बारात तो वापस जाएगी – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ देखिए मनोहर जी जो बात तय हुई थी उस पर अमल करिएगा कहीं ऐसा ना हो ऐन मौक़े पर आप मुकर जाए?” जनमासे (जहां पर दूल्हा और सारी बारात को ठहराया जाता है )में लड़के के ताऊजी ने लड़की के के पिता से कहा 

मनोहर जी ने सब कुछ अच्छे से इंतज़ाम कर लिया था पर तय बात कह कर को लड़के के ताऊजी उन्हें दिन में तारे दिखा रहे थे।

“ सब कुछ आपके कहेनुसार ही किया है समधी जी आप बेफ़िक्र रहे ।” मनोहर जी हाथ जोड़ विनम्र लहजे में बोले

“ फिर ठीक है दरवाज़े पर बारात लगाने आ रहे हैं …आप हमारा इंतज़ार कीजिए।”लड़के के ताऊजी ने कहा 

नाचते गाते बारात जब दरवाज़े पर पहुँचा …वर पक्ष के कुछ लोग एक किनारे चुपचाप खड़े हो गए…

तभी किसी ने कहा,”अरे हमसे कहा गया था दरवाज़े पर बारातियों के आते ही उन्हें चाँदी के सिक्के दिए जाने वाले है पर यहाँ पर तो कुछ भी नहीं दिख रहा ।”

ये बात कानों कान मनोहर जी तक भी पहुँच गई वो करे तो क्या करे अब ये क्या मुसीबत आ गई वो हैरान परेशान से से थे क्योंकि उन्हें कहा गया था सौ लोग आएँगे यहाँ डेढ़ सौ से ज़्यादा लोग पहुँच गए थे 

तभी लड़के के ताऊजी पास आए और बोले ,”चाँदी के सिक्के किधर है भई बारातियों का स्वागत उसके बिना कैसे होगा आपको याद है ना..?”

“ ऐसी तो कोई बात नहीं हुई थी… ।” मनोहर जी मायूस होकर बोले

“ये छोटे भी ना जाने किधर रह गया.शादी तो अब नहीं होगी … जो बात तय हुई थी वो पूरी करनी होगी ।”लड़के के पिता को इधर-उधर खोजते हुए ताऊजी बोले

मनोहर जी के समझ में कुछ नहीं आ रहा था … वो अपने सिर की पगड़ी उतारने ही वाले थे कि लड़का घोड़े से उतर कर पास आया और बोला,” ये सब करने की ज़रूरत नहीं है पापा जी… पता नहीं ये बात किसने कही है पर मुझे पता है इस तरह की कोई बात नहीं हुई थी… पापा आप कुछ क्यों नहीं कहते ?”अपने पापा की ओर देखते हुए लड़के तरूण ने कहा 

“ समधी जी तरूण सही कह रहा है ये अफ़वाह किसी ने उड़ा दी थी जिस वजह से बारातियों की संख्या भी बढ़ गई आप फ़िक्र ना करे आपने जो इंतज़ाम किया है वो बहुत है परेशान होने की ज़रूरत नहीं है चलिए रस्में शुरू करते हैं ।”लड़के के पिता ने हाथ जोड़कर कहा

मनोहर जी को लग रहा था कहीं बारात ऐसे ही ना लौट जाए इस वजह से उनकी जो हालत ख़राब हो रही थी अब सँभल गई थी ।

शादी ब्याह के समय लड़की के माता-पिता पर जब अचानक कोई अनचाही माँग रख दी जाती है तो सच में उन्हें दिन में तारे नज़र आने लगते हैं 

 इस रचना पर आपके क्या विचार है अवगत कराएँ ।

धन्यवाद 

रश्मि प्रकाश 

#मुहावरा 

#दिन में तारे दिखाई देना

Leave a Comment

error: Content is Copyright protected !!