भविष्य दर्शन (भाग-21) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

अपनी योजना के अनुसार आनंद ,पदमिनी,नरेंद्र,चंचल और रेखा सभी दोस्त इस प्राइवेट अस्पताल में पहुंचे।

सबने दो _ दो टीम बना लिया था।एक टीम में आनंद ,पदमिनी और नरेंद्र थे दूसरी में चंचल और रेखा थी।

पदमिनी ने साड़ी पहन रखी थी ।वो आनंद की पत्नी के रूप में थी नरेंद्र उसका देवर बना हुआ था।चंचल और रेखा दोनो सगी बहनें बनी हुई थी।

पदमिनी के पेट में काफी दिनो से असहनीय दर्द हो रहा था और चंचल को बार बार चक्कर आते थे ऐसा सबने इस अस्पताल में बताया।दोनो को भर्ती कर लिया गया।

भर्ती होते ही दोनो के सारे टेस्ट कराने को कहे गए जिनकी जरूरत भी नहीं थी।दोनो के ब्लड,यूरीन,स्टूल, शुगर,ईसीजी और एक्सरे आदि सब टेस्ट कराने पड़े ।पद्मिनी का अल्ट्रासोनोग्राफी भी किया गया।लेकिन जब कोई बीमारी थी ही नहीं तो क्या निकलता लेकिन बेकार में हजारों रुपए केवल जांच में चले गए ।

पदमिनी को डॉक्टर ने कहा _ आपकी बीमारी पकड़ में नहीं आ रही है।बाहर से बड़ा डॉक्टर बुलाना पड़ेगा ।उसका खर्चा अलग से जमा करना पड़ेगा।आनंद ने कहा _ डॉक्टर साहब चाहे जो करना पड़े आप करो लेकिन मेरी पत्नी को जल्दी से जल्दी ठीक कर दीजिए।मैं अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता हूं।अगर इसको कुछ हो गया तो मैं जिंदा नही रह पाऊंगा।

उसकी बात सुनकर पद्मिनी मुस्कुराने लगी ।डॉक्टर ने मन ही मन सोचा अच्छा मूल्ला फंसा है ।इनको जबह करने में बहुत पैसा मिलेगा।

पदमिनी ने उसके मन की बात को पढ़ लिया और कहा _ डॉक्टर साहब मुझे जबह करने में कौन पैसा देगा आपको।

डॉक्टर चौंक गया ।उसे समझ में नही आया उसके मन की बात इसे कैसे पता चली ।

उसने संभल कर कहा_ अस्पताल में किसी को काटा थोड़े ही जाता है।भला हमलोग किसी मरीज को क्या जबह करेंगे।

अगर जरूरत पड़ी तो आपका ऑपरेशन करना पड़ सकता है।हो सकता है पेट में ट्यूमर की वजह से आपको दर्द हो रहा हो।

फिर उसने मन में सोचा जवान औरत है ।इसकी किडनी के बहुत ज्यादा पैसे मिलेंगे।ऑपरेशन के बहाने इसकी किडनी निकाल लेंगे।फिर इसे महंगे दाम पर विदेश में बेच देंगे ।किसी को कुछ पता नही चलेगा।

आप गलतफहमी में है डॉक्टर साहब _ सारी दुनिया को पता चल जायेगा।पदमिनी ने कहा ।

डॉक्टर ने हड़बड़ा कर कहा _ क्या पता चल जायेगा।उसे लगा जैसे उसकी साजिश उसे पता तो नही चल गई।

यही की आपके सफल ऑपरेशन को खुश खबरी सबको तो पता चल ही जायेगी।

पद्मिनी ने मुस्कुराते हुए कहा।

डॉक्टर ने राहत की सांस लिया और अपने लोगो से कहा _ इस मरीज के चेक अप के लिए डॉक्टर खुराना को कोल पर बुला लो।वो बहुत बड़े सर्जन है ।उन्होंने सैकड़ों सफल ऑपरेशन किए है।

सफल ऑपरेशन किया है या बकरा हलाल किया है डॉक्टर साहब। डॉक्टर का दिमाग चकरा गया ।अब उसे पद्मिनी से भय लगने लगा था।

आनंद ने बात को सभालते हुए कहा _ इसको मजाक करने की आदत है डॉक्टर साहब।देखिए इतने दर्द के बाद भी इसको मजाक सूझ रहा है।

कोई बात नही ।मरीज का खुश रहना सेहत के लिए अच्छा है।

इतना कहकर डॉक्टर वहा से चला गया।

अपने लोगो को सचेत करते हुए डॉक्टर ने कहा _ जरा इस मरीज से सावधान रहना।बहुत होशियार मालूम पड़ रहे है ।

चंचल के साथ भी वही हुआ ।उसे भी डॉक्टर खुराना से जांच कर ऑपरेशन कराने की बात कही गई।

रेखा ने कहा _ डॉक्टर साहब _ भला चक्कर आने में ऑपरेशन की क्या जरूरत है।

डॉक्टर ने उसे डांटते हुए कहा _ डॉक्टर मैं हूं या तुम ।जब इतनी ही बड़ी डॉक्टर हो तो यहां क्यों ले आई ।खुद ही घर इलाज कर लेना चाहिए था।

