*”दामिनी का दम”* (भाग-11) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

करीब आधे घंटे के सफर के बाद राजेश के आगे चल रही कार अब पुलिस अधीक्षक के ऑफिस की तरफ जाने लगी ।

राजेश आगे बढ़ने से हिचकिचाने लगा।लेकिन दामिनी ने कहाडरो मत आगे बढ़ते रहो।

राजेश आगे बढ़ने लगा।उसने देखा उसकी कार के पीछे कई पुलिस की जिप लगी हुई थी ।उसका दिल घबड़ा रहा था।उसे दामिनी को लेकर काफी चिंता हो रही थी।लेकिन वो कुछ बोल नहीं रहा था।

दामिनी उसकी मनोस्थिति को समझ गई थी।उसने उससे कहा_ तुम इतने नर्वस क्यों हो रहे हो ।मैंने पहले ही कहा था डरना नहीं मैं हूं जो होगा देखा जायेगा।

राजेश ने कहा_ क्या करूं मैडम मैं एक मामूली टेक्सी ड्राइवर हूं कभी पुलिस उलिस के चक्कर मे पड़ा नही हूं ।बस टेक्सी चलाता हूं और अपने भाड़ा से मतलब रखता हूं ।लेकिन पहली बार इतना भय और चिंता हो रही है।केवल आपके चलते ।आपको क्या जरूरत थी ।पुलिस  से पंगा लेने की ।आपने उनकी कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन देखिए उल्टे वे लोग आपकों कैसे सैल्यूट कर रहे थे।

दामिनी उसकी बाते सुनकर हंसने लगी ।

आप और यहां को पुलिस की हरकते मेरी समझ में नही आ रही है।राजेश ने कहा ।

दामिनी मुस्कुरा रही थी।

मैडम एक बात मुझे बता दीजिए की अगर पुलिस ने आपको गिरफ्तार कर लिया तो मैं आपको  कैसे छुड़ाऊंगा।क्योंकि यहां तो मेरे सिवा आपका कोई जान पहचान वाला नही है।क्योंकि इस शहर में आप पहली बार आई है।

राजेश ने चिंता जाहिर करते हुए कहा ।

उसकी बात सुनकर दामिनी बहुत खुश हुई ।चलो पहली बार तुमने मेरे लिए चिंता जाहिर किया है और मेरे लिए कुछ करना चाहते हो ।इससे पहले तो तुम मुझसे चिढ़े रहते थे।

चिढ़ा  हुआ तो मैं अब भी हूं मैडम जबसे आप मेरी टेक्सी में बैठी है मेरी नींद और आराम हराम हो गया है ऊपर से जान का खतरा भी बढ़ गया था।

इसलिए चाहता हूं जितनी जल्दी आपसे पीछा छुटे मगर आपको परेशानी में भी नहीं देखना चाहता।

अरे बाबा अब बस भी करो।बहुत हो गया तुम्हारा।रागिनी ने हंसते हुए कहा ।

अच्छा सुनो जैसे ही वो सफेद कार रुक कर फिर साइड हो जाए तुम अपनी कार को आगे बढ़ाते हुए ऑफिस के ठीक सामने रोक देना और वही गाड़ी खड़ी कर उत्तर जाना ।

ठीक है मैडम ।

तभी राजेश चौंक गया ।उसने देखा जिस ऑफिस के पास ओ सफेद कार रुकी वो एसपी का ऑफिस था।वहा कई पुलिस के ऑफिसर  एक लाइन से खड़े थे और कई पुलिस के जवान कंधे पर बंदूक लिए सावधानी से खड़े थे ।

उस सफेद कार के हटते ही राजेश ने कार आगे बढ़ा दिया और ठीक ऑफिस के सामने खड़ा कर दिया।

कार रुकते ही वहा खड़ा एक पुलिस ऑफिसर ने लपक कर दामिनी के तरफ का गेट खोल दिया।जैसे ही दामिनी गाड़ी से उतरी उसने बड़े सम्मान सहित उसको सैल्यूट किया ।दामिनी ने उसका सैल्यूट स्वीकार किया ।तभी बाकी सभी ऑफिसर्स ने उसको सैल्यूट किया।

