“लंपट” – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi
सुरसती चौधराइन ने करवट बदली तो खाट खाली खाली सी दिखयी दी. टटोलकर देखा तो भरतार कीरत राम चौधरी खाट पर नहीं था. भोर होने में अभी देर थी. न चिड़ियों की आवाज न मुल्ला की अजान. कुछ देर ऐसे ही अलसाई सी पति की बाट जोहती रही मगर शंका का काला नाग दिल पर … Read more