रिटायरमेंट औरतों के नसीब में कहां?

सोनाली! मम्मी पापा! आज तीर्थ से लौट रहे हैं, तो खाना जल्दी बना लेना, ताकि वह आकर नहा धोकर खाना खाकर, आराम कर सके। मयंक ने अपनी पत्नी सोनाली से कहा.. सोनाली:  तीर्थ से ही लौट रहे हैं ना? कोई जंग जीत कर नहीं? आप तो ऐसे बोल रहे हैं, जैसे मैं तो पूरे दिन … Read more

शुरुआत कहीं से तो होती है – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

बहु, नंदिनी का रोका वह लोग अगले हफ्ते ही करना चाहते हैं। वह कह रहे हैं अनुपम को अगले महीने ही लंदन जाना है तो वह रोक करके जाना चाहता हैं, फिर एक साल बाद शादी। आशा जी ने अपनी बहू नम्रता से कहा नम्रता:   पर मम्मी जी, इतनी जल्दी सब तैयारी कैसे हो … Read more

कैसे हो अपनों की पहचान? – रोनिता कुंडु 

हेलो पापा जी कैसे हो आप सब? मम्मी जी और अविनाश कैसे हैं? पूजा ने कहा  अमित जी:   बहू! हम सब तो ठीक है, पर तुम ठीक तो हो ना? आज मेरा नंबर गलती से लग गया या कोई काम है? पूजा:  ऐसा क्यों बोल रहे हैं पापा जी? भले ही आप लोगों से … Read more

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