अब तक अपने पढ़ा… एयरपोर्ट पर गुंजन और यश की मुलाक़ात होती है ….रंधावा और शाह ग्रुप आपसी सहमती से मिलकर काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
अब आगे ….
शौर्य और अभिमन्यु दोनों ही अमित शाह के फैसले से खुश थे …. शौर्य ने सचिन को बुलाया और सभी बोर्ड मेंबर्स को इनफॉर्म करने के लिए बोला ।
“दो दिन में पेपर्स तैयार हो जाएंगे ” शौर्य ने कहा
“हाँ फिर हम बोर्ड मेंबर्स को और अमित शाह को बुला लेंगे , जितना जल्दी ये काम हो जाए उतना ही अच्छा है” अभिमन्यु ने कहा
दो दिन में कोलैबोरेशन के पेपर्स तैयार हो गए आज सभी बोर्ड मेंबर्स और अमित शाह पेपर्स साइन करने वाले थे
बोर्ड रूम में सारे बोर्ड मेंबर्स के साथ शौर्य ,अभिमन्यु ,रघुवीर जी, श्यामजी और सिद्धार्थ सभी वहां थे और अमित शाह का वेट कर रहे थे
तभी अमित शाह अपने सेक्रेट्री दिनेश और दो तीन लोगों के साथ उस रूम में आया ….
रघुवीर जी ने उसका स्वागत किया और उस से हाथ मिलते हुए कहा ” वेलकम अमित “
अमित शाह मुस्कुरा कर थैंक्स कहा
सभी चेयर्स पर बैठ गए ये पहली बार था जब अमित शाह पार्टनर बन कर रंधावा के यहां आया था वरना हमेशा तो ये दोनों आमने सामने दुश्मन की तरह खड़े होते थे
सबने पेपर्स साइन किए और एक दूसरे को दिए सभी हाथ मिल कर एक दूसरे को कांग्रेटुलेट किया
रघुवीर जी अपनी जगह से उठे और बोले ” अब हमें साथ में काम करना और अब हमें क्या नाम रखना है ये डिसाइड करना है तो इस बाउल में रखी हुई चिट में से नाम सलेक्ट करते है और मै चाहता हूँ कि इस बाउल में से चिट अमित उठाए “
अमित अपनी जगह से उठा और उसने बाउल में से चिट उठाई उसने वो चिट खोली तो उसमें नाम था ” ड्रीम फ्रेम कंस्ट्रक्शनस”।
अमिट शाह ने जा नाम पढ़ कर सुनाया तो सभी ने ताली बजा कर सहमति दी ।
सब हो जाने के बाद लंच के लिए सब लोग कैफेटेरिया में आ गए सबने लंच किया और अमित शाह जाने लगे तो रघुवीर जी से मिलने आए उन्होंने कहा ” सर अब इजाजत दीजिए “
रघुवीर जी ने मुस्कुराते हुए अपनी गर्दन हिला कर हामी भरी और बोले ” ज़रूर..वैसे हम उस से मिलना चाहेंगे जिसने ये चमत्कार कर के दिखाया मतलब इतना बड़ा प्रोजेक्ट जिसके पीछे सारे लोग थे वो आपको दिलाया “
“सर उस नगीने को मेरे पास ही रहने दीजिए ” अमित शाह ने मुस्कुराते हुए कहा
“ये नगीना हमारे यहां होता और टेंडर भी अगर हमारे एच. आर. टीम ने गलती ना की होती ” अभिमन्यु ने बुदबुदाते हुए कहा जो वही खड़ा हुआ था
“क्या कहा तुमने?” शौर्य ने पूछा
“कुछ नहीं ” अभिमन्यु ने सांस भरते हुए कहा
“वो नगीना आपके पास ही रहेगा हम तो बस मिलना चाहते है इस कोलैबोरेशन की खुशी में जो पार्टी है उसमें तुम उनको ले कर आओ “रघुवीर जी ने फिर कहा
अमित शाह ने मुस्कुराकर हाँ कहा और सबसे हाथ मिला कर बाहर चला गया
रस्ते में अमित शाह ने यशिका को पार्टी में इनवाइट करने के लिए दिनेश को बोला
यशिका, गुंजन और देविका जुहू बीच आए थे गुंजन को बीच पसंद था इसीलिए जो एक छुट्टी का दिन बचा था यशिका ने गुंजन के साथ बिताने के लिए सोचा।
