भविष्य दर्शन (भाग-17) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

आनंद ने लोकल थाना के दरोगा को फोन किया और पदमिनी की भविष्यवाणी के बारे में बताया ।उसने कहा_ दरोगा जी पद्मिनी ने सही समय तो नही बताया है लेकिन यह घटना जरूर घटित होगी ।इसलिए मेरा अनुरोध है आप अपनी पुलिस दल को अतिशीघ्र रेलवे स्टेशन भेज दे ताकि वे बारह लड़किया किसी ट्रेन से महिला तस्करों के साथ क्षेत्र से बाहर जाने पाए वरना उनका सही सलामत अपने घर वापस आना मुश्किल हो जाएगा।

दारोगा उसकी खबर सुनकर चौंक गया। यह कैसे संभव है।हम कैसे तुम्हारी दोस्त की भविष्यवाणी पर विश्वास कर ले ।अगर खबर झूठी निकली तो बिना मतलब की परेशानी होगी ।पुलिस थाना में और भी जरूरी काम है ।

मान लीजिए अगर भविष्यवाणी सच्ची हुई तो आपकी जानकारी के बाद भी उन निर्दोष लड़कियों का जीवन बरबाद हो जायेगा।आनंद ने दारोगा के समझाने की बहुत कोशिश किया लेकिन वो नहीं माना और फोन काट दिया।

आनंद को उसकी इस हरकत पर बहुत गुस्सा आया।उसने अपने साथियों को उसकी इस लापरवाही पूर्ण हरकत के बारे में बताया।

नरेंद्र ने कहा_ बाकी बड़े पुलिस ऑफिसर को फोन करने से बेहतर है पहले हमे यह पता करना चाहिए की हमारे स्टेशन से आज कौन कौन ट्रेन कितने बजे जाने वाली है।

पदमिनी ने कहा _ यह तो हमलोग नेट  से भी पता कर सकते है।

आनंद ने अपने मोबाइल में रेलवे के वेबसाइट पर जाकर अपने स्टेशन से आज की तारीख में गुजरने वाली ट्रेनों के बारे में सर्च किया।

थोड़ी ही देर में उसे जवाब मिल गया ।आज तीन एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरने वाली  थी और एक पैसेंजर ट्रेन थी ।

पेसेजेंजर ट्रेन अब से थोड़ी ही देर में जाने वाली है बाकी ट्रेनें तीन घंटे बाद यानी चार बजे शाम से लेकर रात में आठ बजे तक जाने वाली है।

नरेंद्र ने कहा _ वे लोग पैसेंजर ट्रेन से तो नही जाएंगी।वे सब एक्सप्रेस ट्रेनो से शाम चार बजे से रात्रि आठ बजे वाली ट्रेनों से ही जाएंगी क्यों की ये सब दिल्ली ,मुंबई और कोलकाता आदि बड़े शहरों में जाती हैं।

सबने उसकी बात का समर्थन किया।

आनंद ने कहा _ कॉलेज में दो घंटे क्लास चलेगा ।एक घंटे में हमलोग अपने घर जाकर तैयार हो जायेंगे।

फिर हमलोगो में छ लोग बाजार के गांधी चौक पर मिलेंगे। जिसमे तीन लड़कियां और तीन लड़के रहेंगे।लडको में मैं ,नरेंद्र और बिनोद रहेंगे ।लड़कियों में पदमिनी, प्रिया और चंचल रहेंगी ।पहली ट्रेन के  आने से एक घंटे पहले हमलोग स्टेशन पहुंच जायेंगे।अगर वहा पदमिनी की भविष्यवाणी सत्य साबित हुई तो हम लोग उसके आगे की योजना अभी बना लेते हैं ।फिर उसने लड़कियों को तस्करी से बचाने की योजना बनाई। तब तक क्लास शुरू होने की सूचना मिली । सबलोग  अपने क्लास में चले गए। शाम को आनंद पदमिनी के घर अपनी बाइक से गया।वो तैयार होकर उसका इंतजार कर रही थी।उसने अपनी मां को आज की योजना के बारे में बता दिया था।उसकी मां ने कहा था_ काम तो अच्छा कर रही बेटी  लेकिन अपना ख्याल रखना।

