कर्तव्यबोध – वीणा
चुन्नु देख..नानाजी आए हैं तेरे..देखो तो नानाजी क्या गिफ्ट लाये हैं तुम्हारे बर्थ डे के लिए अरे भाई.. मैं चुन्नु के लिए गिफ्ट लेकर नहीं आया..बल्कि उसके लिए साईकिल यहीं लेना है मुझे..और चुन्नु की नानी ने तुम तीनों के कपड़े खरीदने के लिए कुछ पैसे भिजवाये हैं..कहते हुए रामनाथ जी ने बीस हजार रुपये … Read more