किरपा करो हे राम – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

सुबह आठ बजे ऑर्डर मिलने शुरू हो जाते थे। कभी स्वीगी, ब्लिंकिट तो कभी जमैटो। कोई सप्लाई छूट न जाये इसलिए रामचन्द्र कुशवाहा सुबह जल्दी उठते और नहा धोकर, नाश्ता करके आठ बजे तक तैयार हो जाते। सरकार की पाबंदियों के कारण लकड़ी चिरायी का कारख़ाना बंद होने से, छह महीने पहले नौकरी छूट गई … Read more

रिश्तों की परिभाषा – पूनम सारस्वत : Moral Stories in Hindi

अतुल कई दिन से थका थका सा महसूस कर रहा था  ।ऊपर से यह कोरोना का रोना। इसलिए किसी को बोल भी नहीं रहा था कि उसे कुछ दिक्कत लग रही है ।बेकार ही उसे तो कोरोंटाइन करेंगे ही ,पत्नी और बच्चे को भी कर देंगे । वह अपने परिवार को परेशान नहीं करना चाह … Read more

ये धन संपति अच्छों अच्छों का दिमाग खराब कर देती है – राजेश इसरानी : Moral Stories in Hindi

ये धन संपति अच्छों अच्छों का दिमाग खराब कर देती है। और जिसके पास ये अभी अभी आई हो उसका तो क्या कहना। तुम भी इस धन की वजह से बहुत घमंडी हो गए हो, अपने सामने किसी को कुछ नहीं मानते। नए नए पैसे कमाए हो तो इसका मतलब ये नहीं कि तुम रिश्ते … Read more

पहचान – सरिता कुमार : Moral Stories in Hindi

परिवार , समाज और साहित्य  जगत में , अगर महिलाओं की पहचान उनके अपने व्यक्तित्व , उनकी कीर्ति और उनके रचनात्मकता की वजह से बनी है और वह सफलता के उच्चतम शिखर तक पहुंच गई हैं तो यह समाज के लिए भी गौरवान्वित होने की बात है । इस पुरुष प्रधान समाज में जब स्त्रियों … Read more

उड़ान – सरिता कुमार : Moral Stories in Hindi

वर्दी का आकर्षण बचपन से ही मेरे मन को लुभाता रहा है । मैंने सिर्फ स्कूल ड्रेस के पसंद आने से दो क्लास जंप करके तीसरे कक्षा से छठे कक्षा में प्रवेश लिया था ।  दूसरी कक्षा में प्रथम आई थी इसलिए घर वालों को कोई आपत्ती नही थी । लिखित जांच परीक्षा के बाद … Read more

“ये धन संपत्ति भी ना अच्छों -अच्छों का दिमाग खराब कर देती है” – कविता अर्गल : Moral Stories in Hindi

बहादुर जल्दी से गाड़ी निकालो इस समय बहुत ट्रैफिक मिलेगा एयरपोर्ट पहुंचना है,आज आरव आ रहा है ये  कहते हुए तेजी से सीढी़या उतरते हुए देव बाहर आता है।जी सर गाड़ी बिलकुल तैयार है कहते हुए बहादुर  ड्राइविंग सीट की ओर बढ़ता है,इतने में देव कुछ सोचता है नहीं तुम आज रहने दो आरव को … Read more

संस्कार! – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

  सावित्री जी ने अपनी युवावस्था में अपने संघर्षरत पति के साथ किए कठोर परिश्रम और अनवरत संघर्षों के पश्चात अपने परिवार को समाज में एक शानदार प्रतिष्ठित स्थान दिलाया था और आज रईसी दुनिया में उनके परिवार का एक विशेष स्थान था। अपने हृदय की उदारता से उन्होंने अत्यन्त औसत परिवार से आई अपनी बहू … Read more

शो ऑफ – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

“ओफ हो!मुकेश तुम्हें तो पता है ना इस हफ्ते मेरी किट्टी पार्टी है और आज तुम मुझे खबर दे रहे हो अम्मा पिताजी महीने भर के लिए गांव से आ रहे हैं!उनका पहनावा और रहन-सहन,बोल चाल गंवारों जैसा है! मेरी सहेलियों के सामने मेरी क्या इज्ज़त रह जाएगी,क्या सोचेंगी वे मेरे बारे में कि इतनी … Read more

खुशियां पैसों की मोहताज तो नही !! – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” सुनो सौरभ मिट्ठू का पहला जन्मदिन है सब पूछ रहे है कहाँ मना रहे है हम अपनी बेटी का पहला जन्मदिन !” खाने के बाद जब सौरभ टीवी खोलकर बैठा तो उसकी पत्नी मानसी रसोई का काम निपटा उसके पास आकर बोली।  ” मानसी तुम्हे तो सब हालात पता है तो तुम सबसे बोल … Read more

नया रूप – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

आज लगभग दो वर्षों के बाद अपने घर में सभी भाई -बहन इकट्ठा हुए थे।शादी के बाद ऐसा कम ही होता था कि,तीनों बहनें एक साथ मायके आ पाएं।साल में एक बार आते तो जरूर थे,पर अपनी और बच्चों की सुविधा अनुसार।सुमन पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी।लगभग बत्तीस साल हो गए थे शादी को। … Read more

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