चौकलेट डे  – मीनाक्षी सिंह

मोहिनी अपने पतिदेव का बेसब्री  से इंतजार कर रही थी ! सोच रही थी आज चौकलेट डे हैँ तो जैसे शादी से पहले उसके लिए उसके पतिदेव निखिल चौकलेट और गुलदस्ता लेकर आते थे वैसे ही लेकर आयेंगे ! वैसे भी निखिल को पता हैँ कि मोहिनी को डेयरी मिल्क की सिल्क वाली चौकलेट कितनी पसंद हैँ ! सोचे भी क्यूँ ना आखिर मोहिनी और निखिल ने अभी एक साल पहले ही तो लव मैरीज जो की हैँ ! निखिल उसे बेइंतहा चाहता था ! 

8 साल रिलेशनशिप में रहने के बाद निखिल ने मोहिनी से शादी करने का प्रस्ताव रखा ! ज़िसे मोहिनी ने झट से स्वीकार कर लिया था ! मोहिनी अतीत में खो गयी कि कैसे बीच सड़क पर पीछे से निखिल ने उसका हाथ पकड़कर रोक लिया था ! मोहिनी तो बिल्कुल सहम गयी थी ,पहली बार किसी अजनबी लड़के का स्पर्श उसे डरा गया था ! पर जैसे ही मुड़कर देखा उसने ,,एक गोरे रंग के , पतले शरीर के  ,लंबे  ,नशीली आँखें और बहुत ही खूबसूरत से नैंननक्श वाले निखिल के चेहरे पर उसकी नजरें टिक गयी !

 निखिल ने उसे पीले गुलाब के फूलों का गुलदस्ता ज़िसमें  उसकी पसंदीदा चौकलेट चिपकी हुई थी और मोहिनी की एक प्यारी सी पेंटिंग भी थी ! मोहिनी तो बिल्कुल अचंभित रह गयी ! निखिल ने कहा – मोहिनी ,मैं तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ ! तुम्हे रोज बस से आते ज़ाते देखता हूँ !  

पिछले दो सालों से ! तुम्हारी सादगी मुझे दिवाना बना गयी हैँ ! तुमने कभी भी किसी की तरफ नजर उठाकर भी नहीं देखा कभी ! बस किताब में ही ड़ूबी रहती और मैं तुम में ! अभी तक कहने की हिम्मत नहीं कर पाया क्यूंकी मैं तुम्हारे लायक बनना चाहता था ! अब मैं बैंक में चयनित हो गया हूँ ! क्या तुम मुझसे शादी करोगी ! कोई जबरदस्ती नहीं हैँ ! तुम समय ले सकती हो ! पर मैं तुम्हारा ज़िन्दगी भर इंतजार करने को तैयार हूँ !

इस कहानी को भी पढ़ें: 

“इंतहा स्वार्थ की” – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

अपना दुपट्टा संभालते हुए मोहिनी बोली – मैं तुम्हे नहीं जानती ! तुम्हे ज़ानने के लिए मुझे वक़्त चाहिए ! ऐसा नहीं हैँ कि इतने सालों में मोहिनी ने निखिल पर ध्यान नहीं दिया ! पर कभी इस नजर से नहीं देखा उसने ! निखिल की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा ! निखिल और मोहिनी रोज शाम को मिलने लगे ! एक घंटे का समय उन  दोनों के लिए वो सुनहरे पल होते जब वो एक दूसरे से बातें करते अपने परिवार की, अपनी ! धीरे धीरे मोहिनी को निखिल भाने लगा ! 

कभी निखिल ने उसका गलत फायदा नहीं उठाया ! मोहिनी के कहने पर निखिल परिवार वालों के साथ मोहिनी के घर उसका हाथ मांगने गया ! निखिल की सादगी और उसका सभ्य व्यवहार उन्हे भा गया ! दोनों का सबकी रजामन्दी से एक साल पहले विवाह हो गया ! डोरबेल की आवाज से मोहिनी अतीत से वर्तमान में आयी ! सामने थका हारा निखिल खड़ा था ! 

निखिल ने आते ही मोहिनी को गोद में उठा लिया ! और बोला थैंक यू मेरी मोहिनी ,मुझे इतनी बड़ी ख़ुशी देने के लिए ! मोहिनी कहती तुम हमेशा मुझे आश्चर्य में डाल देते हो ! हुआ क्या बताओ तो ! निखिल – स्वीट हार्ट ,,तुम्हारी रिपोर्ट आ गयी हैँ ! मैं पापा बनने वाला हूँ ! छोटी मोहिनी आने वाली हैँ हमारे घर में ! ये लो तुम्हारी फेवरेट चौकलेट ! पर ये लास्ट हैँ ! अब से बस हेल्दी फूड !

मोहिनी भी अपने आंसू ना रोक पायी ! झट से निखिल के गले लग गयी ! बोली – हैप्पी चौकलेट डे मेरे बुद्धू ! निखिल ने भी मोहिनी को अपनी बाहों में समा लिया !

मीनाक्षी सिंह की कलम से

आगरा

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!