बाप हूं तेरा – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बाप हूं तेरा, तुझे क्या लगता था तू अपनी किडनैपिंग का झूठा नाटक करेगा और मैं तुझे₹200000 दे दूंगा, मेरी गर्दन पर ही छुरी चलवा रहा था ,

तुझे शर्म नहीं आई अपने बाप का ही नुकसान करवाते हुए! तेरी संगति के जो आवारा लड़के हैं उनके साथ मिलकर अपने बाप को ही लूटने चला था!

और तुझे पता है ना तुझे मोटरसाइकिल के लिए मैंने क्यों मना किया था, क्योंकि तू अभी केवल 16 साल का है

और तूने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपनी ही किडनैपिंग की प्लानिंग कर डाली! अबे नालायक.. अगर तुझे कुछ हो जाता तो…

उस नुकसान की भरपाई कौन करता? मेरा सबसे बड़ा नुकसान तो तुझे खोना है! तू क्या समझता था क्राइम पेट्रोल या सावधान इंडिया केवल तूने ही देखे हैं,

बेटा मैंने तुझसे ज्यादा दुनिया देखी है, कई दिनों से मैं तेरा व्यवहार समझ रहा हूं, जो तू आए दिन घर में हरकतें कर रहा है, गुस्सा हो रहा है, खाना नहीं खा रहा

, मोटरसाइकिल की जिद कर रहा था, जब तेरी किडनैपिंग की फिरौती का फोन आया मैं तभी समझ गया था और मैंने इंस्पेक्टर साहब को तेरे दोस्तों पर नजर रखने के लिए बोल दिया था

और गनीमत रही कि तू आज सकुशल मेरे सामने है! बेटा अगर तुझे कुछ हो जाता तो हम क्या करते, बेटा सही समय का इंतजार कर,

फिर मेरी मैं तेरी हर इच्छा पूरी करने की कोशिश करूंगा, तेरा बाप हूं मैं.. इतनी आसानी से तुझे भटकने नहीं दूंगा!

पिताजी मैं अपने दोस्तों के बहकावे में आ गया था किंतु जब उन्होंने रकम में से चार हिस्से करने को कहा तभी मैं समझ गया कि

यह मुझे लूटने की तैयारी में है, किंतु मैं कुछ नहीं कर पाया, मैं भी इनके चंगुल से निकलना चाहता था, पर मैं किस मुंह से आपको यह सब बताता,

किंतु अब मुझे मेरी गलती समझ आ गई है मुझे ऐसे बदमाश और आवारा दोस्तों से दूर रहना होगा क्योंकि पता नहीं ऐसे दोस्त कब मेरी गर्दन पर छुरी चला दे और ऐसा कहकर सजल अपने पिता के गले लग गया!

   हेमलता गुप्ता स्वरचित

  मुहावरा प्रतियोगिता गर्दन पर छुरी चलाना

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