रिटायरमेंट का पैसा

रिटायरमेटं के समारोह के बाद जब अवधेश जी पत्नी के साथ घर आए तो , पड़ोस मे रहने वाले जगदीश जी और उनकी पत्नी अवधेश जी को बधाई देने आए ,और 1 शाल उढाकर रामायण ग्रंथ उनके हाथों में देकर बोले ,अवधेश जी अब तो बहुत काम कर  लिया अब आराम से जिंदगी बसर किजिए … Read more

कर्मों का फल तो इसी धरती पर मिलता है – मंजू ओमर 

शकुन्तला जी अपने कमरे में बैठीं बैठी आंसू बहा रही थी । अपने कर्मों पर ,जो कुछ उन्होंने अपने परिवार के साथ और खास तौर से अपने पति श्रीनिवास के साथ किया था उसकी गणना कर रही थी।आज खुद जिस स्थिति में है उसका हिसाब किताब लगा रही थी। जिसकी जिम्मेदार वो खुद थी कोई … Read more

विश्वासघात – मंजू ओमर

आज अनूप अपने बड़े भाई का कालर पकड़कर घर से बाहर निकाल रहा था ,चले जाओ यहां से कुछ नहीं है तुम्हारा यहां। आसपास खड़ी अनूप की दोनों बड़ी बहनें अनूप को समझा रही थी क्या कर रहे हो अनूप बड़ा भाई है तुम्हारा। देखो अनूप ज़र, ज़मीन, पैसा में किसी का हक नहीं मारना … Read more

आंख में धूल झोंकना – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

अरे अंजना बड़े बेटे की शादी न करके छोटे की कर रही है । पहले बड़े बेटे की शादी करनी चाहिए फिर छोटे की। तभी पास खड़ी रेखा जी ने चुटकी ली,अरे क्या बड़े बेटे की शादी होगी वो कुछ करता धरता है नहीं ,और पता नहीं क्या पढ़ाई की है बस इधर उधर फालतू … Read more

आप अपने बेटे के साथ क्यों नहीं रहते – मंजू ओमर 

अरे शर्मा जी कब आए बेटे के यहां से,कल ही आया हूं। शर्मा जी दूध लेने को आए थे स्टिक का सहारा लेकर जाने लगें तो गुप्ता जी ने कहा लेकिन अब आपको अकेले यहां नहीं रहना चाहिए । देखिए आप ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं । वहां कम से कम बहू … Read more

अपनों की पहचान – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

जानकी जी के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की तैयारी हो रही थी । तीनों बहू बेटे एक किनारे बैठे बातो में मशगूल थे । चौथा बेटा अभी नहीं आ पाया है। किसी भी बहू बेटे की आंखों में मां के चले जाने का ग़म दिखाई नहीं दे रहा था। बस … Read more

बेटी के ससुराल में साजिश न करों – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

कोरियर, और गेट खटखटाया , प्रकाश नारायण जी ने उठकर गेट खोला तो सामने कोरियर वाला खड़ा था। उसके हाथ में एक लिफाफा था जो उसने प्रकाश नारायण जी को पकड़ा दिया और चला गया। प्रकाश जी लिफाफा लेकर अंदर आए तो पत्नी आरती ने पूछा क्या है जी इस लिफाफे में । देखता हूं … Read more

झूठे दिखावे से जिंदगी नहीं चलती – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

अरे काजल तुमने कुछ सुना क्या दीदी,भाई अपना फ्लैट बेच रहे हैं अच्छा आंचल ने कहा।पर क्यों, फ्लैट बेच देंगे तो फिर कहां रहेंगे।कितनी मुश्किल से तो यहां वहां से इनसे उनसे उधार लेकर तो फ्लैट खरीदा था अब बेच रहे हैं ।आंचल ने बड़ी बहन काजल से कहा। तुम्हें किसने बताया दी,अरे खुद भाई … Read more

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