रिश्ते – खुशी : Moral Stories in Hindi

रिश्ते ये शब्द बड़ा ही नाजुक हैं।किसी के दिल से जुड़ जाए तो दिल के तार जुड़ जाते है और किसी से जरा मनमुटाव हो जाए तो दिलो में गांठ पड़ जाती है। निशि और  प्रीति दोनों गुप्ता परिवार की बहुएं पर दोनों बहनों की तरह रहती थीं।उन्हें देखकर कोई ये नहीं कह सकता था … Read more

पट्टी पढ़ाना – निमीषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

रानी की अम्मा क्या करती हो? कुछ नहीं बरतन धुल रही हूं आओ चाची बैठो बस थोड़े ही बर्तन है अभी धुलकर फुर्सत में बातें करते हैं। रज्जो ने अपनी पडौसिन राधा चाची की तरफ छोटी सी चटाई खिसकाते हुए कहा। अरे आज तुम्हारी बहू कही गई है क्या? राधा चाची ने सवाल करते हुए … Read more

मन की गांठ – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

    आज का दिन मेरी जिंदगी का बेहद खूबसूरत और यादगार दिन है… आज मेरे बेटे राज की शादी है… मेरे घर में चांद सी दुल्हन आएगी… खुशी के साथ साथ डर भी लग रहा है… क्या बहु मेरे साथ खुश रहेगी… एक हीं बेटा है.. बहु को बेटी बना कर रखूंगी… ख्यालों को झटक कर … Read more

दिल बोलता है – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 आज जब मिस्टर अनिल सुबह की सैर करके पार्क से वापस घर आए तो उन्हें यह देखकर बहुत हैरानी हुई कि उनकी पत्नी शुभ्रा अभी तक सो रही है। वैसे तो वह उसे सोता हुआ देख कर एकदम चिढ़ जाते थे, लेकिन आज उन्होंने सोचा कि चलो थोड़ा सोने देता हूं थोड़ी देर बाद जगा … Read more

पट्टी पढ़ाना – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

अमित भैया ,रिया भाभी दिन भर ऑफिस   में काम करती है, फिर  घर आते ही ,घर के कामो में लग जाती है, उनकी बेटी (एंजल) अठारह साल की है उसकी कोई फिकर ही नही है , दिन रात फ़ोन  पे लगी रहती है, जाने कौन सी पढ़ाई करती है। आप अपनी एंजल को संभाल … Read more

मन की गांठ – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

—————— सीमा सुबह से भाग-दौड़ में लगी थी,मानो सारी जिम्मेदारी सिर्फ उसी के कंधों पर हो ना खाने – पीने का होश और ना ही साज सिंगार का। बड़ी बहू के फर्ज की सारी जिम्मेदारी बखूबी निभाया था सीमा ने। जिसे देखो हर किसी की जुबान पर सीमा का ही नाम था।बहू!” रीति रिवाज की … Read more

इसका कारण केवल तुम हो – रत्ना पांडे : Moral Stories in Hindi

संगीता के पति अजय के जीवन का सूर्यास्त अमावस की रात को हुआ था। संगीता की ज़िंदगी में आई वह अमावस की काली रात इतनी लंबी थी कि पूनम आते-आते कई वर्ष बीत गए। पुत्र की अकाल मृत्यु के ग़म ने संगीता के सास-ससुर को अधिक दिनों तक जीवित नहीं रहने दिया। गर्भवती संगीता अब … Read more

मन की गांठ – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi

मनोज के चेहरे पर उड़ती हुई हवाइयों को देख घर में सबको बड़ी हैरानी सी हो रही थी और साथ हीं साथ किसी अनहोनी की आशंका से मन विचलित भी हो रहा था… कल तक घर के हर सदस्य के साथ हंसी-ठिठोली करने वाले मनोज को आज क्या हो गया है??  हर आहट पर कुछ … Read more

समझौता अब और नहीं – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

ये लो ये दो पतले से बच्चे के सोने के कड़े यही भेजा है मीरा ने पैसे के बदले मां गायत्री के सामने बेटे विकास ने पोटली फेंक दी। आपके कहने पर दो लाख रूपए मैंने मीरा के पास भेज दिए हैं । नहीं देना था मीरा को जेवर तो न देती मैं तो पैसे … Read more

पट्टी पढ़ाना – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

आज इतवार था तो सहेजना ज़रा देर से उठी,वरना तो रोज सुबह के साढ़े पांच बजे दिन शुरू होता। चाय, बच्चों, पति और अपना टिफिन पैक कर भागम भाग ऑफिस पहुंचती और आते ही फिर वही बच्चों का होमवर्क और रात का खाना करते करते ग्यारह बज ही जाते। उठकर रसोई में पहुंची तो सास … Read more

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