Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

न्याय – मंजू ओमर आज बहू के व्यवहार से शांता बहुत दुखी थी ‌‌‌‌‌वोकुर्सी पर बैठीं बैठीं सोंच रही थी मैंने भी तो अपनी सास के साथ कुछ अच्छा व्यवहार नहीं किया था ।फूटी आंख न सुहाती थी सास मुझे।और आज वही सब मेरी बहू मेरे साथ कर रही है ।सच ही कहा है ऊपर … Read more

“रंग-ए-हिजाब” – आसिफ़ा कायनात : Moral Stories in Hindi

घर के सारे फ़ोन घनघनाऐ जा रहे , मोबाइल, लैंडलाइन..,  लेकिन ख़ुशख़बरी मिलते ही बदहवास सी तबस्सुम शुक्राने की दो रकात नमाज़ अदा करने मुसल्ले पर जो जाकर खड़ी हुई .., तो दुपहर से असर का वक़्त होने को आया,  तबस्सुम की दो रकात नमाज़ ख़त्म होने का नाम ही ना ले । सजदे में … Read more

तृप्ति – अनु नेवटिया : Moral Stories in Hindi

___ निर्मला जी आज घर पर अकेली थीं, बेटा, बहु और पोता- पोती सब बाहर खाने गए थे। जाना तो उन्हें भी था, पर उनकी तबियत कुछ ठीक नहीं थी, और आज कई महीनों के बाद ये प्लान बना था तो जाना कैंसिल करके वो बच्चों को उदास नहीं करना चाहती थी, इसलिए उन्होंने सबको … Read more

दादी मां – विनय मोहन शर्मा : Moral Stories in Hindi

  राहुल के पिता कांति प्रसाद एक छोटे से कस्बे में अध्यापक थे। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राजेश्वरी देवी भी अपने पति के साथ ही रहती थी। राहुल गांव में अपनी दादी मां के साथ ही रहता था, वह अपनी दादी मां का बहुत लाड़ला था। राहुल के पिता कांति प्रसाद छुट्टियों में घर पर आते तो … Read more

मन के तार वर्सेस साइंस – चांदनी~ खटवानी : Moral Stories in Hindi

******* दादी मां को अस्पताल से डिस्चार्ज मिल गया था.. सौरभ उनको घर ले आए थे.. पिछले महीने ब्रेन स्ट्रोक आया था.. इतने दिन वहां रह कर भी कुछ विशेष सुधार नहीं हो रहा ‌था.. सिर्फ आंखें कभी-कभार खोलती पर ना किसी बात पर एक्सप्रेशन देती और ना ही कुछ रिएक्ट करतीं.. रिकवरी बहुत स्लो … Read more

स्वावलम्बी बेटियां – नेमीचन्द गहलोत, : Moral Stories in Hindi

बालिकाएं अपने सिर पर जल से भरे कलश रख पन्द्रह दिन तक चलने वाले पर्व पर गीत गाते गणगौर पूजने जा रही थी ।  पुराने खेजड़े के नीचे वे कलश रख कर शिव पार्वती के रूप में गवर व ईसर की पूजा करती थी । हरी हरी दूब से पानी की छींटे बरसाकर वरदान मांगती  … Read more

वैलेंटाइन डे – शालिनी दीक्षित : Moral Stories in Hindi

हाथ में पकड़े, सिद्धार्थ के अंतिम पत्र को देखते हुए सरिता की नजरें अपने क्वार्टर के लॉन में खिले गुलाब के फूलों पर स्थिर हो गई । “मैम हम एक गुलाब तोड़ना चाहते हैं। ” किसी लड़की की आवाज सुनकर वह पीछे मुड़ी। लड़कियों का पूरा एक समूह था शायद अपनी हॉस्टल वार्डन से कुछ … Read more

रिश्तों का मान : Moral Stories in Hindi

   आज सुबह सुबह सुधा अपने छोटे बेटे अजय की पत्नी सुनीता को ताना देने लगी कि मैंने बड़े अरमान से अपने बेटे अजय की शादी तुमसे की परंतु तुम्हारे पिता ने हमारी हैसियत के अनुसार दहेज नहीं दिया। न जाने सुनीता को इस बात पर क्रोध आ गया और अपनी सास से कह दिया कि … Read more

अधूरी कहानी – अनिता मंदिलवार सपना : Moral Stories in Hindi

एक बड़ा सा महल जैसा घर । रहन सहन उच्च कोटि का । घर में बीसों नौकर चाकर । बेटा, बेटी, बहू और दामाद । सब हैं । घर पर कुछ शोर सुनाई देता है । यहाँ क्या शोर हो रहा है भई ! मिस्टर शर्मा घर के अंदर दाखिल होते ही कहते हैं । … Read more

आत्मसम्मान – प्रवीण सिन्हा : Moral Stories in Hindi

बशीर मिया 65 के हो चले हैं पर काम करना नहीं छोड़ा सरकारी नौकरी थी 58 मे पटवारी के पद से रिटायर्ड हो गये  थे । पर उनका मानना था कि जब तक उपर वाले कि बुलावा न आ जाये तब तक आदमी को हाथ पैर हिलाते रहना चाहिए पैसे की दरकार न हो त … Read more

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