माँ की घर वापसी -परमा दत्त झा : Moral stories in hindi

भोपाल की उस दोपहर धूप कुछ तेज़ थी। पड़ोसन वर्मा आंटी ने जैसे ही देखा कि रानी मिश्रा गली के मोड़ से रिक्शे में बैठकर आ रही हैं, तो वह हैरान रह गईं।“अरे, रानी जी! इतनी जल्दी? कहकर गई थीं कि पूरी गर्मी दिल्ली में ही रहेंगी, अब चार दिन में ही लौट आईं? सब … Read more

आप अपने बेटे के साथ क्यों नहीं रहते – सुधा जैन : Moral stories in hindi

“अरे यह क्या दिन भर सास बहू वाली कहानियां पढ़ती रहती हो, दूसरा कुछ पढ़ा करो “ पतिदेव ने अपनी पत्नी से कहा, तब पत्नी मुस्कुरा कर बोली ” यह इतनी जगत व्यापी, सर्वव्यापी समस्या है कि न वर्तमान में ,न भूत मे न भविष्य में इस समस्या का हल नजर आता है ….करें भी … Read more

” सुसाइड नोट “- डॉ. सुनील शर्मा : Moral stories in hindi

न जाने क्यों, अब जीने की इच्छा ही नहीं रही. बूढ़े शरीर में दिमाग़ भी अब सुस्त हो गया है. आंखों की रोशनी और जीभ का स्वाद तो कब का चला गया.पेट में कुछ पचता नहीं. दांत भी एक एक कर साथ छोड़ गए. नहीं नहीं, कुछ बीमारी नहीं. बस थकान रहती है, चलने सा … Read more

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