गुंजन और देविका दोनों बालू से घर बना रहे थे और यशिका उनकी पिक्स ले रही थी … थोड़ी देर में तीनों पानी में गई और लहरों के साथ खेलने लगी ।उन्होंने बहुत सारी पिक्स ली । यशिका ने अपनी मम्मी से भी बात की । दिन भर एंजॉय करके तीनों घर लौट आए ।
अगले दिन शाह ग्रुप के ऑफिस में
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यशिका ने अमितशाह के केबिन में नॉक किया
“कम इन ” अमित शाह ने कहा
“यशिका प्लीज कम “
यशिका मुस्कुराते हुए आयी अमित शाह ने उसे बैठने का इशारा किया
“आपको परसों मेरे साथ पार्टी में चलना है दिनेश ने आपको बताया होगा “
“जी सर उन्होंने बताया था “
“तो आप मेरे साथ चले मै दिनेश को बोल दूंगा वो आपको पिक कर लेगा “
” मै पहुँच जाऊंगी सर डोंट वरी “
“ओके “थोड़ा रुक कर अमितशाह ने कहा ” आप अभिमन्यु सिंह से मिलने गयी थी “?
अमित शाह की इस बात पर यशिका ने उसकी तरफ हैरानी से देखते हुए कहा ” जी सर “
“ऐसे हैरान होकर मत देखिए ये तो बड़ी मामूली सी बात है अपने एम्प्लॉयज के बारे में जानकारी रखना ..वैसे आप ऑफिस के बाहर किस से मिलती है उस से मुझे कुछ लेना देना नहीं है लेकिन बात अभिमन्यु की है तो …..और जहां तक मुझे पता है अभिमन्यु ने उनकी कंपनी ज्वाइन करने के लिए बोला होगा ” ।
“हाँ सर उन्होंने मुझे ऑफर दिया था …लेकिन मैने रिजेक्ट कर दिया “
” ओके “
“मैं जा सकती हूँ सर”?
” ओह यस एस यू केन गो “
यशिका उठी और केबिन से बाहर आ गयी
श्रीनिवास अपार्टमेंट
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शाम को यशिका घर आयी तो उसने देखा गुंजन किचन में कुछ बना रही थी
यशिका को देख कर गुंजन ने कहा ” दी आप फ्रेश हो जाओ आज… मैने पूरी आलू बनाया है और चाय बना लेती हूँ आपका फेवरेट ट्रेन वाला खाना आपकी थकान भी उतर जाएगी ।
“हाँ … थक गयी हूँ ठीक है मै आती हूँ फ्रेश होकर ” कहकर यशिका वॉशरूम में चली गयी
दोनों खाना खाने बैठी ही थी कि बेल बजी इस वक्त कौन आया है यशिका ने मन में सोचा …गुंजन ने दरवाज़ा खोला तो देविका थी
“दी आप ” गुंजन ने कहा
“अरे वाह बड़ी अच्छी खुशबू आ रही है क्या बना है “?
“पूरी आलू आप खाएंगी ” गुंजन ने उसके साथ चलते हुए कहा
हाँ, हाँ बिलकुल उसने हाथ धोए और वो खाने बैठ ही रही थी कि यशिका ने पूछा ” तुम यहाँ कैसे” ?
“वो क्या है ना पूरी आलू ने यहाँ का रास्ता बताया है ” देविका ने पूरी का टुकड़ा तोड़ कर आलू में लगाते हुए बोला
“ऐसा करो तुम यहीं आ जो वैसे भी तुम महीने में बीस दिन यहीं रहती हो ..बाकी बचे दस दिन उसमें भी तुम घर पर रहती नहीं हो …. तो बेकार में रेट क्यों देना मुझे दे देना वो ” यशिका ने खाना खाते हुए कहा
“है ना मै भी यही सोच रही थी कल ही शिफ्ट कर लेती हूँ “
“और यहाँ से तुम्हारा ऑफिस कितना दूर ही पता है रोज कैब करनी होगी क्योंकि लोकल ट्रेन ने तुम जाओगी नहीं और बस से दो घंटे लगेंगे कम से कम “
“अरे तुम छोड़ो ये सब और खाना खाओ और ये बताओ कि ऑफिस में क्या चल रहा है ?”
