कुछ लोग अपने होकर भी पराए लगते हैं…
कुछ अनजानों से दिल का रिश्ता बन जाता है..
किसी ने सच ही कहा है कि हमारे जीवन में कुछ रिश्ते हम स्वयं नहीं बनाते अपितु ऊपरवाला हमारे लिए बना कर भेजता है ।ऐसा ही एक रिश्ता होता है दोस्ती का रिश्ता। माना कि दोस्ती के लिए दोस्त हम स्वयं चुनते हैं परंतु कभी-कभी यह रिश्ता हमारे लिए इतना अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है कि दिल से दिल के तार जुड़ जाते हैं और दोस्ती से बंधे 2 लोग एक दूसरे के दिल की बात बिना कहे ही समझने लगते हैं ।हम लोगों ने ऐसा अक्सर प्यार में होता सुना गया है, परंतु दोस्ती का रिश्ता भी प्यार के रिश्ते से कुछ कम बड़ा नहीं होता, यह हम सभी जानते हैं।
बात कुछ समय पहले की है या कहें कुछ साल पहले की है। फेसबुक के माध्यम से एक आकर्षक व्यक्तित्व वाले सुंदर स्मार्ट व्यक्ति जिसका नाम था-स्वप्निल, की तरफ से अनुष्का को एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। हालांकि रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने में वह बेहद ही सावधानी बरतती है और औसतन मानें तो, लगभग 400 500 रिक्वेस्ट में से कोई इक्का-दुक्का ही स्वीकार करती है।पर स्वप्निल को अपने ही आस पास का ही स्थानीय निवासी देख शायद उस वक्त उसने उसकी रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली।
धीरे-धीरे बातें शुरू हुई और कुछ समय के बाद अनुष्का को एहसास होने लगा कि स्वप्निल उसे दोस्त से कहीं अधिक उपर का दर्जा देना चाह रहा है तो उसने ईमानदारी और बिना किसी लाग लपेट के अपनी स्थिति स्पष्ट की कि वह विवाहिता है और अपने वैवाहिक जीवन में संतुष्ट भी।यह कहते हुए उसने स्वप्निल को वहीं पर अपनी भावनाएं नियंत्रित करने को कहा और साथ ही यह भी कहा कि अगर यदि वह ऐसा करने में असमर्थ है तो वह ब्लॉक होने के लिए तैयार भी रहे ।अनुष्का की ऐसी बेबाक टिप्पणी सुनकर स्वप्निल हैरान कम और डर ज्यादा गया ।उसने अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति पर कोई पछतावा ना दिखाते हुए साफ शब्दों में कहा कि ” मेरे लिए आपके मन में जगह पाना किसी भी अन्य और बात से अधिक महत्व रखता है। आप विवाहित हो यह जानते हुए भी मैं आपको पसंद करता हूं ,यह बिल्कुल सच बात है ,परंतु आपको पसंद करने से कहीं अधिक मैं आपका सम्मान करता हूं और इसीलिए मैं आपके साथ बिना किसी स्वार्थ के हमेशा जुड़े रहना चाहता हूं।”
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बातों का सिलसिला धीरे-धीरे बढ़ने लगा। परंतु वह दिन और आज का दिन उसने कभी ऐसी कोई बात नहीं कही जो अनुष्का को कभी भी यह एहसास दिलाए कि उसके मन में अनुष्का को लेकर कोई दूसरे प्रकार की भावना है ।हां ,वे लोग हंसी मज़ाक करते हैं,एक दूसरे का सुख दुख बांटते हैं और एक दूसरे को बातों बातों में छेड़ते भी हैं। हालांकि कभी-कभी उन दिनों की बात हुए हफ्ते और कभी-कभी महीने तक हो जाते हैं, परंतु वे जब भी बात करते हैं तो उन दोनों को ही कभी भी यह एहसास नहीं होता कि वे एक लंबे अंतराल के बाद एक दूसरे से बात कर रहे हैं। हमेशा एक अजीब सा अपनापन रहता है उनकी बातों के बीच। उनकी सभी बातों में एक चुलबुला सा एहसास होता है ।आज भी अपने मन की हर छोटी बड़ी बात,दुख,चिंता,परेशानी वे एक दूसरे से बिना किसी दूसरे विचार के सहजता से शेयर कर लेते हैं । आने वाले अप्रैल माह में स्वप्निल की शादी होने वाली है और यह खुशखबरी भी उसने सबसे पहले आकर अनुष्का को ही दी। आज अनुष्का के लिए उससे यह अंजाना सा रिश्ता बहुत से अन्य अनेक खून से जुड़े रिश्तों से भी कहीं अधिक बढ़कर है।
अनुष्का को समझ नहीं आया इस रिश्ते को आख़िर वह क्या नाम दे!!!!
पिंकी सिंघल