काली रात – मधु वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi
मेरी उपस्थिति शायद किसी को महसूस ही नहीं हो रही थी। तीनों बहनें चाचा जी के बेटे से गले मिलकर रो रही थी, भैया यह कैसी काली रात आई हमने तो अपने पिता को ही खो दिया और वह चाचा जिनको कि पिताजी और माता जी सौ सौ गालियां देते थे कि इन्होंने दादा जी … Read more