थोड़ी देर में ऑपरेशन संबंधी फार्म भरकर सारा पेमेंट कर देना ।

नरेंद्र अपने खुफिया कैमरे से सबकी वीडियो रिकार्डिंग कर रहा था।

अगले दिन पदमिनी ने सोए हुए देखा _  वो ऑपरेशन थियेटर में ऑपरेशन बेड पर बेहोश लेटी हुई है और डॉक्टर खुराना अपने टीम के लोगो से कह रहा था _ इसकी दोनो किडनिया निकाल लेंगे ।बहुत फायदा होगा।

दूसरा डॉक्टर कह रहा था _ लेकिन इससे तो इसके डेथ होने का खतरा हो एकता है।

तो होने दो ।हम लोगो ने इसके पति से एग्रीमेंट पेपर पर साइन करा लिया है कि अगर उसके मरीज की ऑपरेशन के दरम्यान मौत हो जाती है तो हमारी कोई जवाबदेही नही होगी।

फिर पद्मिनी ने देखा दूसरे बेड पर चंचल भी बेहोश पड़ी हुई है।उसके बारे में भी वो डॉक्टर वही बात का रहा था।आज बड़े मौके से हमे दो जवान लड़कियां मिल गई है।इनकी किडानियो की अच्छी कीमत मिल जायेगी। ये सारी बाते उसने आनंद को बता दिया ।आनंद का चेहरा गुस्से से लाल हो उठा था।

उसने कहा _ तुम चिंता मत करो ये लोग तुम्हारा बाल भी बांका नहीं कर पाएंगे। बस तुम अपनी योजना के अनुसार करती जाओ।

उस दिन शाम को चार बजे वही सब हो रहा था जो पद्मिनी ने अपनी बंद आंखो से भविष्य की घटना को देखा था।

लेकिन वे सब इस बात से अंजान थे की दोनो लड़कियों की दाहिनी बांह में माइक्रो चीफ लगा हुआ था जिसमे बहुत ही शक्ति शाली माइक्रोफोन लगा हुआ था जिससे वहा हो रही सारी बाते  आनंद और नरेंद्र बाहर सावधानी से रिकार्ड कर रहे थे।रेखा बाहर फोन पर लगी हुई थी ।

थोड़ी ही देर में सिविल सर्जन,एसपी , डिप्टी कमिश्नर,पुलिस के टीम, स्वस्थ विभाग के बड़े अधिकारी , विधायक और मीडिया की टीम पहुंच गई। सब लोग लपकते हुए ऑपरेशन थियेटर के पास पहुंचे और दरवाजा खोलने को कहा।

लेकिन दरवाजा नहीं खुला ।एसपी ने दरवाजा तोड़ने का आदेश अपने पुलिस के जवानों को दिया।

दरवाजा टूटते ही सभी आश्चर्य से वहा देखते रह गए।पूरा थिएटर खाली था। वहा पदमिनी और चंचल नही थी।और न कोई डॉक्टर और मेडिकल स्याफ था।

आखिर सब कहा गायब हो गए।आनंद ने कहा _ थोड़ी देर पहले पदमिनी और चंचल को इसी ऑपरेशन थियेटर में लाया गया था।आखिर उनको कहा गायब कर दिया गया।

तभी आनंद की नजर एक टीवी स्क्रीन पर गई वहा मेन गेट का सारा दृश्य सीसीटीवी कैमरे से दिखाई दे रहा था।

सिविल सर्जन ने कहा _ शायद उन लोगो ने हमलोगो को अंदर आते ही देख लिया था इसलिए गायब हो गए।लेकिन इतनी जल्दी कहा गायब हो सकते है।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा _ हो सकता है कोई गुप्त तहखाना होगा जहा वे लोग चले गए हो।

एसपी ने कहा _ हो सकता है।

नरेंद्र ने अपने टैब में देखते हुए कहा _ उन दोनो के बॉडी में जो चीफ लगा हुआ है उसके हिसाब से दोनो लड़किया यही कही आस पास है।

एसपी ने अपनी टीम से कहा चारो तरफ चेक करो और कुछ लोग बाहर जाकर हॉस्पिटल के कुछ स्टाफ को पकड़कर लाओ और उनसे कड़ाई से पूछताछ करो।

तभी आनंद ने एक बड़ी अलमारी के पास खड़ा हो कर चिल्याया मिल गया वो खुफिया रास्ता ।

सबलोगो ने देखा उस अलमारी के पीछे बड़ा सा दरवाजा था जिसके अंदर से स्ट्रेचर सहित आने जाने का का रास्ता था।

थोड़ी ही देर में सब लोग उस कमरे तक पहुंच गए थे।जहा उन दोनो के पेट का ऑपरेशन शुरू हो चुका था।दोनो बेहोशी की हालत में थी।सिविल सर्जन ने खुराना से कहा  _ अभी तुरंत ऑपरेशन को रोक दो दो और जितना किया है उसे जल्दी स्टिच कर दो(सिलाई) कर दो ।तुम सब पुलिस की हिरासत में हो ।

उन दोनो की हालत देख कर आनंद दुख से पागल हो गया था।

दो घंटे के बाद दोनो को होश आ गया था।

आनंद ने राहत की सांस लिया था।

अगले दिन सभी अखबारों में पदमिनी ,आनंद और बाकी साथियों की बहादुरी की चर्चा के साथ उस अस्पताल की अंगो की तस्करी की खबर भी छपी थी।सभी संबंधित अपराधियो पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया ।

अगला भाग

भविष्य दर्शन (भाग-22) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

लेखक _  श्याम कुंवर भारती

बोकारो, झारखंड

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