सूरज का भ्रूण! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi

भोर की आहट के साथ ही स्वरा ने गुदढी को दूर फेका और वह नित्य कर्म से मुक्त हो कर गुसलखाने की ओर बढ़ गई! कड़कड़ाती ठंड में भी वह बर्फ से ठंडे पानी से नहाई और बालों को झटक कर सूखाने लगी! घुंघराले बालों की लटों से मानों ओस की बुंदे गालों पर लुढ़क … Read more

स्नेह का बंधन – मीरा सजवान ‘मानवी’ : Moral Stories in Hindi

गर्मियों की वह शाम हल्की सुनहरी धूप में नहाई हुई थी। गाँव के पुराने बरगद के पेड़ के नीचे बुज़ुर्गों की चौपाल जमी थी और पास ही बच्चे उछल-कूद कर रहे थे। वहीं, चौपाल से थोड़ा दूर, आँगन में बैठी शुभा अपने पुराने संदूक में कुछ तलाश रही थी। संदूक की लकड़ी वक्त के साथ … Read more

अनजानी – प्रशांत तिवारी : Moral Stories in Hindi

जान पहचान मिलना जुलना रिश्ते संबंध सब पहले से तय है  मगर कुछ लोग जो अचानक जीवन में आते हैं उसके पीछे कोई कारण ज़रूर होता है वो इंसान या तो कुछ सबक दे कर जाता है या सीख  आइए जानते हैं मेरी इस अनोखी कहानी में जिसे लिखने का एक छोटा सा प्रयास मेरे … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

नक़ाब – रश्मि प्रकाश  घर में घुसते ही अमन मानसी को चार चाटें रसीद कर ग़ुस्से में दाँत पीसते हुए बोला ,” तुम्हें वहाँ पार्टी मीटिंग में अजनबी आदमियों से बात करने की क्या जरूरत थी कितनी बार कहा है पराये मर्द से बात मत किया करो पर तुम… ।” “ आप भी तो वहाँ … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

ससुराल में हक – हेमलता गुप्ता मम्मी जी… आप जो बात बात पर मुझे यह ताना देती है कि यह मेरा घर है तो  मत भूलिए यह मेरा भी घर है, हर बहू का “ससुराल में हक” होता है जिस प्रकार आप इस घर की बहू है उसी प्रकार मैं भी आपकी बहू हूं, बस … Read more

दादी की शादी में मिला, वो संदूक – मनु वाशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

अस्सी नब्बे साल पहले, आज जैसा माहौल नहीं था। आज तो लड़कियां अपनी शादी में सब कुछ कपड़े, ज्वैलरी, होटल, खाने की, रुकने की व्यवस्था से लेकर हनीमून तक की प्लानिंग अपनी पसंद अनुसार करती हैं। पहले तो शादी का नाम सुनकर ही रोना धोना शुरू हो जाता, कई बार खुश होने पर भी लड़कियां … Read more

स्नेह का बंधन – राजेश इसरानी : Moral Stories in Hindi

मै 6 वर्ष का था। पिताजी का एक दुर्घटना में देहांत हो गया था 6 महीने पहले। परिवार में पैसे की कोई कमी नहीं थी। मां एक स्कूल में अध्यापिका थी। उन्हीं की स्कूल में एक मेरे उम्र की छोटी बच्ची पढ़ती थीं। रोज शाम उसे स्कूल से लेने उसके मम्मी पापा दुपहिया लेके आते … Read more

स्नेह का बंधन – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi

 14 वर्ष की अल्पायु में उसके सिर से पिता का साया उठ गया था। गरीबी इतनी कि 2 जून की रोटी की भी जुगाड़ नहीं। राजन….. जी हां यही नाम था उसका, परिस्थितियां बिल्कुल नाम के विपरीत, हौंसले यथा नाम। पिता की असमय मृत्यु ने अंदर तक झकझोर दिया था उसको, उसका बाल मन समझ … Read more

कांता बाई के केक की मिठास – मनु वाशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

लॉक डाउन के बाद कांता बाई का आज काम पर जाना हुआ। अंदर ही अंदर डर समाया हुआ था पता नहीं मालिक काम पर रखेंगे या नहीं। लेकिन कांता बाई को देखकर कोठी वाली मेमसाब की खुशी देखते ही बन रही थी, वो भी थक चुकी थी रोज काम करते हुए, सोच रही थी पता … Read more

संस्कार – राजेश इसरानी : Moral Stories in Hindi

नई नई बहु आई थी हमारे घर में। उसके पति से लेकर सास, नंनद, और घर के सभी बच्चे बहु के आगे पीछे घूम रहे थे। बहु थोड़ी परेशान सी नजर आ रही थी। तो मैने उससे कहा बेटा थोड़ा आराम कर लो अपने कमरे में चले जाओ। नहीं पापाजी ऐसी कोई बात नहीं है। … Read more

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