कुछ तो लोग कहेंगे – डाॅ संजु झा

अस्सी वर्ष तक डॉक्टर उमा मरीजों की सेवा तन-मन से करती रही।सत्तर साल तक तो वह तन-मन से स्वस्थ  थी, परन्तु उसके बाद से ही उम्र ने उसपर  हावी होना शुरू कर दिया। लोगों ने भी कहना शुरू कर दिया कि इस उम्र में अब डॉक्टर उमा किसके लिए काम कर रही है? परन्तु उसने … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – अर्चना खण्डेलवाल

पायल भाभी, राखी आ रही है, आप अपने मायके भाई को राखी बांधने नहीं जा रही हो क्या ? पड़ोस में रह रही रीना ने एकदम से पूछा तो पायल झेंप गई। नहीं, मैं नहीं जा रही हूं!! मेरा कोई भाई नहीं है, होता तो मैं जरूर जाती.. और ये कहकर पायल अंदर चली गई। … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – करुणा मलिक

अरे मम्मी, एक तो इतनी गर्मी ऊपर से इतनी लंबी साड़ी ….. कुछ हल्के कपड़े पहना करो ना …. देखो तो पेट के चारों ओर कैसे रेड रैशेज हो रखे हैं आपको । हाँ…. क्या करुँ? शादी के बाद कभी ओर कुछ पहनने की सख़्त मनाही थी और अब तो पहना ही नहीं जाएगा शायद … Read more

क्या सोच कर मेरा ब्याह कर दिया… – रश्मि प्रकाश

“ सुरीली तेरे ससुराल वालों ने तुम्हें छोड़ ही दिया है क्या… देख रही हूँ साल होने को आया तू अब तक यही मायके में पड़ी है।” पड़ोसन जया चाची ने जैसे ही सुरीली से पूछा वो बिना कुछ कहे बरामदे से घर के भीतर चली गई  “ अब ऐसा क्या ही पूछ लिया बताओ … Read more

बदलाव – उमा महाजन

‘यह क्या छुटकी बहू ! तुम नए जमाने की होते हुए भी मेरी ज्यादा लाड़ली हो, तो इसका अर्थ यह नहीं कि हमारे पुराने सनातन रीति-रिवाजों में भी दखलंदाजी करने लगोगी । क्या तुमने कभी किसी के विवाह के निमंत्रण कार्ड पर नाना-नानी लिखा नाम देखा-सुना है ? अरे, हमारे जमाने में तो नाना-नानी अपने … Read more

ग्रहण – विभा गुप्ता

      ” धरा! तू ये क्या अनर्थ करने जा रही थी..इतनी समझदार होकर भी..।” कहते हुए शेखर ने अपनी बहन के हाथ से रस्सी छीन कर फेंक दी तो धरा उसके गले लगकर फूट-फूट कर रोने लगी,” भईया..मुझे मर जाने देते..इतना अपमान अब मुझसे सहा नहीं जाता..मेरी वजह से आपको, माँ को लोगों की बातें सुननी … Read more

दुनिया में कुछ भी फ्री नहीं – अर्चना सिंह

नोएडा जैसे चकाचौंध शहर में हॉस्टल में एडमिशन लेने के लिए जैसे ही कीर्ति पहुँची उसकी आँखें शहर की जगमगाहट देखकर चुंधिया गईं । अभी तो ट्रेन से आयी ही थी। पूरा सफर उसे तय करना बाकी ही था । अपने आप में वो बुदबुदा रही थी…”हाय ! बिल्कुल जन्नत है ये जगह, पापा ने … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे। – मधु वशिष्ठ

परिस्थिति जन्य सुख और दुख तो सबके जीवन में ही घटित होते हैं लेकिन यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है कि किस परिस्थिति में उसकी क्या प्रतिक्रिया होगी ।इस संदर्भ को मैं प्रमाणित नहीं कर पाती, अगर मैं सौभाग्य से मालती जी से ना मिली होती तो।    मेरे इस नए घर से कुछ ही … Read more

कुछ तो लोग कहेंगे – कुमुद मोहन

“मम्मी!आप शीना की बातों पर उदास मत हुआ करें,उसका तो काम ही है कहना ,उसे तो अपनी जुबान पर कंट्रोल ही नहीं है”!विकास ने मां उषा को समझाया! उषा के पति मनोज के गुजर जाने के बाद उनका बेटा विकास उन्हें अपने साथ लंदन ले आया था। बहू शीना को अपने और विकास के बीच … Read more

लोगों का काम है – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 58 वर्षीय विधुर भाई प्रकाश की बातें सुनकर सभी हैरान और गुस्से में थे। उसका अपनी दूसरी शादी के बारे में सोचना सभी को नागवार गुजरा। बड़े भाई नवीन ने कहा-” यह भी कोई उम्र है विवाह की, चार-पांच साल बाद बेटे का विवाह करके बहू ले आना, दो बेटियों का विवाह कर चुके हो, … Read more

error: Content is protected !!