भविष्य दर्शन (भाग-8) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

थोड़ी देर में वीडियो साहब अपनी टीम के साथ आ गए। विधायक जी ने उनको पदमिनी के परिवार को सरकार की सभी योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया और कहा गांव के बाकी लोगो को भी सभी संबंधित योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास करे।इसके बाद वे आने पिए को वही छोड़कर आनंद से बोले _ तुम थोड़ा समय देकर सबका फार्म भरवा दो । मेरा पिए भी यही रहेगा।फिर वे अपने काफिले के साथ वहा से चले गए।

उनके जाने के बाद आनंद ने पदमिनी से पूछा तुमने विधायक जी को उनके हारने की बात क्यों कही ।उनको दुख लगा होगा।फिर उनके चुनाव हारने के बाद भी उनको मंत्री कैसे बनाया जा सकता है।

पदमिनी ने कहा _ तुमको तो पता है आनंद मैं कुछ भी अपने मन से नही कहती हूं।जो दिखता है वही कहती हूं।

अब आगे क्यों और कैसे होगा वो मैं नही जानती।

चलो कोई बात नही ।तुम अपने पिता जी और मां का आधार कार्ड और भोटर कार्ड सब मांग कर दो मैं मुखिया जी को बुलाकर उनको सौप देता हूं ।वे वीडीओ साहब के साथ मिलकर सारा फार्म भरवा देंगे।

तुम जल्दी से तैयार होकर चलो कॉलेज के लिए देर हो रही है।इसके बाद आनंद ने मुखिया जी को बुलाकर सब उनको समझा दिया और पदमिनी को लेकर कॉलेज की ओर चल दिया।

विधायक जी कुछ ही दूर गए होंगे की उनका मोबाइल बजने लगा।उन्होंने देखा मुख्य मंत्री जी का फोन था।उन्होंने तुरंत फोन उठाया।

दुआ सलाम के बाद मुख्य मंत्री जी ने उनका हाल चाल पूछा।विधायक जी ने कहा _ सर अभी एक गांव के सारे लोगो को सरकार की सभी लाभकारी योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु वीडीओ साहब को लगाकर आ रहा हूं ।अब मैं पार्टी की जिला स्तरीय बैठक में भाग लेने जिला पार्टी कार्यालय जा रहा हूं।

तुम बहुत अच्छा काम कर रहे मुझे तुम्हारी खबर मिलते रहती हैं।लेकिन तुम्हारे पीछे विपक्ष के लोग हाथ धोकर पड़े हुए हैं।मुझे खबर मिली है कि तुम्हारे ऊपर नक्सली हमला हुआ था जिसमे तुम बाल बाल बच गए।इसमें भी विपक्ष का ही हाथ है।

वे लोग तुमको हराने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनायेंगे।माफियाओं और असामाजिक तत्वों से मिलकर कई जगह चुनाव बहिस्कार करवाएंगे।और तुम्हारे खिलाफ मतदान करवाएंगे।

लेकिन तुम जीतो या हारो तुम्हारा रिकार्ड बहुत ही अच्छा है मेरी नजर में।

इसलीये अगर मेरी पार्टी फिर से सत्ता में आई तो इस बार तुम जरूर मंत्री बनोगे। तुम्हे मंत्री बनाने के बाद फिर कही से चुनाव लड़वाना पड़ेगा नियमानुसार।

फिर भी तुम होशियार हरना और अपना काम इसी तरह ईमानदारी से करते रहना।जब राजधानी आओ तो मुझसे एक बार जरूर मिल लेना ।

उधर से मुख्य मंत्री जी ने कहा।

जी जरूर सर मैं जल्दी ही आपसे आकार मिलूंगा।प्रणाम सर ।

फोन काटने के बाद विधायक जी को पदमिनी की भविष्यवाणी याद आई ।उसने बिलकुल सही कहा था।गजब

की लड़की है वो।

करीब एक सप्ताह के अंदर कॉलेज में प्रिंसिपल साहब ने योग गुरु को बुलवाकर पदमिनी से मिलवाया और उन्हें उसके बारे में भविष्यवाणी करने की अश्चर्जनक रूप से शक्ति प्राप्त करने के बारे में बताया।

योग गुरु ने पदमिनी को बड़े ध्यान से देखा ।उससे कई सवाल किए।फिर उन्होंने कहा_ पदमिनी की कुंडलिनी जागृत हो रही है।उसे छठी इंद्री या तीसरी आंख खुलना भी कह सकते हैं।अगर इसे एक महीने का योग साधना मेरे आश्रम में अन्य विशिष्ठ साधकों की देखरेख में कराया जाय तो इसमें और भी अद्भुत शक्तियां जागृत हो सकती हैं।यह लड़की सबसे अलग हटकर है।मैंने कई स्कूलों और कॉलेजों में योगाभ्यास करवाया लेकिन इसके जैसा इतनी जल्दी योग साधना में सिद्ध होने वाली पहली योग साधक है ।