दामिनी ने वहा खड़े सभी लोगो पर एक नजर डाली ।इतने में उसके आगे सफेद कार में चलने वाला वो पुलिस ऑफिसर दामिनी के पास आया और बड़े अदब से कहा_  आइए मैडम मैं आपको आपके ऑफिस में ले चलता हूं ।

वो ऑफिसर सीढियां चढ़ता हुआ आगे बढ़ने लगा।दामिनी उसके पीछे पीछे चलने लगी ।

नीचे कार से उतर कर राजेश दामिनी को उपर जाता हुआ देखता रहा। उसने देखा बाकी सभी ऑफिसर दामिनी के पीछे पीछे चलने लगे।

राजेश की समझ में कुछ नही आ रहा था।क्या हो रहा है ।पुलिस मैडम को  गिरफ्तार करने लाई है या सम्मानित करने के लिए क्योंकि अब तक तो गिरफ्तारी जैसी कोई कार्रवाई तो हुई नही ।

उससे बर्दास्त नही हुआ तो उसने पास खड़े एक पुलिस के ड्राइवर से पूछा _ ये मैडम कौन है  और यहां क्यों लाई गई है।

वो ड्राइवर से उसे आश्चर्य से ऊपर नीचे देखने लगा।

अरे तुम नहीं जानते मैडम को ।वो तो तुम्हारे साथ ही आई है अभी ।इस ड्राइवर ने आश्चर्य से पूछा।

कोई बताएगा तभी तो जानूंगा भाई ।मैं तो टेक्सी ड्राइवर हूं कल रात से ही मैडम को लेकर इधर उधर भटक रहा हूं लेकिन मैडम या और किसी ने मैडम के बारे में नही बताया।

राजेश ने अनजान बनते हुए कहा।

वो ड्राइवर उसकी बात सुनकर हंसने लगा और बोला _ अरे मुर्ख मैडम कोई और नही इस जिला की नई एसपी  है ।आज ये ज्वानिंग लेने आई है।इसके बाद ये अपने बंगले पर जाएंगी ।

इनके बारे में सुना है ये बहुत सख्त और निडर ऑफिसर है । ये किसी से डरती नही है।इससे पहले ये दूसरे जिला की एसपी रह चुकी है ।

उसकी बात राजेश के मुंह से निकला ,_ क्या कह रहे हो भाई ।मैडम यहां की नई एसपी है और मुझे पता तक नहीं चला । हे भगवान ।कही मैडम मुझ पर कोई एक्शन न ले ले ।क्योंकि उनकी हरकत देख कर मैं डर गया था और उनसे पीछा छुड़ाने की बात कह दिया था।

ओ ड्राइवर उसकी बात सुनकर हंसने लगा और बोला तुम्हारी तो खैर नहीं बच्चू ।मैडम तुमको छोड़ेंगी नही ।

उसकी बात सुनकर राजेश डरने लगा ।

तभी एक पुलिस कांस्टेबल आया और पूछा _ राजेश किसका नाम है।राजेश ने डरते हुए कहा _ जी मेरा नाम है।

मैडम अभी तुम्हारी गाड़ी से आई थी न ।

जी मेरी ही गाड़ी से आई थी ।उसने कहा।

चलो मेरे साथ मैडम ने तुमको बुलाया है।

इस पर उस ड्राइवर ने कहा _ जाओ देखो मैडम ने सबसे  पहले तुमको बुलाया है जाओ सबसे पहले तुम्हारी ही खबर लेंगी ।

राजेश डरते हुए। उस कांस्टेबल के  पीछे पीछे सीढ़िया चढ़ने लगा।

उधर ऑफिस में एसपी का सहायक संजय वर्मा ने दामिनी को एसपी की कुर्सी पर बैठाया और एक रजिस्टर देते हुए कहा _ मैडम इस पर अपना साइन कर दे।दामिनी ने अपना हस्ताक्षर कर दिया।

जिस एसपी को ट्रांसफर किया गया था उसने दामिनी से हाथ मिलाते हुए कहा _ दामिनी जी अब आप मेरी कुर्सी संभाले लेकिन सावधानी से यहां का वातावरण बहुत खराब हो चुका है।