पदमिनी ने अपने हाथो से चाय बनाकर आनंद को पिलाई ।

आनंद ने उसकी मां से पूछा_ काकी विधायक जी ने जो योजनाओं का फार्म आपका भरवाया था उसमे कुछ हुआ या नही ।

उसकी मां ने कहा _ बेटा  वृद्धा पेंशन , उज्जवला गैस सिलेंडर,बिजली पानी और लाल कार्ड का तो काम बहुत जल्दी होने वाला है।आयुष्मान कार्ड भी मिल जायेगा जिसमे पांच लाख रुपए तक इलाज हेतु सहायता राशि मिलती हैं वो भी हो जायेगा।

लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना में मुखिया जी बीस हजार रुपए मांग रहे हैं।अब अगर उनको इतना रुपया दे देंगे  तो बोलो बेटा हमारा घर कैसे बनेगा।

आप चिंता मत करी काकी मैं विधायक जी और मुखिया जी से बात कर लूंगा।आपका भी घर बनेगा।

सरकार ने गरीबों के लिए ही तो यह सब योजनाएं चला रही है।आप सबको इसका भरपूर लाभ उठाए।

अगर इसमें कोई भी बाधा पहुंचाने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।आनंद ने गुस्से में कहा।

अपना माथा ठंडा करो और चाय जल्दी पिओ।हमारे बाकी साथी हमारा इंतजार करते होंगे चलो जल्दी।पदमिनी ने मुस्कुराते हुए कहा।

थोड़ी देर में दोनो बाइक से गांधी चौक पर पहुंच गए।

वहा नरेंद्र और उसके बाकी साथी उनका इंतजार कर रहे थे।सबलॉग एक साथ रेलवे स्टेशन की ओर निकल गए।

स्टेशन पहुंचकर लड़किया बाथरूम में चली गई और गरीब लड़कियों की तरफ कपड़े पहनकर स्टेशन पर उन लड़कियों की तलाश में इधर उधर घूमने लगी । दिखावा ऐसा जैसे कोई मजदूर लड़किया रोजगार की तलाश में

बाहर जाने के लिए आई हो।

बाकी तीनों लड़के उनके अगल बगल में घुमते रहे और वे भी उन लड़कियों के आने का इंतजार करते रहे ।

तभी चार बजे आने वाली सुपर फास्ट ट्रेन के आने की सूचना हुई।

आनंद और उनके साथियों को काफी निराशा हुई की ट्रेन आनेवाली है मगर वे लड़कियां कही नजर नही आई।

इसके बाद डेढ़ घंटे बाद एक ट्रेन आने वाली थी ।

लड़के और लड़कियां अलग अलग ग्रुप में स्टेशन पर चाय पानी करते हुए चलकदमी करते रहे मगर सतर्क भी थी।

ठीक आधे घंटे बाद कुछ लड़कियों का झुंड स्टेशन पर आया.। उनके साथ पांच लोग भी थे।

वे सभी स्टेशन पर आकर अपना अपना झोला रखकर जमीन पर बैठ गए और झोले में से खाना निकालकर खाने लगे।

पदमिनी और उसकी सहेलियां धीरे धीरे चलते हुए उनके पास बैठ गई और आपस में बात करने लगी।भगवान करे मुझे जल्दी से कोई नौकरी मिल जाती तो मेरे घर का गुजारा हो पाता।

चंचल ने कहा वही मैं भी सोच रही हूं सखी ।तीसरी ने कहा_मेरे घर में तो खाने के लाले पड़े हैं मैं तो कोई भी काम कर लूंगी ।चाहे झूठे बर्तन ही क्यों मांजने पड़े।

बाकी लड़किया उन तीनो की बाते सुन रही थी ।एक लड़की ने पूछा _ क्या तुम तीनो भी नौकरी के लिए बाहर जा रही हो ।मेरे साथ जो भैया लोग है वे लोग लड़कियों को शहर में नौकरी लगवाने का काम करते है।अगर तुम बोलो तो मैं उनसे बात करवाती हूं।

क्या सही में जल्दी बात करवाओ ।मैं तुम्हारा बहुत आभारी रहूंगी अगर मुझे नौकरी लगवा दोगी बहन तो।

पदमिनी ने हाथ जोड़कर कहा।

उस लड़की ने एक आदमी को बुलाया और उन तीनो लड़कियों के बारे में बताया और कहा _ भईया इन तीनो को भी नौकरी चाहिए आप इनके बारे में भी किसी कंपनी में बात कर दो न।

