बुजुर्ग है माता पिता – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

क्या भाभी जी विनोद भाई साहब की इतनी तबियत खराब है आप अकेले परेशान हो रही है आशीष नहीं आया, नहीं आया शालिनी भाभी ने आंखों में आंसू भरकर  कहा  बेटा तो तभी तक सगा था जबतक उसे पैसा चाहिए था अब उसका काम पूरा हो गया तो अब हमलोगों से मतलब नहीं रखता शालिनी … Read more

बहुरानी – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

पूजा इधर आओ बेटा काम छोड़ दो सब बाद में हो जाएगा । मेरे पास ज्यादा समय नहीं है, ऐसा न कहें मम्मी आपके बिना तो ये घर , घर नहीं है और आपके बिना मेरा भी कोई वजूद नहीं है इस घर में ।                   श्यामा बिस्तर पर लेटी हुई थी बीमार चल रही थी … Read more

इतना गुमान ठीक नहीं – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

कहते हैं न कि जीवन में सब दिन किसी का घमंड रहता नहीं है ‌‌ कभी न कभी टूटता ज़रूर है और जिसको सबसे ज्यादा बेइज्जत किया है उसी के सामने टूटता है ।                       ऐसे ही रमा गुमान में हर वक्त रहती थी घमंड से चूर। अपने आगे किसी को कुछ समझती ही न थी। … Read more

छोटी छोटी बातें ही बड़ा रूप ले लेती है – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

क्या भाभी आप तो बिल्कुल बहू से दबकर रह गई हो , इतना भी क्या डरना बहू से कौन वो आपका कुछ करती है इस बुढ़ापे में बहू को आपकी मदद करनी चाहिए तो वो तो नहीं उल्टा आप और भाईसाहब ही उसकी मदद करती रहती है । क्या करूं मधु मैं नहीं चाहती एक … Read more

घुटन भरे रिश्ते से आजादी – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

मम्मा क्या बहुत दर्द हो रहा है निधी को अपना हाथ सहलाते हुए देखकर निधि का 6 साल का बेटा आयुष पूछ बैठा , नहीं मेरा बेटा तूझे देखकर तो सारे दर्द भूल जाती हूं तेरी ही खातिर तो जिंदा हूं नहीं तो ये जिंदगी कोई जीने लायक थी ।और आयुष को गले से लगा … Read more

खुशियों के दीप – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

शकुन के चेहरे की खुशी आज देखते बन रही थी।सही मायने में तो दीपावली आज मन रही थी शकुन के घर खुशियों के दीप जो जले थे। नाचती फिर रही थी शकुन ।आज तीन सालों बाद घर में खुशियों के दीप जलें है । नन्ही मुस्कान भी नई मां की गोद पाकर खुश थी । … Read more

खून के आंसू रोना – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi

तुम्हारे बेटे को अगवा कर लिया गया है एक करोड़ रूपए की फिरौती दो नहीं तो बेटे की लाश मिलेगी और पुलिस को खबर करने की जरूरत नहीं है , नहीं तो तुम्हारा बेटा बचेगा नहीं। जबसे ऐसा फोन आया है आया है सरोज अजय की मां रो रोकर अचेत हुई जा रही है और … Read more

सिंदूर खुशहाल जिंदगी का प्रमाण नहीं होता – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

मर क्यों नहीं जाते तुम,कम से कम तुम्हारे न रहने पर हमारी और हमारे बच्चों की जिंदगी तो आसान हो जाएगी।छाती पर मूंग दल रहा है ।सब पैसा गांठ में बांधकर रखें रहता है बुड्ढा और घर में हमलोग एक एक पैसे को परेशान होते हैं ।यह रोज की बात थी मिस्टर और मिसेज शर्मा … Read more

एक औरत की जिम्मेदारियां कभी खत्म नहीं होती – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

क्या मम्मी इतनी देर हो गई अभी तक नाश्ता नहीं बना क्या,अरे बेटा बना रही हूं आज जरा उठने में देर हो गई रात में नींद नहीं आई थी ,बस सबको सबकुछ समय पर ही चाहिए जरा से आगे पीछे हो जाए तो सब सुनाने लगेंगे क्या कर रही थी अभी तक ये काम नहीं … Read more

बेसहारे का सहारा – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

साहब, साहब कल से हमार बेटवा घर नहीं आया है साहब ढूंढ लो उसे साहब,अरे आ जाएगा यही कहीं गया होगा दोस्तों के साथ। नहीं नहीं साहब वो तो इस समय तक रोज आ जाता है कहीं नहीं जाता है साहब मुझे बुढ़िया का अंधे की लकड़ी है वो साहब और मेरा कोई सहारा नहीं … Read more

error: Content is Copyright protected !!