मैं कल आपके कॉलेज के सभागार में कुंडलिनी जागरण और इसके लाभ के बारे में सबको बताना चाहता हूं। कृपया आप इसकी व्यवस्था करवा दे ।साथ ही एक सप्ताह के अंदर पदमिनी को मेरे आश्रम में भेजने की भी सहमति दे।अगर इस लड़की ने योग साधना के साध लिया तो यह कई अद्भुत शक्तियां प्राप्त कर सकती है जिससे आम जनता,समाज और राष्ट्र को काफी लाभ मिल सकता है।

प्रिंसिपल साहब ने कहा जी गुरु जी कल आप अपना व्याख्यान दे सकते हैं।मैं इसका इंतजाम करवा दूंगा।

पदमिनी को आपके आश्रम में एक महीने के लिए भेजने हेतु इसके माता पिता से सहमति लेकर आपको सूचित करता हूं।

अगले दिन कॉलेज का सभागार छात्र छात्राओं और प्रोफेसर से खचाखच भरा हुआ था।स्टेज पर योग गुरु ,प्रिंसिपल और पदमिनी बैठे हुए थे।योग गुरु ने कहा_ मैं बहुत खुश हूं की मेरी योग साधना अभ्यास से आपके कॉलेज की छात्रा पदमिनी ने आश्चर्य रूप से अदभुत शक्ति प्राप्त कर ली है। यह मेरे लिए और कॉलेज के लिए भी बड़े ही गर्व की बात है ।

बच्चो मानव के अंदर पांच ज्ञानेंद्रियां और दस कर्मेंद्रीयां होती है।जैसे त्वचा,जीभ,आंख,कान और नाक।

त्वचा से छूकर,जीभ से चखकर,आंख से देखकर,कान से सुनकर और नाक से सूंघकर हम अनुभव करते है।उसी प्रकार हाथ,पैर ,आदि से कर्म करते है।यह सामान्य रूप से सभी इंसानों में पाया जाता है।लेकिन जब हम योग साधना से अपनी कुंडली को जागृत कर लेते हैं,या छटी इंद्री या तीसरी आंख को जागृत कर लेते है तब बिना ज्ञानेंद्रियों और कर्मेंद्रियो की सहायता के हम सारे कार्य कर सकते है ।जैसे दूर बैठे किसी आवाज को सुनना,किसी दृश्य को देखना, भविष्य में होने वाली घटना को पहले देख लेना यानी पूर्वाभ्यास होना,किसी के मन की बात को जान लेना, नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा का ज्ञान होना आदि कई अदभूत शक्तियों को प्राप्त किया जा सकता है।यह असंभव नहीं संभव है।

इतना ही नहीं व्यक्ति बिलकुल शुद्ध विचार,सत्यवादी,शांतचित और प्रसन्नचित हो जाता है। उसे अपने मृत्यु का भी आभास हो जाता है।उसकी स्मरण और सहन शक्ति सामान्य व्यक्तियों से काफी ज्यादा हो जाती है  ।इस साधना को साधने में वर्षो लग जाते है। कोई तो मरते दम तक नही साध पाता है ।कोई कुछ महीनों में साध लेता है

उसके लिए जरूरी है दृढ़ इक्षा  शक्ति, विश्वाश,कठिन साधना और कड़े नियमो जा पालन।

लेकिन पदमिनी इन सबसे अलग है। ईश्वरीय शक्ति है।या पिछले जन्मों का अभ्यास का फल है जी इतनी जल्दी इसकी कुंडलिनी जागृत हो रही है ।

अभी यह जाग रही है तभी तो कही की किसी की पूर्व घटना देख पाती है  । पूर्णतः जागृत होने पर मनवांछित भविष्यवाणी कर सकती है।

आप सभी छात्र है ।आप को योग साधना से पठन पाठन में अदभुत लाभ मिल सकता है ।

मनुष्य में कुल सात चक्र होते है ।जैसे मूलाधार  और सहश्रत्रार आदि ।

सभी चक्र यौनांगो  और मलद्वार के बीच से प्रारंभ होकर रीढ़ की हड्डी,भाभी ,हृदय,गला ,मस्तक और सिर के ऊपरी भाग में आवष्ठित होता है।साधक को एक एक कर हर चक्र को जागृत करते हुए उपर की ओर बढ़ना पढ़ता है।

यह साधना योग किया यानी भौतिक विज्ञान,शरीर विज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान भी है । इससे हम असाध्य रोगों को भी ठीक कर सकते है।

आज मैं बस इतना ही आप सबको योग साधना के बारे में बताना चाहता हूं ।इसलिए आप सबसे अनुरोध है मैने जितना योग क्रिया आप सबको सिखाया है उसका नित्य अभ्यास जरूर करें।इससे आपके शिक्षण और भावी जीवन में काफी लाभ मिलेगा।

बाकी पदमिनी को अगर इनके माता पिता की सहमति मिली तो इसे मैं अपने आश्रम ले जाकर बाकी साधना को साधने में मदद करूंगा।

इसके बाद योग गुरु ने अपना व्यक्तित समाप्त किया ।

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भविष्य दर्शन (भाग-9) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक _  श्याम कुंवर भारती

बोकारो, झारखंड

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