काली रात – तृप्ति सिंह : Moral Stories in Hindi
गाँव के उस सिरे पर, जहाँ पीपल का एक बूढ़ा पेड़ खड़ा था, वहीं मिट्टी की टूटी झोपड़ी में सावित्री अपने दो बच्चों के साथ रहती थी। दिन भर खेतों में दूसरों की मजदूरी करना और रात को बच्चों को आधे पेट खिला कर सुला देना ही उसकी दिनचर्या बन चुकी थी। पति रमेश शहर … Read more