ऑंखों में खटकना – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

रिटायरमेंट के बाद जब सुभाष जी और सरिता जी एक दूसरे के साथ वक्त बिताते ये बात रिचा की आंखों में खटकता था। राहुल!” पापा जी को कुछ वक्त बाहर भी बिताना चाहिए अपने हमउम्र दोस्तों के साथ और मम्मी जी को इस उम्र में भजन-कीर्तन करना चाहिए” रिचा अक्सर ऐसी बातें पति राहुल से … Read more

माफी से रिश्ते सुधर गए – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

जानकी जी गोदी में मोनू को बिठाकर नवरात्रि में माता रानी   का धन्यवाद कर रही थी।        आइए आपको जानकी जी के परिवार से मिलवाएं। जानकी जी के पति वर्मा जी सेवानिवृत  सरकारी आफिसर थे। उनके परिवार में उनका बड़ा बेटा जतिन एक कंपनी में सिविल इंजीनियर,  उसकी पत्नी राधिका और उनके 5 वर्ष की … Read more

बड़ी बहू – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

राधिका की शादी की बात रोहित से चल रही थी। रोहित पढ़ा लिखा स्मार्ट लड़का था, घर परिवार भी अच्छा था, पर राधिका को एक ही बात परेशान कर रही थी कि रोहित दो भाइयों में छोटा है और राधिका भी घर में छोटी है। घर में भाभी की इम्पोर्टेंस थी, अब ससुराल में जेठानी … Read more

तारीफ़ से पैसे नहीं मिलते… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“क्या बात है शेखर आज तेरा लंच बॉक्स किधर है…भई हम तो इंतज़ार करते रहते हैं कब लंच टाइम हो और हमें तेरे साथ खाने को मिले…।” ऑफिस में ही साथ काम करने वाले तनय ने कहा  ” यार अब से मैं ऑफिस कैंटीन में ही लंच करूँगा…. मेरे बस का कहाँ रसोई में जाकर … Read more

देख रहा है वो सब – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

गायन प्रतियोगिता में प्रथम…पूर्वी माथुर। नृत्य नाटिका में सबसे अच्छा नृत्य रहा..पूर्वी एंड टीम… पूर्वी का नाम बार बार बोला जा रहा था और वो मुस्कुराती हुई मंच तक जाती और अपना पुरस्कार ग्रहण करती। ये लड़की है या जादूगर?दिखने में भी खूबसूरत,इतनी टैलेंटेड,हर काम में प्रथम ही आ रही है…शालिनी वर्मा जी मंत्रमुग्ध हुई … Read more

वितृष्णा – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

आँगन में पहला कदम रखते ही जैसे वक्त की धूल झाड़ कर पुराने दृश्य मेरी आँखों के सामने उभरने लगे। वही आँगन, वही तुलसी चौरा, और वही कोना जहाँ अक्सर बैठकर दादी रामायण पढ़ा करती थीं। पर सबसे पहले जो चेहरा सामने उभरा, वो था उस झीनी फ्रॉक वाली लड़की का। झीनी गुलाबी फ्रॉक में … Read more

निर्णय – दिक्षा बागदरे : Moral Stories in Hindi

श्रद्धा ने राहुल को बहुत समझाया था, जल्दबाजी में कोई निर्णय मत लो।  मगर जैसे राहुल पर कोई भूत सवार था। वह श्रद्धा की कोई बात नहीं मान रहा था। श्रद्धा समझा-समझा कर थक चुकी थी। वह बिल्कुल नहीं चाहती थी कि राहुल जल्दबाजी में कोई भी निर्णय ले और फिर पछताए।  श्रद्धा और राहुल … Read more

अनचाहे मेहमान ने दी प्यार की सीख – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

सौरभ की कार न्यूयॉर्क की सड़क पर दौड़ रही थी सौरभ को ध्यान ही नहीं था कि वह अपनी ही धुन में कार की स्पीड बढ़ाता जा रहा है अचानक एक मोड़ पर आते ही उसकी कार डिसबैलेंस हो गई यह तो ईश्वर की कृपा थी कि,कार उल्टी नहीं और सड़क भी सुनसान ही थी … Read more

मोती से आंसू – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

वंदना सुबह से ही जल्दी-जल्दी काम में लगी थी, आज दुर्गा नवमी है और उसे घर की साफ सफाई के साथ-साथ  कन्या पूजन और कन्याओं के प्रसाद व भोजन की  भी व्यवस्था जो करनी है। वो अपने पति अजय से कहती है कि सुनिए  आप भी जरा जल्दी तैयार हो जाइए,हमें चामुंडा मां के मंदिर … Read more

अनाम रिश्ता – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

आज फिर एक बच्चे को बाय बोलकर सिस्टर रुबि थोड़ी उदास हो गई । तभी उनकी सहकर्मी चेतना बोली —- सिस्टर रुबि , आप बहुत ज़्यादा इमोशनल हैं । मरीज़ तो आते- जाते ही रहते हैं, आप क्यों इतनी उदास हो जाती हैं । अरे नहीं चेतना …. उदास नहीं हूँ । बस एक ख़ालीपन … Read more

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