विश्वासघात – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

अरे सुनो..नीरज की मां..देखो! यह लड़की अपने नीरज के लिए कैसी रहेगी। मिस्टर सहाय ने भेजी है। वर्मा जी की पत्नी उनकी आवाज सुनते ही फटाफट अपने हाथ पोंछती हुई उधर आई। जो बर्तन साफ कर रही थी। इतनी जोर से क्यों चिल्ला रहे हो। यहीं तो थी मैं। अरे छोड़ो तुम। ये फोटो देखो। … Read more

अपनों की पहचान – नीलम शर्मा 

सुरीली एक मस्त और हरफनमौला लड़की थी। उसे लगता था कि बस जो कुछ वह सोचती और करती है वही सही है। ऐसा नहीं था कि वह बददिमाग या बदतमीज थी। उसकी बहुत बड़ी कमी थी अपने आप को हर बात में सही ठहराना। अगर उसकी मम्मी मीना उसके किसी व्यवहार को गलत बताकर उसे … Read more

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