यह सब तो मेकअप और हाई हील का कमाल है – स्वाती जैंन :  Moral Stories in Hindi

यह क्या अंजली  तेरी बहू पुनम शादी में तो ठीक – ठाक लग रही थी , आज तो बहुत सिंपल और सादी लग रही हैं , नैना अपनी सहेली अंजली से बोली !! अंजली जी बोली हां नैना , सब हाई हिल्स और मेकअप का कमाल था , जो हम लोगो ने करवाया था मगर … Read more

ज़िन्दगी अब जिंदगी नहीं रही – शिव कुमारी शुक्ला

 योगेश जी एक मैथ्स अध्यापक थे राजकीय विद्यालय में। अपने आप में मस्त मौला, अपनी ही धुन में रहने वाले। यूं तो उनके पास बी एस सी ,बी एड की डिग्रीयां थीं किन्तु वे रहन सहन, बोलने बात करने से ऐसे लगते जैसे कोई दिमाग से उतरा हुआ हो।लोग पीठ पीछे उन्हें जाहिल,गंवार कहते। कुछ … Read more

राज को राज रहने दो – डॉ बीना कुण्डलिया :

आज रेखा सवेरे सवेरे जल्दी उठ गई उसको बाजार जाना था बहुत सामान जो खरीदना उठकर बिस्तर में बैठे बैठे सोचने लगी जल्दी से घर के काम निपटा सीधे बाजार की तरफ निकल जाऊंगी दरअसल उसे आज ही शाम की ट्रेन से अपने मायके के लिए निकलना था। राखी का त्यौहार जो था साल में … Read more

राखी का रिफंड और मीठी खटास का बंधन –  डॉ० मनीषा भारद्वाज :  Moral Stories in Hindi

राखी की सुबह थी। सूरज की किरणें खिड़की से झांक रही थीं, मानो चांदी के धागों को सुनहरे रंग में रंगने आई हों। लेकिन मिष्टू के कमरे का माहौल उतना उज्ज्वल नहीं था। दस वर्षीया मिष्टू, जिसके चेहरे पर आमतौर पर चावल के दाने जैसी मासूम मुस्कान खिली रहती थी, आज बिल्कुल बादलों से घिरे … Read more

ये बंधन सिर्फ कच्चे धागे का नहीं है

पूरा बाजार रंग बिरंगी राखियों से भरा पड़ा था ।आज सपना बच्चों की बच्चों के लिए राखी खरीदने बाजार गई थी। वहां एक सुंदर सी राखी देखकर उसको हाथ में उठा कर देखने लगी। कितनी सुंदर राखी है ना ,काश ? में भी अपने भाई की कलाई पर यह राखी बांध पाती पर कितनी मजबूर … Read more

सूरत या सीरत – विमला गुगलानी :  Moral Stories in Hindi

   “ अरे जाहन्वी, लगता है तुम्हारे ब्लाक में जो एक खाली फ्लैट था, वहां कोई आ गया है, चलो अच्छा है, रौनक बढ़ेगी” नमिता ने फोन पर कहा।   “ हां, एक औरत दिखी तो थी कल सब्जी वाले ढ़ेले पर, देखने में तो बिल्कुल जाहिल, गंवार सी लग रही थी, पता नहीं कितनी देर सब्जी … Read more

किराएदार -प्रतिमा श्रीवास्तव :

 Moral Stories in Hindi रिटायरमेंट के बाद अशोक जी और सुनिता जी एक छोटे से टाऊन में आकर रहने लगे थे। वक्त के साथ-साथ बच्चे अपने परिवार में व्यस्त और मां – बाप अपनी जिंदगी जीने की जद्दोजहद में लगे थे। शाम के सात बज रहे थे की डोर बेल बजी।डोर बेल भी कभी कभार … Read more

तेरी पत्नी को चढ़ाकर रखा हैं तूने – स्वाती जैंन :  Moral Stories in Hindi

सुधा जी के दो बार ग्लास खटखटाने की आवाज से प्रिया को महसूस हुआ कि शायद मम्मी जी पानी मांग रही हैं !! प्रिया डायनिंग टेबल पर सुधा जी के लिए पानी लेकर पहुंची ही थी कि सुधा जी बोली – पानी लाने में इतना समय लगता हैं क्या ?? मायके से कुछ संस्कार लेकर … Read more

प्यार के साथ सख्ती भी जरूरी है – विमला गुगलानी :  Moral Stories in Hindi

“ माँ, अरविंद की हरकतें दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है”, ईशा ने अपनी माँ गोमती से कहा।    गोमती को चुप देखकर ईशा समझ गई कि मां कुछ नहीं कहेगी।ईशा ने फिर कहा” माँ, माना कि अरविंद सरपंच का इकलौता लड़का है, और आप उनके यहां खाना बनाने का काम करती हो, और … Read more

भाभी से मायका – बिंदेश्वरी त्यागी :

Moral Stories in Hindi निधि और सोमेश चाय नाश्ता कर ही रहे थे तभी फोन आता है निधि फोन उठाती है और देखकर खुश हो जाती है क्योंकि फोन उसकी रुचि भाभी का था l रक्षाबंधन आने वाला था l फोन उठा कर निधि बोलती है भाभी सब ठीक है सुबह-सुबह कैसी मेरी याद आ … Read more

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