एक-दूजे के लिए – डाॅ उर्मिला सिन्हा  : Moral stories in hindi

  रातभर गर्नज-तर्जन के साथ मूसलाधार बारिश होती रही। नमन सुबह दूध लेने निकल ही नहीं सका… क्योंकि सड़क पर घुटने तक पानी था।    मीनू चाय बनाने गई… दूध के साथ गैस भी खतम, “हे भगवान… इस बरसात में कहाँ से लाऊं दूध और गैस सिलेंडर… आज भूखा ही रहना होगा। आज गैस एजेंसी भी बंद … Read more

आ अब लौट चलें….. – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

बारह वर्ष बाद आज तनय से शुभा की मुलाकात हो गई मॉल में.. दो बच्चों की मां शुभा फिर से वही शुभा बन गई.. कुवारीं बारह साल पहले वाली.. दिल की धड़कने बेकाबू होने लगी.. गालों पर हल्की लाली आ गई.. तेजी से वह तनय के पास चली गई.. तनय की पत्नी लक्मे पार्लर में … Read more

फैसला – स्मृता पी श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

अनुष्का, एक मेधावी, सूंदर अपने मम्मी पापा के आंखों का तारा थी| हमेशा मम्मी पापा की हर बात को एक आज्ञाकारी बच्ची की तरह मानते हुए इस जमाने में भी बाहरी दुनिया से बचते हुए पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहती|  अपनी इच्छा से सजना सवरना और टीचिंग की।  अपनी मर्यादा में रहते हुए कभी प्यार … Read more

समझ – अलका पाठक: Moral stories in hindi

प्रीति आज सुबह से ही परेशान है।इतने दिनो से बेटे की मिलने की खुशी में क्या क्या नहीं कर रही थी।उसकी पसंद की खाने की चीजें एक एक करके ला कर घर में रख रही थी।उसके कमरे को अच्छी तरह से साफ सफाई कर के रखा था ताकि बेटे को आने के बाद असुविधा ना … Read more

अपाहिज – आराधना सेन: Moral stories in hindi

वह खिडकी के पर्दे को जरा सा हटाकर देखी तो “वह लड़का आज भी खडा था उसकी नज़र इस खिडकी की तरफ ही थी “दीदी यह गणित नही समझ आ रही” एक छोटे से बच्चे की अवाज पीछे से आई।हम्म कौन वाली दिखाओ पूजा फिर बच्चो को पढ़ाने मे व्यस्त हो गई। दो घन्टे बाद … Read more

मास्टरनी – अदिति महाजन : Moral stories in hindi

“वो देखो जा रही है मास्टरनी |” ये शब्द अनजाने में या जानबूझ कर बोले गए थे, परंतु संबंधित उसी से थे, यह वह जानती थी |   पेशे  से मास्टरनी तो नहीं थी वह परंतु गलत होता देख के उसको  रोकना, टोकने का साहस अवश्य था उसके  अंदर |  कभी दिन में चलती स्ट्रीट लाइट … Read more

सही फैसला – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

   अपने नीरस एक ढर्रे पर चलती जिंदगी से बेजार… शीलू बिना पति बेटे की जानकारी के घर से निकल पडी। एक बैग में कुछ कपड़े, पैसे लेकर… “कहाँ जायेगी क्या करेगी  …सबकुछ अनिश्चित “!    यह भी ख्याल नहीं रखा कि दस वर्षीय बेटा बिना मां के कैसे रहेगा… स्कूल जायेगा, अपना काम करेगा और सीधा … Read more

एक अहम फैसला –  हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

क्या चाहती हो तुम कि तुम्हारे बेटे को जेल हो जाए, …हर बात में बीच-बीच में तुम्हारा टांग अड़ाना जरूरी है क्या? जब मैं बात को अपने हिसाब से हैंडल कर रहा हूं तो क्या जरूरत है तुम्हें अपनी राय मशवरा देने की..? तुम बेवकूफ थी और बेवकूफी रहोगी, बजाए अपने बेटे का साथ देने … Read more

“दायित्व और अधिकार ” स्वाति जीतेश राठी : Moral stories in hindi

बस बहुत हुआ अब ओर नहीं ना एक शब्द  ना एक और दायित्व   कुछ नहीं । कुछ नहीं करेंगे अब मेरे माँ पापा  किसी के लिए भी सिवाय नानी माँ के  क्योंकि  वो उनकी जिम्मेदारी है जो उन्होंने अपने पूरे मन से ली है और सच्चे मन से निभा भी रहे है।पर आप लोग … Read more

दायित्व संस्कारों का – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

ये तुमने क्या किया गंवार जाहिल औरत इतने महंगे डिनर सेट की प्लेट तोड़ दी अब पूरा सेट खराब हो गया मेरा _अनु गुस्से मै अपनी मेड से बोली  काकी सुनीता की आंख मैं आंसू आ गए बोली बहुरानी  गलती से टूट गई हम तो कब से काम कर रहे है इस घर मैं आज … Read more

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