“पछतावा” – गोमती सिंह

——-राजवीर एक बहुत ही खुबसूरत नौजवान था ।  ऊंची कद काठी, गोरा रंग इकहरा बदन वो इतना खूबसूरत था कि  किसी से तुलना ही नहीं किया जा सकता , अनुपम सौंदर्य का धनी था वह । हालांकि यह उम्र का पड़ाव ही ऐसा होता है कि यौवनावस्था में साधारण से साधारण युवक युवतियों में खुबसूरती … Read more

द्वारिका जी की सीख – मीनाक्षी सिंह

पार्क में एक लड़का ,लड़की रोमांस करने में व्यस्त ….वहीं एक 70 वर्षीय बुजूर्ग द्वारिका जी पार्क में घूम रहे थे …फिर थककर बैठ गये …तभी उनकी निगाह उस जोड़े पर गयी ….उनसे रहा ना गया …वो उनके पास गये …दोनों ने जब द्वारिका जी की उपस्थिति महसूस की तो झिझक गए …एक दूसरे का … Read more

पछतावे के आंसू –  गीता वाधवानी

मां की तेरहवीं के सारे रीति रिवाज निपट चुके थे। सारे मेहमान भी जा चुके थे। अगले दिन जब पिताजी भी दुकान खोलने चले गए, तब वह मां की अलमारी खोल कर उसके सामने खड़ा था। यह था निखिल। हाथ में बीस हजार रुपए लिए मुस्कुराता हुआ खड़ा था। उसे पता था कि बचपन से … Read more

मेरी परछाईं  – कनक केडिया

अमन बहुत परेशानी से चक्कर काटे जा रहा था। पत्नी अंजलि का पहला प्रसव था और उसमें कई समस्याएं आ गयी थीं। उसका रक्तचाप काफी बढ़ा हुआ था और भी समस्या थी  उसकी डॉ ने ऐसा कहा था। अमन की मम्मी प्रसव के लिए इंदौर से दिल्ली आने वाली थीं पर समय से दो महीने … Read more

पछतावा – के कामेश्वरी | family drama story

रमा ने अपने कमरे में जाकर जोर से दरवाज़ा बंद कर लिया और रोने लगी थी । माँ भगवती पीछे पीछे आई और कहा क्या बात है रमा ऐसा क्यों कर रही है? रमा— “ आपको नहीं मालूम है क्या मैं ऐसा क्यों कर रही हूँ?” भगवती— क्या हो गया है ? लडका अच्छा है … Read more

बारात – मंजू तिवारी

जब बच्चा जन्म लेता है चाहे वह बेटी के रूप में हो या बेटे के रूप में उसी दिन से अगर बेटी है तो एक पिता अपनी बेटी के लिए धन जोड़ने लगता है उसे बेटी की बारात की बड़ी फिक्र रहती है कई सालों तक वह उसके अच्छे से विवाह संपन्न होने के लिए … Read more

 पछतावा – पूजा मिश्रा

आज फोन पर बात करते हुए आन्या ने कहा _ममा मेरी दोस्त जरीना बड़ी अच्छी है दिन में चार बार नवाज़ अदा करती है।शी इज वेरी रिलीज़यस ,मुझे कोई पूजा नहीं आती है सो आई फील वेरी इसमाल ममा “ बेटा आप सुबह देर से उठती थी मेरी पूजा की घंटी भी तुम्हें डिस्टर्ब करती … Read more

 पछतावा –  अविनाश स आठल्ये – Very Emotional Story In Hindi

अरे यह क्या,  दास बाबू “असिस्टेंट फार्मेसी ऑफिसर” बन गये…. गिरीश सर कहाँ गये? अमित ने वहाँ खड़े चपरासी से पूछा.. गिरीश सर ने कोटा में ट्रांसफर ले लिया है, अभी 10 दिन पहले ही दास बाबू को प्रमोशन होने के बाद यह पोस्ट मिली है। कोई नहीं,  उनको मेरा यह कार्ड देकर कहना अमित … Read more

अपना अपना पश्चाताप – बालेश्वर गुप्ता

 क्यूँ, आशीष क्या तुम लोगो को अपने कामकाज के सामने अपने बाप को सुकून से मर सके,ऐसी स्थिति रखने जैसी हैसियत भी नही थी? अरे बिशन बाबू नगर की शान हुआ करते थे,ऐसे चले जायेंगे,सोचा नही था।ठीक ही हुआ चले गये,अब सब चैन से रहेंगे।      आप क्या कह रहे हैं, अंकल, बाबूजी के लिये हम … Read more

डरावना मंजर –  माधुरी राठौर

आज जो कहानी मैं आप लोगों से बताने जा रही हूं, उसे सुनकर आप लोग भी आश्चर्यचकित और अचंभित हो जाएंगे! बहुत पुरानी घटना है यह,जब मैं छोटी थी तो यह घटना मेरे ही पड़ोस में घटित हुई थी उन दिनों चारों तरफ सिर्फ लोग भूत-प्रेत जीन चुड़ैल की ही बातों में अपना सारा समय … Read more

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