आंखों में धूल झोंकना – गीतू महाजन :  Moral Stories in Hindi

मां के लिए नया मिक्सर ग्राइंडर..पिता के लिए नई कमीज़ और छोटे भाई बहनों के लिए तोहफे देखकर देवांग के पिताजी का माथा ठनका और उन्होंने उससे पूछ लिया,”क्या तुम्हारी तनख्वाह इस बार जल्दी मिल गई है जो यह सामान ले आए हो..अभी पहली तारीख आने में तो 10 दिन बाकी हैं”।  “नहीं पिताजी, मेरे … Read more

आंखों में धूल झोंकना – खुशी : Moral Stories in Hindi

ये कहानी नहीं एक सच्ची घटना है जो मैं आप लोगों के साथ साझा कर रही हूं।कहानी के माध्यम से अनिल जी का अपना व्यापार था वो तेल ,गुलाब जल और पेट्रोलियम जेली बनाते थे।उनका कारोबार बहुत अच्छा चल रहा था।दिल्ली के ख।री बावली वो जाते थे अपना सामान खरीदने वही पास की मार्केट में … Read more

आंख में धूल झोंकना – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

अरे अंजना बड़े बेटे की शादी न करके छोटे की कर रही है । पहले बड़े बेटे की शादी करनी चाहिए फिर छोटे की। तभी पास खड़ी रेखा जी ने चुटकी ली,अरे क्या बड़े बेटे की शादी होगी वो कुछ करता धरता है नहीं ,और पता नहीं क्या पढ़ाई की है बस इधर उधर फालतू … Read more

आंखों में धूल झोंकना – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पापा.. मुझे शहर में नौकरी मिल गई है पूरे ₹30000 देंगे, अब देखना मैं अपने घर की गरीबी को कितनी जल्दी दूर करती हूं और 1 साल के बाद में जब मेरी जॉब स्थाई हो जाएगी मैं आपको भी वही बुला लूंगी! बेटी पल्लवी की बात सुनकर पिता किशोर बहुत प्रसन्न हुए उन्हें लगा चलो … Read more

” अनजानी राह की ओर ” – डा. सुनील शर्मा : Moral Stories in Hindi

रास्तों पर विश्वास नहीं करना चाहिए. कई बार रास्ते हमें ऐसी जगह ले जाते हैं, जो हमारी मंज़िल नहीं.कभी कभी ऐसे दोराहे पर छोड़ देते हैं जहां राह चुनना बहुत मुश्किल हो जाता है.  यदि मंज़िल पर पहुंचना है तो रास्ता खुद चुनो.  अंकिता ने कुछ ऐसा ही किया. कस्बे की ज़िंदगी छोड़ कर उसने … Read more

गलत सलाह से माँ द्वारा बचाव – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

फोन की आवाज़ से महक की नींद खुली। वह उठकर फोन उठाने ही वाली थी कि तभी उसकी बेटी ने फोन उठा लिया। फोन उसकी बारह वर्षीय बेटी स्वीटी की दोस्त सोनम का था। यह जानकर महक ने फिर से आँखें मूँद ली तभी उसे सुनाई दिया की उसकी बेटी कह रही है कि सोनम … Read more

अपनी मर्ज़ी से – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  सात साल पहले गंगाराम काम की तलाश में अपने गाँव से मुंबई आया था।महीनों इधर-उधर भटका..भूखा-प्यासा फुटपाथ भी सोया, तब जाकर उसे फ़र्नीचर बनाने के एक कारखाने में काम मिला।धीरे-धीरे उसने अपने रहने के लिये जगह भी ले ली और अपने परिवार को भी ले आया।      सब कुछ अच्छा चल रहा था कि एक दिन … Read more

उल्टी पट्टी पढ़ाना – रीतू गुप्ता Moral Stories in Hindi

हीरा और पवन आपस में बात कर रहे हैं…. पवन … देख हीरा, तेरी सगाई हो गयी है.. जल्दी ही तेरी शादी हो जाएगी . आते ही भाभी को सर पे मत चढ़ा लेना .. वरना तेरी ज़िंदगी खराब हो जाएगी।  देख भाई, औरत जात पाँव की जुत्ती होती है..  उसे समय समय पर सबक … Read more

काकी – नीरज श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

“अरे अब हमारा पिंड क्यों नहीं छोड़ती। ना जाने ये बुढ़िया कब मरेगी? यमराज भी न जाने कहाँ जाकर बैठ गये हैं? रोज़ किसी ना किसी को तो लेकर जाते हैं। अगर इस बुढ़िया को ही लेकर चले जाते तो उनका क्या बिगड़ जाता? इसके रोज-रोज के नखरे से तो मैं तंग आ चुका हूँ। … Read more

अहं का रिसाव – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

        घर में तनाव का माहौल था। आठ बजे तक कोई उठा नहीं था। ऑंखें बन्द करने से दिन रात में तब्दील नहीं हो जाता।घर मे कुल पॉंच सदस्य थे। महेन्द्र,सुधा उनका बेटा रौनक, बहू शुभि और दो साल का पोता आरव।आज सिर्फ तीन सदस्य रह गए, शुभि कल रूठकर अपने मायके चली गई थी। उसका … Read more

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