दिखावे की जिंदगी – निमिषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

सानू एक मध्यम वर्गीय परिवार की लड़की व शैलजा एक उच्च परिवार की लड़की है। लेकिन दोनों काॅलेज से ही गहरी दोस्ती है।वे जहां भी जाती साथ में जाती सालू को शैलजा के कपड़े बहुत पसंद आते उसके साथ रहने के लिए उसे शैलजा जैसा दिखना पसंद है इस कारण वह कभी कभी अपने पड़ोस में रहने वाली उसकी एक दोस्त रानी के कपड़े पहन लेती या

आनलाइन कपड़े मंगाकर पहनती फिर कुछ कमी दिखा कर वापिस करती। शैलजा के पापा बैंक मैनेजर हैं और सानू के पापा एक फेक्ट्री वर्कर। लेकिन सानू ने कभी भी शैलजा को यह नहीं बताया कि उसके पापा फेक्ट्री वर्कर है।वह हमेशा यही कहती रही कि उसके पापा फेक्ट्री में मेनेजर है।जब कभी भी शैलजा उसके घर आने का कहती वह हमेशा टाल देती।

सानू शैलजा के साथ उसकी गाड़ी में दोस्तों की पार्टी में जाने लगी।अब तो सारे दोस्त सानू को भी अमीर घराने की लड़की समझने लगे थे। शैलजा ने सानू को फोन किया हेलो सानू तुझे पता है न आज हमे हमारे दोस्त रमन की बर्थ-डे पार्टी में जाना है। हां हां हां बाबा पता है।तो फिर जल्दी निकल टाईम हो गया।अरे बाप रे सानू

ने जैसे ही घड़ी की तरफ देखा छ: तो बज गया तूं फोन रख मैं आतीं हूं। ओके बाय शैलजा ने फोन रखते हुए कहा सानू ने जैसे से ही फोन रखकर मुड़ी सामने मां को देख चौंक गई म म म मां आप हकलाते हुए बोली मां ने उसे घूरते हुए कहा तूं अपनी आदतों से बाज नहीं आएंगी।कहा जा रही है अब मां शैलजा के साथ ही तो जा रही हूं

वो मुझे समय से घर वापिस छोड़ देगी मां जाने दो ना इतना कहकर वह तैयार होने चली गई सानू को छोटे कपड़ों में देखकर उसके पापा ने टोका इस तरह के कपड़े मत पहना कर अरे पापा मुझे भी तो शैलजा के जैसा ही दिखना चाहिए और फिर यह तो आजकल का फैशन है।

देखना यह दिखावे की जिंदगी एक दिन तूझे जलील करके ही छोड़ेगी कल की चिंता मत करो आप लोग अच्छा में चलती हूं जल्दी आती हूं। ये लड़की अपनी इन हरकतों से हमें भी बेइज्जत करवाएगी। सानू के पापा ने उसकी मां से कहा। सानू और शैलजा पार्टी में पहुंचती है दोनों दोस्तों के साथ बहुत मस्ती करती है।

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रमन ने सानू के पास जाकर कहा सानू में तुमसे कुछ कहना चाहता हूं। हां हां ज़रूर फरमाइए जनाब सानू ने मजाकिया अंदाज में कहा मै तुमसे प्यार करता हूं। अच्छा सानू हंसते हुए बोली सच में और मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं बताओ कब आऊं तुम्हारे बंगले पर रमन के ऐसा कहने पर सानू की जैसे हंसी ही गायब हो गई।

वह हां आ जाओ। इतना कहकर वह घर वापिस आ गई। उसने सारी बातें अपने माता-पिता को बताई और कहा मैं भी रमन से शादी करना चाहती हूं आप बस उससे बात कर ले और रानी के घर पर उसे बुला ले नहीं मैं तुम्हारे दिखावे की जिंदगी में शामिल नहीं हो सकता

। उसके पापा ने गुस्से में कहा लेकिन सानू की ज़िद के आगे वो भी झुक गये।रमन सानू के पापा से मिलने आया और शादी की बात पक्की भी हो गई।रमन अब अपने पापा की फेक्ट्री में उनका हाथ बंटाने लगा था इसलिए आज वह फेक्ट्री में वर्कर के काम को देखने गया और वहां पर सानू के पापा को देखकर चौंक गया

उसका दिमाग खराब हुआ सानू ने झूठ बोला सानू झूठी है यह सोचता हुआ वह वापिस आया और सानू के घर जा पहुंचा उसने जैसे ही दरवाजा खटखटाया दरवाजा रानी ने खोला रमन ने कहा सानू कहा है रानी बोली अपने घर अपने घर रमन ने हैरानी से कहा हां वो सामने जो टीनसैट दिख रहा है वही है रमन कुछ कहे बिना वापिस सीधे

वही पहुंचा जहां रानी रहती थी रमन को अचानक देखकर सानू बौखला गई तु तु तुम यहां हां मैं यहां झूठी मक्कार कहती थी मेरे पापा मैनेजर हैं और कपड़े तो ऐसे पहनती थी जैसे बहुत अमीर हो रमन सुनो तो मेरी बात सानू ने कहा नहीं सुनना मैं जा रहा हूं।अब तक सानू के मां-पापा भी आ गए सानू फूट-फूटकर रोने लगी दैखा आज तुम्हारी दिखावे की जिंदगी ने हम सबको शर्मिंदा कर दिया।काश तूने पहले ही मेरी बात मानी होती तो ये दिन ना देखना पड़ता उसके पापा भी रोने लगे।

निमिषा गोस्वामी 

मौलिक एवं स्वरचित

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