उस आदमी ने पद्मिनी सुर उसकी दोनो सुंदर और जवान सहेलियों को देखा ।उसकी आंखे चमक उठी ।

उसने खुश होते हुए कहा_ अरे क्यों नही मेरा तो काम ही यही है।मैं तुम तीनो को भी अच्छी नौकरी लगवा दूंगा।तुम तीनों भी मेरे साथ दिल्ली चलो ।

चंचल ने हाथ जोड़कर कहा _ भईया हम बहुत मजबूर और गरीब है ।आपकी बड़ी कृपा होगी अगर हमे कोई काम दिला दोगे।

आनंद फोन पर लगातार किसी से बात कर रहा था।तभी विधायक जी कई ऑफिसर के साथ स्टेशन पहुंच गए।

आनंद लपकर उनके पास पहुंचा ।उसने इशारे से उन्हे लड़कियों के बारे में बताया दिया।

विधायक सीधे स्टेशन मास्टर के पास पहुंच गए और तुरंत जीआरपी थाना के इंचार्ज को पूरे दल बल के साथ बुलाने के लिए बोला.।स्टेशन मास्टर ने   थाना इंचार्ज को तुरंत बुलाया।

विधायक के साथ वीडीओ,सीओ, कल्याण पदाधिकारी, डीएसपी साहब (सिविल ड्रेस में ) उनके पुलिस के जवान भी सिविल ड्रेस में थे ।ताकि किसी को कानों कान खबर न हो ।

साथ में बाल कल्याण पदाधिकारी  आदि पूरी टीम के साथ पहुंच गए थे।

थोड़ी ही देर में कुछ एनजीओ और मीडिया के लोग भी पहुंच गए।

अचानक सबने इन लड़कियों और तस्करो को चारो तरफ से घेर लिया।

वे लोग पद्मिनी और उसकी सहेलियां से बात करने में इतना व्यस्त थे की उन्हे कुछ भी पता नही चला ।

जीआरपी और पुलिस ने उन पांचों को गिरफ्तार कर लिया।

बाकी बारह लड़कियों को कल्याण पदाधिकारी का बयान लेकर कल्याण पदाधिकारी को सौंप कर विधायक ने वीडीओ से  कहा_सबसे पहले इन लड़कियों को इनके घर सुरक्षित पहुंचा दिया जाय और इनके पूरे परिवार को सभी सरकार की लाभकारी योजनाओं से जोड़कर   मुझे सूचित करे।।

उन पांचों महिला तस्करों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया उन्हे गिरफ्तार कर उन्हें पुलिस को सौप दिया गया।

विधायक ने पदमिनी की भविष्यवाणी की बहुत तारीफ किया। उनके सूझ बूझ और बहादुरी के लिए सबको बधाई दिया।डीएसपी ने थाना प्रभारी को बुलाकर कड़ी फटकार लगाई और कहा _ तुम्हे अगर खबर मिली थी तो कम से कम जांच तो जांच तो कर लिए रहते।

लडको ने अगर सूझ से काम नहीं लिया रहता तो आज बारह लड़कियों जा जीवन बरबाद हो जाता।

तुम्हारी लापरवाही के लिए तुम्हे एक सप्ताह के अंदर सस्पेंड किया जाता है।

मीडिया वाले सबका फोटो लेने और वीडियो बनाने में बिजी हो गए थे।

अगले दिन पदमिनी की सटीक भविष्यवाणी और आनंद के साथ सभी दोस्तों की फोटो सहित खूब तारीफ की गई थी। विधायक और अधिकारियों की भी सराहना की गई थी ।अखबार और टीवी में न्यूज आने के बाद सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया और सभी विभागों को सतर्क रहने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने का आदेश दिया ।साथ ही लड़कियों की तस्करी की रोकथाम हेतु ठोस कार्रवाई करने की योजना बनाने को कहा।

कुछ ही दिनों में उन बारह लड़कियों के परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर सभी सरकारी योजनाओं से जोड़ कर लाभ दिलाया गया।उन लड़कियों ने भी पद्मिनी और उसके साथियों का आभार व्यक्त किया।

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भविष्य दर्शन (भाग-18) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक _  श्याम कुंवर भारती

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