासिक क्राइम मीटिंग होगी जिसमे क्या हुआ और क्या करना है ,कौन सा क्षेत्र ज्यादा संवेदनशील है इन सारी बातों पर चर्चा कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी ।

सभी संबंधित ऑफिसर मासिक बैठक में अपनी रिर्पोट सौंपेंगे।

हर थाना अपने क्षेत्र में रात और दिन सभी चौक चौराहों ,स्कूल ,कोलर्जो  बाजारों और बैंको की निगरानी हेतु पुलिस गस्ती नियमित् करेगी।

आम जनता का विश्वाश जितने के लिए उनकी शिकायतों पर तुरंत जांच कर आवश्यक कार्रवाई करनी होगी साथ में कुछ सामाजिक कार्य भी करने होंगे।

दामिनी ने सारी बाते एक ही सांस में कहती चली गई।उसकी बाते सुनकर सारे पुलिस ऑफिसर दम साधे एक दूसरे का मुंह देख रहे थे।

अभी चाय का समय हो गया है इसके बाद आप लोग बारी बारी से अपनी बात रखेंगे ।दामिनी ने कहा और चुप हो गई।

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*”दामिनी का दम”* (भाग-16) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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