अपने घर से मायका बन जाने का सफर – संगीता अग्रवाल 

दुल्हन के जोड़े मे सजी रितिका विदाई से पहले अपने पूरे घर को बड़ी हसरत से निहार रही थी। वो घर जो कुछ देर बाद ही उसे छोड़ कर जाना है। अचानक उसकी निगाह हलवाइयों का हिसाब निमटाते पिता पर गई एक दिन मे ही कितनी मायूसी छा गई उनके चेहरे पर अपनी लाडो को … Read more

सबसे बड़ा ज्ञानी  : Moral Stories in Hindi

 “अरे विशेष तुम तो भई अब हमें पूछते भी नहीं…… अपने चाचा से इतनी नाराज़गी किस बात की?”पड़ोस में रहने वाले मुकुल चाचा ने विशेष से कहा जो ऑफिस से आकर अपने घर की तरफ़ जा रहा था  “नमस्ते चाचा जी,ऐसा कुछ भी नहीं है जो आप सोच रहे हैं…बस आजकल काम की अधिकता की … Read more

गंवार  – मनीषा गुप्ता: Moral Stories in Hindi

शालिनी गांव की कम पढ़ी-लिखी परंतु सुंदर सुशील लड़की थी, रामदास जी को शालिनी में पता नहींऐसा क्या पसंद आया कि उन्होंने अपने बेटे शेखर के लिए शालिनी को पसंद कर लिया। परिवार के अन्य सदस्य सास, देवर और ननद को वह अधिक पसंद नहीं थी। पति शेखर को उसका सीधापन और सादगी पसंद आ … Read more

सबसे बड़ा ज्ञानी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

 “अरे विशेष तुम तो भई अब हमें पूछते भी नहीं…… अपने चाचा से इतनी नाराज़गी किस बात की?”पड़ोस में रहने वाले मुकुल चाचा ने विशेष से कहा जो ऑफिस से आकर अपने घर की तरफ़ जा रहा था  “नमस्ते चाचा जी,ऐसा कुछ भी नहीं है जो आप सोच रहे हैं…बस आजकल काम की अधिकता की … Read more

धैर्य और लगन – मोनिका रघुवंशी : Moral Stories in Hindi

विवेक तुम कंही जा रहे हो…., तुम्हारी माँ बता रही थी कि कोई इंटरव्यू है ,खाने की टेबल पर दिवाकर जी ने अपने बेटे से पूछा। हां पापा एक बड़े होटल में रिसेप्शनिस्ट की जॉब है सैलरी भी अच्छी है तो….. लेकिन तुम्हे प्राइवेट जॉब करने की क्या सूझी….. पापा मैंने पिछले पांच सालों में … Read more

” समाज सेविका ” : Moral Stories in Hindi

समाज सेविका नलिनी को एक अनाथाश्रम का फीता काटने को बुलाया । फीता कटाने के बाद उनसे दो शब्द बोलने को कहा गया। ” भाइयो और बहनो तथा सभी प्यारे बच्चो मेरा जीवन तो गरीबो को समर्पित है । जब देखती हूँ किसी गरीब बच्चे को भूख से व्याकुल होते , या किसी छोटू को … Read more

“खुशियों की झालर” – कविता भड़ाना   : Moral Stories in Hindi

“मानवी बेटा जल्दी से तैयार हों जाओ तुम्हारे सब दोस्त आते ही होंगे”… शिप्रा ने अपनी बारह साल की बेटी से कहा और बाहर लॉन में पार्टी की तैयारियां देखने चली गई।  शिप्रा अभी बाहर आई ही थी की मानवी मम्मा मम्मा पुकारती हुई शिप्रा के पास आई और गुस्से से बोली, क्या मम्मा ये … Read more

किस्मत या धोखा – संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विवाहवेदी पर आलोक के साथ फेरे लेती सुगंधा कितनी खुश थी । अपने भावी जीवन  के अनेको सपने देखे थे उसने और अब उन सपनो के पूरे होने का वक्त आया था । सुगंधा की सहेलियाँ उसकी किस्मत पर रश्क कर रही थी कितना अमीर परिवार मिला है उसे साथ … Read more

सबसे बड़ी भूल – माता प्रसाद दुबे  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: रात के बारह बज रहे थे,जीवन के पैंसठ बसंत देख चुकी रमादेवी की आंखों से नींद गायब थी,वह अतीत के पन्नों में खोई हुई पुराने दिनो को याद कर रही थी,तीस वर्ष की अल्पायु में जब पति का साथ छूट गया था,छोटे-छोटे तीन बच्चों को पालने पोसने उन्हे शिक्षित करके समाज … Read more

आशीर्वाद विला – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

   पापा आप इस दुनिया में नहीं हैं… पर जहां भी हैं मेरे आसूं और मेरे दिल का दर्द शायद अब आप तक पहुंच पाए.. आज पूरे पंद्रह साल बाद अपने शहर अपनी सहेली मधु के बहुत मनुहार करने पर आई हूं… मधु कामिनी सुधा रीता सरला सब मधु के यहां इकट्ठे हुए हैं… अपनी स्टूडेंट … Read more

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