Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

मेरा फ़र्ज़ है –  विभा गुप्ता          ” क्या! तूने ज़ाॅब छोड़ दिया..इतनी मेहनत से पढ़ाई की और..।” दीपा ने अपनी सहेली मानसी से कहा तो मानसी मुस्कुराते हुए बोली,” सब बताऊँगी…तू घर तो आ..।” कहते हुए उसने दीपा के नंबर पर अपने घर का पता लिखकर सेंड कर दिया।            दीपा जब मानसी से मिलने गई..तब … Read more

खर्चीली बहू –  नीतू बंसल  : Moral Stories in Hindi

“भाभी आप इतना सब कुछ कैसे सह लेती हैं?”  ये शब्द थे मनोज के जो आज अपनी भाभी ज्योति से यह कहने को मजबूर हो पड़ा था । ज्योति की शादी मनोज के बड़े भाई अशोक से ५ साल पूर्व हुई थी ।अशोक एक काबिल व्यवसायी था और उसका पूरा रुझान अपने व्यवसाय पे था … Read more

चाँद – विजया डालमिया : Moral Stories in Hindi

“सरला…. चलो, जल्दी से तैयार हो जाओ”। माँजी बाहर से कहे जा रही थी। पर मेरा मन बिल्कुल भी नहीं था ।इसीलिए मैं सुना अनसुना कर रही थी। अनमनी और अनियंत्रित भावनाओं को रोकने के लिए अपने आप से काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। बावजूद इसके वे थमती नहीं। सरला एक सुलझी और समझदार लड़की … Read more

बड़ी मम्मा : Moral Stories in Hindi

नीलम, जिसे घर में सब प्यार से नीलू कहते थे, अपनी बड़ी बहन पायल के साथ एक छोटे, मगर प्यार भरे परिवार में पली-बढ़ी थी। पायल उम्र में नीलू से लगभग दस साल बड़ी थी, लेकिन दोनों के बीच का रिश्ता सिर्फ बहनों का नहीं, बल्कि दोस्ती और माँ-बेटी जैसा था। पायल ने अपनी छोटी … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

गलतफहमी – प्राची अग्रवाल  श्रुति को शुरू से ही लगता कि उसके माता-पिता उसे कम और भाई को ज्यादा प्यार करते हैं। बचपन से ही उसके मन में गांठ बैठ गई थी। हर बात पर विरोध प्रकट करती। श्रुति होशियार थी हर बात में। उसका भाई शुरू से ही थोड़ा बीमार सा रहता इसलिए उसकी … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

” विरोध” – पूजा शर्मा अब मैं तुम्हारी मा के साथ एक पल भी नहीं रह सकती सुमित, तुम्हारी मम्मी की हर बात में टोका टाकी मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है, विदुषी अपने पति से चिल्ला कर बोली, आखिर तुम हर वक्त मां की बातों का विरोध क्यों करती रहती हो अगर ऑफिस से देर … Read more

अनारकली – अंजना वर्मा : Moral Stories in Hindi

“ऐ! चुप रह। जब देखो तब मुस्कुराती रहती है, ठी-ठी-ठी-ठी हँसती रहती है। न कोई सोच, न कोई चिंता। थोड़ी भी शरम है?” दीपा की भाभी ने कहा। “किस बात की शरम भाभी? क्या किया है मैंने? कौन-सा ग़लत काम किया है जो शरमाऊँ?” दीपा बोली। “क्या किया है? मुझसे पूछती है? अपने से पूछ।” … Read more

खोए हुए रिश्तों की तलाश – विमल भारतीय ‘शुक्ल’ : Moral Stories in Hindi

एक सर्द सुबह थी। कोहरे से लिपटी हुई सड़कें, ठंड में सिकुड़ती ज़िंदगी और हवा में अजीब सी खामोशी। उसने अपनी गाड़ी घर के सामने रोकी। पिछली सीट पर एक बुजुर्ग व्यक्ति बैठे थे। उनका चेहरा थका हुआ और उदास था। आँखों में एक गहरी चोट थी, जो समय और हालात ने दी थी। यह … Read more

आंगन की दीवार – राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

सुबह के सन्नाटे को तोड़ती हुई ईंटों की गिरने की आवाज ने पूरे घर का माहौल बदल दिया। घर के बाहर मजदूर ईंटों का ढेर लगा रहे थे। काका बैठक से बाहर निकल आए और काकी भी छड़ी के सहारे उनके पीछे आ खड़ी हुई। दोनों खामोश खड़े होकर मजदूरों को ईंटें उतारते देखते रहे। … Read more

Top Ten Shorts Story in Hindi – हिन्दी लघुकथा

तिरस्कार – मनीषा सिंह राहुल एक आलसी लड़का था । “पिता राम कृपा जी ” शहर के जाने-माने पंडित थे। आमदनी अच्छी होने के कारण घर में किसी चीज की कमी नहीं थी। ” पंडिताइन राहुल को अक्सर बोला करती बेटा अगर पढ़ाई में कैरियर नहीं बनानी है तो कम से कम पूजा पाठ तो … Read more

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