राज़ खोलना – सोमा शर्मा : Moral Stories in Hindi

यह कहानी हैं एक छोटे से खुशहाल परिवार की ।सावित्री देवी का परिवार उनका बेटा निर्मल और बहु लता उनके दो बच्चे नीला और नवीन।नीला कॉलेज में ग्रेजुएशन कर रही है और नवीन अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई के आखिरी साल में है। सावित्री देवी ने अपने पति को एक  सड़क दुर्घटना में खो दिया था … Read more

केक – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

बचपन से ही खाने-पीने के अति शौकीन दादा जी अपनी वृद्धावस्था में यद्यपि अब डायबिटीज और बीपी के शिकार हो चुके थे, किंतु आजकल अपनी बहू द्वारा समय-समय पर उनके मीठे, अति तीखे और चटपटे खाद्य पदार्थों पर लगाई जाने वाली रोक-टोक उन्हें सहन नहीं हो रही थी। वे दादी से भी अक्सर ही इस … Read more

आंचल पसारना – ज्योति आहूजा : Moral Stories in Hindi

सरिता जी रसोई से निकलकर ड्राइंगरूम की खिड़की के पास आकर बैठ गईं। हाथ में चाय की प्याली थी, लेकिन नज़र कहीं दूर ठहरी थी। उनके पति, श्याम बाबू, आज अपना बासठवां जन्मदिन मना रहे थे। घर शांत था। मोमबत्तियाँ, मिठाई की थाली, और केक — सब कुछ था… सिवाय बच्चों की आवाज़ के। नीरज … Read more

भीख नहीं दुआ – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

गली और सड़क का वह दोराहा ।संकरी गली से बेहद कठिनाई से जब मैं अपनी कार निकाल कर सड़क के उस दोराहे पर पहुंचता वह स्त्री झट से अपना आंचल पसार कर खड़ी हो जाती।बेहद चिढ़ से मै कार का शीशा उपेक्षा से चढ़ाकर तेजी से आगे बढ़ जाता था। अक्सर वह मुझे वहीं खड़ी … Read more

आंचल पसारना – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 मानसी की शादी के कुछ दिन बाद ही भाई रमन की किसी बात को लेकर उस से अनबन हो गई ! यूं तो मानसी अक्सर अपने भाई रमन को याद करती रहती थी मगर दो दिन बाद ही राखी का त्यौहार था ! उसे रह रहकर अपने भाई रमन की बहुत याद आ रही थी … Read more

अफसोस – मोनिका रघुवंशी : Moral Stories in Hindi

दादी मां आप छोटे को ले आइए तब तक मैं घर के छोटे मोटे काम निपटा लेती हूं… गौरी ने दादी किशोरी देवी को कहा और काम मे लग गई। काम से फ्री होकर सोचा मां से बात कर लूं शायद मां घर लौट आये। मां प्लीज इस बार लौट आइए न हम हम दोनो … Read more

मां की ममता – रेनू अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

शादी को पाँच साल हो गए थे, पर  मीना को कोई बच्चा नहीं हुआ था। हर तरह का इलाज करवा कर हार मान चुकी थी। अब उसने अपनी तकदीर भगवान पर छोड़ दी थी। इन्हीं दिनों उसके देवर की शादी हो गई। संयोग से देवरानी शादी के तुरंत बाद गर्भवती हो गई और जुड़वां बेटों … Read more

आँचल पसारना – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

सुबह की ठंडी हवा में बारिश की सोंधी गंध घुली हुई थी। सड़कें भीगी थीं, चमकती हुई। रामकिशन अपना पुराना ऑटो-रिक्शा चलाते हुए स्टेशन की ओर बढ़ रहा था। उसकी आँखें थकी हुई थीं, पर चेहरे पर एक जिद्दी संकल्प था। आज अस्पताल में पत्नी माया का आखिरी इलाज था। बिल चुकाना था। जेब में … Read more

कर्मठता – पूनम अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

नवीन अब नौ साल का हो गया ।  कुछ कुछ समझने भी लगा कि क्यों मां हर समय दुखी रहती है । क्यों मेरे पापा  मेरे और मां के साथ नहीं रहते । लेकिन अभी वह इतना बड़ा भी नहीं कि कुछ मां को समझा पाये । कभी कुछ कहने की कोशिश भी की तो … Read more

ऑंसू पीकर रह जाना – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

कुछ दिनों पहले डॉक्टर निभा के पिता का स्वर्गवास हो गया।क्रिया-क्रम समाप्त हो चुका है। उसने अपने  छोटे भाई   और दोनों बहनों को नम ऑंखों से विदा किया। उनलोगों के जाने के बाद अतीत की डगर पर चलते-चलते ऑंखों के सामने ज़िन्दगी की हर घटना किसी फिल्म की तरह प्रतिबिंबित होने लगी थी। घर … Read more

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