“मुझे सर के साथ कोलेबोरेशन की पार्टी में जाना है परसों “
“वाह कोलैबोरेशन पार्टी रंधावा के यहाँ” देविका ने खुश होते हुए कहा
“दी आप तो हमेशा से रंधावा में जॉब करना चाहती थीं ना ?” गुंजन ने कहा
“हाँ चाहत तो बहुत थी लेकिन उन्होंने मेरा रिज्यूम रिजेक्ट कर दिया “
ऐसे ही बातें करते करते काफी रात हो गई देविका और गुंजन ने यशिका के लिए पार्टी में जाने के लिए ड्रेस डिसाइड की और तीनों सो गई
पार्टी का दिन
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रंधावा की पार्टी बहुत खास होती थी और आज की पार्टी में ज़्यादा ही खास बात थी … शहर के सभी नामी गिरामी लोग पार्टी में आए हुए थे ।
रघुवीर जी, श्याम जी शौर्य आ गए थे ..अभिमन्यु और सिद्दार्थ भी आ चुके थे बस अमित शाह नहीं आए थे
सब टेबल पर बैठ कर उन्हीं के आने का इंतजार कर रहे थे
अमित शाह वेन्यू के बाहर अपनी गाड़ी में यशिक का इंतजार कर रहे थे …. दिनेश ने यशिका को फोन करके बता दिया था कि अमितशाह उसका वेट बाहर ही कर रहे है यशिका बस पहुंचने ही वाली थी ।
कुछ देर में यशिका वहाँ पहुंच गयी अमित शाह ने यशिका को देखा तो वो गाड़ी से उतर आए । उनके उतरते ही मीडिया वालों ने उन्हें घेर लिया …. दिनेश और सिक्योरिटी गार्ड उन्हें किसी तरह अंदर ले गए …दिनेश ने मीडिया वालों को ये कहकर समझा दिया कि वो जल्दी ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और उनके सवालों का जवाब देंगे ।
अमित शाह के साथ यशिका पार्टी हॉल तक पहुंच गयी वो दोनों अंदर गए …अमित शाह को आते हुए देख कर सचिन उन्हें रघुवीर जी के पास ले आया
अमित शाह ने सभी का अभिवादन किया और यशिका के साथ एक ही टेबल पर बैठ गए। जब शौर्य और अभिमन्यु वहाँ आए, तो शौर्य को यशिका को देखकर आश्चर्य हुआ क्योंकि अमित शाह ने पहले कभी किसी फीमेल को पार्टी में नहीं लाया था, वो उम्र में भी अमित शाह से कम लग रही थी ।
अभिमन्यु ने जब यशिका को देखा तो वो मुस्कुराया और उसके पास वाली चेयर पर बैठ गया उसने यशिका को हैलो बोलाऔर शौर्य को भी बैठने का इशारा किया
“तुम जानते हो इन्हें “?शौर्य ने बैठते हुए पूछा अभिमन्यु ने सिर हिला कर हाँ कहा
बात चीत के दौरान रघुवीर जी ने यशिका की तरफ देखते हुए अमित से कहा ” आपने इनसे नहीं मिलवाया हमें”?
” सर ये वही नगीना है जिनसे आप मिलना चाहते थे मिले इनसे ये है यशिका गुप्ता और इन्हीं की वजह से ये प्रोजेक्ट हमें मिला है “
रघुवीर जी ,श्याम जी, सिद्धार्थ और शौर्य सभी ने एकसाथ यशिका की तरफ देखा
“ये है वो “? रघुवीर जी ने कहा
शौर्य को उस दिन की बात याद आ गयी जब अभिमन्यु ने उसे यशिका के बारे में बताया था ।
शौर्य ने अभिमन्यु की तरफ देखा तो अभिमन्यु ने आंखों के इशारे से हाँ कहा शौर्य आश्चर्य से यशिका की तरफ देखने लगा वैसे देख तो सभी रहे थे क्योंकि किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि ये प्रोजेक्ट शाह ग्रुप को यशिका की वजह से मिला है ।
क्रमशः