सम्मान की सूखी‌ रोटी – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

गांव की कच्ची गली में जैसे ही जानकी ने अपने घर की कुंडी खोली, सामने से रमिया दौड़ी चली आई। आंखों में आश्चर्य, होंठों पर हल्की मुस्कान लिए उसने पूंछा, “अरे जिज्जी, तुम आ गईं? तुम तो कह रही थीं कि दो-तीन महीने गर्मी भर रुकने वाली हो, फिर इतनी जल्दी कैसे लौट आईंं?” जानकी … Read more

 तकदीर फूटना – हेमलता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

ससुराल की दहलीज पर कदम रखते ही मैं समझ गई थी कि ये डगर आसान नहीं होगी मेरे लिए. आसान तो मायके में भी जीना नहीं था,‌‌ जन्म देते ही मां का साया उठ‌ गया था बुआ और भाभी की शरण में पली‌ बढ़ी मां ने होने का दर्द हमेशा सालता रहता। लोगों की नजर … Read more

 प्रायश्चित – डॉ. दीक्षा चौबे : Moral Stories in Hindi

आज मानस भैया रिद्धिमा की शादी का आमंत्रण पत्र लेकर आये थे । रिद्धिमा …मेरे बड़े भैया महेशकान्त शर्मा की बेटी  है । बड़े भैया स्वयं आने की हिम्मत नहीं कर पाये थे ….इसलिए शायद छोटे भैया यहाँ थे । शोभा की मनःस्थिति विचलित सी हो गई थी । यंत्रचालित मशीन की तरह भैया को … Read more

 प्रायश्चित के आंसू – विनती झुनझुनवाला : Moral Stories in Hindi

अपने बेटे को कैसे पालना है ये मुझे आपसे सीखने की जरूरत नहीं है जब वैभव ने थोड़ा जोर से कमल जी से कहा तो नन्हा सा अंश सहम कर अपनी मम्मी की गोद में जा छुपा, अपने पापा को दादा जी पर गुस्सा करते हुए देख कर वो बहुत डर गया था। गरिमा ने … Read more

 तकदीर फूटना – सुदर्शन सचदेवा : Moral Stories in Hindi

आयुष एक होशियार इंजीनियर लड़का था | मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी खासी नौकरी छोड़कर खुद का स्टार्टअप शुरु किया | एक ऐप जो गांवो में किसानों को सीधे ग्राहकों को जोड़ता था | दोस्तों ने कहा- अरे यार ! तु पागल हो गया है कि इतना अच्छा पैकेज छोड़कर किस काम पर लग गया | … Read more

 तकदीर फूटना – सुदर्शन सचदेवा : Moral Stories in Hindi

रोहित एक होशियार इंजीनियर लड़का था | मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी खासी नौकरी छोड़कर उसने खुद का स्टार्टअप  शुरु किया  | एक ऐप जो गांवो में किसानों को सीधे ग्राहकों से जोड़ता था | दोस्तों ने कहा – पागल हो गया है क्या ? लेकिन रोहित  को अपने ऊपर भरोसा था | शुरुआत के दिनों … Read more

 प्रायश्चित – सीमा सिंघी : Moral Stories in Hindi

 आज सिया मेरे पीछे पड़ गई कहने लगी ! दादी हम होटल जा रहे हैं ! मम्मी पापा भी जा रहे हैं! आप भी चलो!  मैं तुरंत सिया से बोल उठी! नहीं बिटिया अब इस उम्र में होटल कहां जाऊंगी ?तुम लोग बाहर खा कर आओ ! मैं अपने लिए घर पर ही कुछ बना … Read more

तकदीर फूटना – विमला गुगलानी : Moral Stories in Hindi

       जशन बाईक पर से जा रहा था तो अचानक उसे रोशन दिखा। एक छोटी सी चाय की गुमठी के पास बैठा चाय पी रहा था। उसे मिलने की इच्छा से बाईक उसी और मोड़ दी। पास आने पर देखा कि वह कुछ परेशान सा दिख रहा था। चिंता की लकीरें साफ उसके माथे पर नजर … Read more

प्रायश्चित – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

गाँव की सीमा पर बिखरी झाड़ियों और सूखे पेड़ों के बीच एक टूटी-फूटी कोठरी में विश्वनाथ रहता था। उम्र के पचासवें पड़ाव पर खड़ा वह व्यक्ति, जिसके चेहरे पर गहरी झुर्रियाँ नहीं, बल्कि उसके अंतस की उधेड़बुन दर्ज थी। गाँव वाले उसे “पंडितजी” कहकर पुकारते, क्योंकि वह संस्कृत का विद्वान था और कभी मंदिर में … Read more

पापों का प्रायश्चित – साहिल जैन : Moral Stories in Hindi

कहानी है नेहा की—एक बहू, एक पत्नी और सबसे बढ़कर एक इंसान की। वो हँसमुख, शिक्षित और संस्कारी लड़की थी, जिसने अरमानों से भरकर रोहित से शादी की थी। शुरू-शुरू में सबकुछ ठीक चला, लेकिन शादी के दो साल बाद नेहा को ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चला। जैसे ही रिपोर्ट पॉज़िटिव आई, घर का … Read more

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