दामिनी ने कहा _ जी बिल्कुल मैं आपकी सलाह का ख्याल रखूंगी ।

इसके बाद सहायक संजय वर्मा ने दामिनी का परिचय उसके ऑफिस के सभी पदाधिकारियों ,कर्मचारियों , और सहायकों से परिचय कराया।

सबने दामिनी को फूल के गुलदस्ते से उसका स्वागत किया ।

दामिनी ने सबका आभार व्यक्त किया ।

संजय ने कहा _ मैडम थोड़े चाय नाश्ता का इंतजाम किया गया।अगर आपका आदेश हो तो लाया जाय।

हा बिलकुल क्यों नहीं । लाओ सबको चाय नाश्ता करवाओ।

संजय ने तुरंत दो सिपाहियों से चाय नाश्ता लाकर सबको देने को कहा ।तभी वो कांस्टेबल राजेश को लेकर वहा पहुंचा ।

राजेश अंदर जाते ही हिचक गया।लेकिन जैसे ही दामिनी की नजर उस पर पड़ी उसने आवाज देकर उसे बुलाया।पास आने पर दामिनी ने उससे कहा _ तुम इस सिपाही को लेकर मेरे नए बंगले पर चले जाओ ।वहा मेरा सारा सामान रख कर मेरे कमरे की चाबी लेकर आ जाना ।जाने से पहले चाय नाश्ता कर लो ।उसने संजय से कहा _ इसको एक कुर्सी पर बैठाओ और इसे भी चाय नाश्ता दे दो।

संजय ने उसके लिए एक कुर्सी मंगा कर दे दिया और चाय दिलवा दिया।

राजेश के मन का डर थोड़ा कम हो गया था।अब वो दामिनी की तरफ से निश्चिंत हो गया था।उसने जल्दी जल्दी नाश्ता किया और चाय पीकर उस कांस्टेबल को लेकर निकल गया।

बाकी पुलिस ऑफिसर उसे बड़े ध्यान से देख रहे थे।

उसके जाते ही दामिनी सबसे कहा अब आप लोग अपने अपने काम पर लग जाएं और अपनी जगह पर जाएं।

उसका आदेश सुनते ही सभी पुलिस ऑफिसर उठकर चले गए ।

सबके जाते ही दामिनी ने संजय से कहा _ सबसे पहले तुम जिला के सभी पुलिस ऑफिसर  का नाम पद और उनका फोन नंबर,सभी थानों ,चेक नाका,पुलिस चौकी , ट्रैफिक पुलिस,फायर बिग्रेड,साइबर क्राइम ब्रांच,महिला थाना,डीएसपी, सीआईडी और पुलिस कंट्रोल रूम का डिटेल दो ।

कल सुबह दस बजे से सभी विभागों के साथ एक घंटे की मीटिंग तय करो।

इसके बाद कल रात जो अपराधी गिरफ्तार किए गए,पत्थर बाजी में पकड़े गए लोगो के केस का डिटेल,गैरकानूनी तरीके से लाए जाने वाले हथियारों के केस का डिटेल  पता कर बताओ।

साथ ही कल भीमनगर थाना के सभी ऑफिसर ,कांस्टेबल,और शहर के बाहर के पुलिस चेक नाका के वे सभी लोग जो कल रात ड्यूटी पर थे सबको कल मेरे सामने हाजिर करो।

दामिनी का आदेश सुनकर संजय का सिर चकरा गया।उसे उम्मीद नहीं थी की दामिनी अपना चार्ज लेते ही पूरे एक्सन में आ जाएगी ।अभी सोच ही रहा था की तभी दामिनी ने कहा _ कल सारी मीटिंग होने के बाद प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस फिक्स करो।

जाओ सबको तैयारी लगाकर तुरंत आओ और अब तक पेंडिंग फाइले  है सब ले आओ सबका जल्दी जल्दी निपटारा करना है।

जी  मैडम अभी सब करता हूं ।इतना कहकर वो इतनी तेजी से बाहर भागा मानो उसके पीछे दामिनी का भूत लगा हो ।

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*”दामिनी का दम”* (भाग-12) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

बोकारो झारखंड

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