उल्टी पट्टी पढ़ाना – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

आशा की शादी कानपुर के जाने माने जूट कारोबारी अनिल गुप्ता के छोटे बेटे अमित से हुईं। दोनों भाई पिता के कारोबार में हाथ बटाते थे ओर एक ही घर में रहते थे। आशा की सास ओर उनकी बड़ी बहू घर संभालते थे। आशा के पीहर में उसके माता पिता ओर भाई भाभी थे। आशा … Read more

अपने मन की सुनना – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

     “ ओह माँ जी, ये बहूजी भी ना, मजाल है किसी काम को हाथ लगा ले, नाशते के बर्तन तक नहीं उठाती, और कमरा कितना बिखरा पड़ा है, सारे कपड़े पंलग पर फैला दिए” नौकरानी रामी काम भी कर रही थी और बुड़बुड़ा भी रही थी।        सुषमा सामने ही बाहर चारपाई पर बैठी मेथी साफ … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – खुशी : Moral Stories in Hindi

रमा जी की बहु आज पांचवीं बार डिलीवरी के लिए दाखिल हो रही थी।बहु श्यामा डरी सहमी सी थी कमजोरी से चेहरा पीला पड़ रहा था और उनके पति विद्याधर भी पीछे पीछे हस्पताल में दाखिल हुए। रमा जी डाक्टर से बोली इस बार लड़का ले कर जाऊंगी वरना इसे और उस कुलक्षिणी को यही … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

हरीश बेटा देख कर आओ, चाची अपने कमरे में क्या कर रही है। उसके मायके वाले आए हुए हैं। जरा सुन के आओ। उनकी आपस में क्या बातें चल रही है। मैं जानती हूं, तुम्हारी चाची और उसके मायकेवाले जितने भले दिखते है। उतने वो है नहीं इसीलिए पता तो रखना ही पड़ेगा।  रमा यह … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – गीता अस्थाना : Moral Stories in Hindi

शादी होकर माधवी का गृह प्रवेश संयुक्त परिवार में हुआ था। तब से वो परिवार के साथ बड़े प्रेम भाव और अपनत्व से रह रही थीं। परिवार के नाम पर उनका अपना परिवार -पति विमल,तीन बच्चे और स्वयं माधवी।दूसरा परिवार था उनके देवर शिवम, उनकी पत्नी और एक बेटी। दोनों भाइयों का परिवार आपसी प्रेम, … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

पदमा के पिता की मृत्यु बचपन में हो गई थी माँ कमला ने ही रेलवे में नौकरी करते हुए अपनी दोनों बेटियों को पाला था । पदमा की शादी जयपुर में नौकरी करने वाले एक वकील प्रदीप से हुई । प्रदीप की तीन बहनें हैं तीनों बहनें पदमा से प्यार करती थीं । वे तीनों … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – रंजना गुप्ता : Moral Stories in Hindi

गाँव रामपुर में एक बुज़ुर्ग अध्यापक रहते थे – नाम था हरिनारायण जी। पूरे गाँव में उनका बहुत मान-सम्मान था। वे न सिर्फ़ बच्चों को पढ़ाते थे, बल्कि जीवन की सीख भी दिया करते थे। उनका मानना था कि शिक्षा का अर्थ केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि सही रास्ता दिखाना भी है। गाँव में … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

क्या करूं मम्मी… समझ ही नहीं आता.. कल शाम को अमित के मम्मी पापा और भैया भाभी यहां हैदराबाद घूमने के लिए आ रहे हैं, पूरे एक हफ्ते का कार्यक्रम है उनका, मम्मी मैं तो काम करते-करते ही थक जाऊंगी…. बताइए ना क्या करूं..? पूजा की बात सुनकर मम्मी बोली.. देख बेटा ऐसा है जब … Read more

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