रिटायरमेँट के अकेलापन में आस का दीपक – डॉ बीना कुण्डलिया 

आज कालेज का पहला दिन था। मालती ने जैसे ही महाविद्यालय में प्रवेश किया, वो डरी डरी सहमी सहमी न जाने क्यों ? उसको ऐसा लग रहा सभी लड़के, लड़कियां जैसे उसको ही देख रहे हैं। वैसे भी स्वभाव गत मालती शर्मीली झेंपू क़िस्म की लड़की थी । बी एस सी फर्स्ट ईयर की क्लासेज … Read more

रिटायरमेंट – रंजीता पाण्डेय

शर्मा जी सरकारी स्कूल में अध्यापक थे।उनके परिवार में उनका बेटा रोहनऔऱ उनकी पत्नी रमा जी थी। रमा जी बहुत ही ज्यादा पढ़ी लिखी ,समझदार महिला थी। रमा जी जब शादी करके आयी ,तभी शर्मा जी से बोली की मैं भी कोई नौकरी करना चाहती हूँ। लेकिन शर्मा जी हर बार टाल जाते, की रमा … Read more

रिटायरमेंट – क़े कामेश्वरी

श्रेया सुजाता को फोन कर रही थी और वे उठा नहीं रही थी । श्रेया को चिंता होने लगी कि माँ एक रिंग में ही फोन उठा लेती हैं आज क्या हुआ है जो फोन नहीं उठा रही है । उसी समय सुजाता ने फोन उठाया और हेलो कहा । माँ आपको फोन उठाने में … Read more

स्त्री कभी रिटायर नहीं होती – कमलेश राणा 

अरे भाई सुरैया कहां हो तुम सुबह से चाय का रास्ता देख रहा हूं लेकिन अभी तक तुम्हारा कुछ अता- पता ही नहीं है।पहले तो तुम जॉब करती थी तो व्यस्त रहती थी.. मन को तसल्ली थी लेकिन अब तो रिटायर हो गई हो तो लगता है और भी ज्यादा बिजी हो गई हो। अरे … Read more

रिटायरमेंट – सोनिया अग्रवाल

मोबाइल पर जैसे ही बैंक खाते में पैसे प्राप्त होने का मैसेज मिला तो बुजुर्ग रामलाल जी के चेहरे पर मुस्कान की एक लकीर चमक गई। देखते ही देखते आँखें नम हो गई तो जल्दी से बेटी सपना को फोन कर घर आने के लिए बोल दिया। मासिक पगार  तय तिथि पर आ जाने की … Read more

रिटायरमेंट – खुशी

आरुषि तीन भाई बहनों मैं सबसे छोटी थी। बड़ी दीदी रेखा जो ips की तैयारी कर रही थी।उससे छोटा विवेक जो बैंक की नौकरी की तैयारी कर रहा था।पिताजी रामनाथ बिजली विभाग में बाबू थे और घर की एक मात्र करता धरता सुहासिनी जिसका दिन 4 बजे शुरू होता और रात ग्यारह बजे वो सोती।हर … Read more

सेवानिवृत – मधु वशिष्ठ

        मोहन जी बिस्तर पर लेटे हुए थे, सुमित्रा जी सोफे से वाकर के सहारे चलती हुई मोहन जी के बिस्तर तक जाकर फ्लास्क में से पानी को गिलास में डालकर उन्हें दवा देने लगी और बोली आज शांताबाई  कह कर गई है कि अब वह 5 दिन बाद राखी का त्यौहार मना कर ही आएगी। … Read more

दूसरी पारी – गीता वाधवानी

 अविनाश ने अपने पापा जगन्नाथ जी से कहा-” पापा, परसों तो आप रिटायर हो रहे हैं, फिर तो आप फ्री रहेंगे हर समय, आपके तो मजे हैं। घर पर सारा दिन आराम करेंगे, गरमा गरम खाना खाएंगे और चैन की बंसी बजाएंगे। ”   पापा-” क्यों भई अविनाश, रिटायर होने का मतलब यह तो नहीं होता … Read more

रिटायरमेंट – हेमलता गुप्ता

जानकी… ऑफिस वाले कह रहे हैं बाबूजी अगले महीने रिटायर हो जाओगे तो घर में बैठकर भी क्या करोगे आप चाहो तो दोबारा यहां पर ही काम कर सकते हो अभी तो आप शारीरिक और मानसिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ हो, तो मैं सोच रहा था सही कह रहे हैं वह अभी तो मैं ऐसा … Read more

रिटायरमेंट – विनीता सिंह

आज सुबह का मौसम बडा सुहावना धीरे धीरे आसमान में से सूरज निकल रहा था। चारों ओर किरणों अपनी रोशनी फैला रही थी पक्षी की चहचहाहट की आवाज कानों में आ रही थी। एक बड़ा सा स्कूल तभी वहां एक पुरानी सी साइकिल लिए एक धोती कुर्ता और पैरों में चमडे की चप्पल पहन रखी … Read more

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